परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने राज्य सरकार से स्थानीय निकाय के सभी शिक्षकों को राजस्थान और छत्तीसगढ़ की तर्ज पर पुरानी पेंशन योजना का लाभ देने की मांग की है। संघ के प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर ब्रजवासी ने
मुख्यमंत्री, अपर मुख्य सचिव, शिक्षा विभाग, मुख्य सचिव बिहार सरकार और निदेशक, प्राथमिक शिक्षा को ज्ञापन सौं है। इसमें कहा है कि सेवानिवृत्ति के पश्चात किसी भी कर्मचारी के बुढ़ापे का एकमात्र सहारा पेंशन होता है।कहा कि हाल ही में 23 फरवरी को राजस्थान की सरकार ने और नौ मार्च को छत्तीसगढ़ की सरकार ने अपने सभी कर्मियों को पुरानी पेंशन का लाभ देने की घोषणा की है। वर्ष 2004 के बाद नियुक्त सभी कर्मियों को पुरानी पेंशन के लाभ से वंचित कर दिया गया जिसके बाद पूरे देश में पुरानी पेंशन की मांग को लेकर लगातार आवाज उठाई जाती रही है। प्रदेश अध्यक्ष ब्रजवासी ने कहा है कि पहले कर्मचारियों का संयुक्त परिवार होता था, जिसमें यदि कोई एक बेटा या बेटी अपने मां-बाप की देखभाल नहीं करता था तो कोई न कोई दूसरा उनकी देखरेख जरूर करता था लेकिन वर्तमान में अधिकतर परिवार एकल हैं। वैसे स्थिति में यदि बेटा-बेटी सेवानिवृत्त कर्मियों की देखभाल करने से इंकार कर देते हैं तो पेंशन के अलावा उनका दूसरा सहारा कोई नहीं होगा। उधर, गोपगुट संघ ने कहा कि इस मांग को लेकर 29 को प्रदर्शन किया जाएगा।
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