जयपुर शिक्षा विभाग में अब तक चल रही माध्यमिक और प्रारंभिक शिक्षा के लिए
अलग अलग पोर्टल की व्यवस्था अब खत्म हो गई है। विभाग की सभी गतिविधियां अब
एक ही पोर्टल पर होगी। शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार
को इंटीग्रेटेड शाला दर्पण पोर्टल का शुभारंभ किया।
इस पोर्टल पर 65,104 सरकारी स्कूूल, 134 मॉडल स्कूल, करीब 4 लाख शिक्षक-कर्मचारी और सरकारी स्कूलों के पढ़ने वाले कक्षा एक से 12 तक के 87 लाख विद्यार्थियों का डाटा संग्रहित किया गया है। पोर्टल की खास बात यह है कि एक जुलाई से विभाग के सभी परिपत्र इस पोर्टल पर रहेंगे। साथ ही हर महीने दी जाने वाली जिलों की रैंकिंग भी इस पर अब ऑनलाइन ही आ सकेगी। हर माह की 4 तारीख की रात्रि 12 बजे तक जो भी डाटा इसमें जिलेवार लोड होगा, उस आधार पर जिलों को रैंकिंग दे दी जाएगी।
पोर्टल के लोकार्पण पर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप पारदर्शिता रखते हुए शाला दर्पण में पृथक से स्टाफ कॉर्नर की व्यवस्था को जल्द सुनिश्चित की जाए। इसके तहत शिक्षकों एवं कार्मिकों की विभिन्न सेवा संबंधित समस्याओं के ऑनलाइन निवारण किए जाने का प्रबंध हो।
इस पोर्टल पर 65,104 सरकारी स्कूूल, 134 मॉडल स्कूल, करीब 4 लाख शिक्षक-कर्मचारी और सरकारी स्कूलों के पढ़ने वाले कक्षा एक से 12 तक के 87 लाख विद्यार्थियों का डाटा संग्रहित किया गया है। पोर्टल की खास बात यह है कि एक जुलाई से विभाग के सभी परिपत्र इस पोर्टल पर रहेंगे। साथ ही हर महीने दी जाने वाली जिलों की रैंकिंग भी इस पर अब ऑनलाइन ही आ सकेगी। हर माह की 4 तारीख की रात्रि 12 बजे तक जो भी डाटा इसमें जिलेवार लोड होगा, उस आधार पर जिलों को रैंकिंग दे दी जाएगी।
पोर्टल के लोकार्पण पर शिक्षा राज्यमंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंशा के अनुरूप पारदर्शिता रखते हुए शाला दर्पण में पृथक से स्टाफ कॉर्नर की व्यवस्था को जल्द सुनिश्चित की जाए। इसके तहत शिक्षकों एवं कार्मिकों की विभिन्न सेवा संबंधित समस्याओं के ऑनलाइन निवारण किए जाने का प्रबंध हो।
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