प्रदेश भर के पातेय वेतन शिक्षकों ने 22 जुलाई को अजमेर में महारैली निकाली ! सैकड़ों शिक्षकों ने कलेक्ट्रेट पर सरकार के मंत्रियों के समक्ष प्रदर्शन किया। मालूम हो कि अपनी पदोन्नति को लेकर पिछले एक माह से पातेय वेतन शिक्षक प्रदेश भर में आंदोलन कर रहे हैं।
इसी के अंतर्गत शुक्रवार को अजमेर में प्रदेशव्यापी महारैली निकाली गई। महारैली में शामिल शिक्षकों को जब यह पता चला कि सरकार के पांच मंत्री कलेक्ट्रेट में बैठक कर रहे हैं तो उसी समय शिक्षक कलेक्ट्रेट पर पहुंच गए। नारेबाजी के बीच ही शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षकों के एक प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए कलेक्टर के कक्ष में बुलाया। आंदोलन के प्रदेश संयोजक नारायणसिंह तोलेसर व दिनेश शर्मा ने जब 2009 से पदोन्नति का मामला रखा तो देवनानी ने दो टूक शब्दों में कहा कि सरकार ने जो नीति बनाई उसके अनुरूप सभी शिक्षकों को पदोन्नत किया गया है। सरकार की नजर में पातेय वेतन शिक्षकों का कोई दर्जा नहीं है, सभी शिक्षक समान है। देवनानी के इस कथन से आंदोलनकारी शिक्षक भड़क उठे। प्रतिनिधि मंडल वार्ता का बहिष्कार कर वापस कलेक्ट्रेट के बाहर आ गए। यही संयोजक तोलेसर ने घोषणा की, जब तक पातेय वेतन शिक्षकों की पदोन्नति उनके वर्तमान पदों पर नहीं की जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। साथ ही राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह से पहले 13 अगस्त को पातेय वेतन शिक्षक अजमेर में महापड़ाव करके मुख्यमंत्री राजे का घेराव करेंगे !
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इसी के अंतर्गत शुक्रवार को अजमेर में प्रदेशव्यापी महारैली निकाली गई। महारैली में शामिल शिक्षकों को जब यह पता चला कि सरकार के पांच मंत्री कलेक्ट्रेट में बैठक कर रहे हैं तो उसी समय शिक्षक कलेक्ट्रेट पर पहुंच गए। नारेबाजी के बीच ही शिक्षा राज्यमंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षकों के एक प्रतिनिधि मंडल को वार्ता के लिए कलेक्टर के कक्ष में बुलाया। आंदोलन के प्रदेश संयोजक नारायणसिंह तोलेसर व दिनेश शर्मा ने जब 2009 से पदोन्नति का मामला रखा तो देवनानी ने दो टूक शब्दों में कहा कि सरकार ने जो नीति बनाई उसके अनुरूप सभी शिक्षकों को पदोन्नत किया गया है। सरकार की नजर में पातेय वेतन शिक्षकों का कोई दर्जा नहीं है, सभी शिक्षक समान है। देवनानी के इस कथन से आंदोलनकारी शिक्षक भड़क उठे। प्रतिनिधि मंडल वार्ता का बहिष्कार कर वापस कलेक्ट्रेट के बाहर आ गए। यही संयोजक तोलेसर ने घोषणा की, जब तक पातेय वेतन शिक्षकों की पदोन्नति उनके वर्तमान पदों पर नहीं की जाएगी तब तक आंदोलन जारी रहेगा। साथ ही राज्य स्तरीय स्वाधीनता दिवस समारोह से पहले 13 अगस्त को पातेय वेतन शिक्षक अजमेर में महापड़ाव करके मुख्यमंत्री राजे का घेराव करेंगे !
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
No comments:
Post a Comment