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सीबीएसई शिक्षक पुरस्कार: इस बार 48 शिक्षकों को मिलेंगे, पहली बार आवेदन भी ऑनलाइन मांगे

अजमेर.केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा शिक्षकों को दिए जाने वाले पुरस्कारों की संख्या इस बार बढ़ा दी है। इस साल देश भर के 48 शिक्षकों को पुरसकार दिए जाएंगे, जबकि गत वर्ष तक मात्र 34 ही शिक्षकों को पुरस्कार दिए जाते थे। सीबीएसई ने इन पुरस्कारों के आवेदन के लिए भी ऑन लाइन पाेर्टल की शुरूआत की है।
इस संबंध में सीबीएसई की ओर से शनिवार को दिशा-निर्देश जारी किए गए।

- सीबीएसई ओर से जारी दिशा-निर्देशों के अनुसार सीबीएसई ने पहली बार सीबीएसई पुरस्कार 2017-2018 के लिए प्रिंसिपल और शिक्षकों से ऑनलाइन आवेदन आमंत्रित करने के लिए पोर्टल खोला है। नई ऑनलाइन आवेदन प्रणाली का लक्ष्य संपूर्ण मूल्यांकन प्रक्रिया में पारदर्शिता और निष्पक्षता लाने का है।
पुरस्कारों की संख्या बढ़ी

- इस वर्ष पुरस्कारों की संख्या 34 से 48 हो गई है। प्रिंसिपल के लिए 5 पुरस्कार और शेष प्राथमिक माध्यमिक और वरिष्ठ माध्यमिक शिक्षकों को प्रेरित करने के लिए विभिन्न विषय शिक्षकों के लिए हैं। पहली बार प्रदर्शन कला, विशेष शिक्षक, स्कूल परामर्शदाता, व्यावसायिक विषय, शारीरिक शिक्षा और आईटी शिक्षकों के लिए 48 में से 10 पुरस्कार निर्धारित किए गए हैं।
- शिक्षकों को सीबीएसई पुरस्कार भारत और विदेशों में सभी सीबीएसई संबद्ध स्कूलों में प्रिंसीपल व टीचर्स का एक प्रतिष्ठित स्थान धारण करने और महत्वपूर्ण योगदान, अकादमिक हित, शिक्षक में प्रतिष्ठा के आधार पर कठोर प्रक्रियाओं के माध्यम से चुना जाता है।
- बोर्ड ने पहले गठित क्षेत्रीय समिति के बजाय सीबीएसई मुख्यालय में राष्ट्रीय स्तर की स्क्रीनिंग कमेटी का गठन किया है।
समिति प्रिंसिपल और शिक्षकों का इस आधार पर करेगी चयन

ए) पुरस्कारों की सभी श्रेणियों के लिए सामान्य मानदंड, जैसे अकादमिक योग्यता, विद्वान योगदान, कार्यात्मक अनुसंधान, पाठ्यचर्या, समुदाय और छात्र विकास उपलब्धियां, पुरस्कार और सम्मान।
बी)विशिष्ट मानदंड, जो एक शिक्षक, उपचारात्मक शिक्षण, शिक्षक के योगदान के रूप में प्रभावशीलता को कवर करेगा और,
सी)बातचीत का सामना करने के लिए चेहरा।
- ऑनलाइन आवेदन 13 जुलाई, 2018 तक भरा जा सकता है। लघुसूची वाले उम्मीदवारों को 14 जुलाई, 2018 को सहायक दस्तावेजों को अपलोड करने के लिए सूचित किया जाएगा। पुरस्कार घोषणा की पूरी प्रक्रिया 30 जुलाई, 2018 तक पूरी की जाएगी।
- प्रधानाचार्यों और शिक्षकों को प्रिंसिपल के मामले में स्कूल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष / प्रबंधक से शिक्षक और पत्र के मामले में स्कूल प्रिंसिपल द्वारा अनुशंसा पत्र के साथ दर्शनशास्त्र को पढ़ाने के लिए एक आत्म मूल्यांकन, संलग्न करने की आवश्यकता होगी।
-चयन पाठ योजनाओं के साथ वास्तविक कक्षा शिक्षण के 30 मिनट के दो वीडियो ग्राफ़ेड पाठों पर भी आधारित होगा।
-एमएचआरडी द्वारा दिए गए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कारों के लिए राष्ट्रीय स्तर की स्क्रीनिंग कमेटी द्वारा सीबीएसई के शीर्ष 6 पुरस्कारियों की सिफारिश की जाएगी। पुरस्कार के लिए आवेदन करने की इच्छा रखने वालों के लिए रूबिक्स के साथ चयन मानदंड सीबीएसई वेबसाइट cbse.nic.in पर दिए गए हैं।

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