राजस्थान में कथित शिक्षक भर्ती परीक्षा ग्रेड-2 (Senior Teacher Grade II Paper, 2022) पेपर लीक मामले में प्रवर्तन निदेशालय ने (ED) मनी लॉन्ड्रिंग जांच के तहत पांच लोगों को गिरफ्तार किया है. ईडी ने बताया कि सुरेश कुमार उर्फ सुरेश साव, विजय दामोर, पीराराम, पुखराज और अरुण शर्मा को 11 जनवरी को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया गया. साथ ही सभी को जयपुर की विशेष अदालत के समक्ष पेश भी किया गया है. कोर्ट के फैसले के अनुसार, इन आरोपियों को तीन दिन की हिरासत में रखा गया है.
पेपर लीक कराने के लिए 10 लाख रुपये दिए एडवांस
एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, ईडी ने अपने बयान में कहा कि उनकी जांच में अरुण शर्मा ने अनिल कुमार मीना को 29 उम्मीदवार उपलब्ध कराए थे, जिसके लिए उसने प्रति उम्मीदवार 2 लाख रुपये लिए थे. अनिल शर्मा ने अभ्यर्थियों को लीक हुए पेपर दिलाने के बदले में अनिल मीणा को 10 लाख रुपये एडवांस भी दिए थे. इसके अलावा पीराराम पर आरोप है कि उसने सुरेश के निर्देशों पर उम्मीदवारों को एक बस में लीक हुए प्रश्न पत्र के सही उत्तर बताए थे. इस मामले में पुखराज ने अभ्यर्थियों के ठहरने की व्यवस्था की थी साथ ही लीक हुए प्रश्न पत्र को हल करने में भी मदद की थी. पुखराज खुद 21 दिसंबर, 2022 को आयोजित परीक्षा में शामिल हुआ था, उसे परीक्षा का लीक पेपर सुरेश ने दिया था.
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