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शिक्षकों को ऑनलाइन तबादलों पर विश्वास नहीं, नेताओं की डिजायर के साथ ऑफलाइन कर रहे हैं आवेदन

राज्य सरकार ने पिछले दिनों तबादलों पर रोक हटा दी। फिर भास्कर की खबर के बाद तबादले के लिए कुछ निर्देश जारी किए। जिसमें तबादला चाहने वाले सभी शिक्षकों को ऑनलाइन आवेदन करना है और इसी ऑनलाइन आवेदन के बाद ही तबादला सूची में उनका नाम जुड़ेगा।


यह व्यवस्था पूरे प्रदेश में लागू कर दी थी। लेकिन हकीकत यह है कि तबादला चाहने वाले शिक्षकों को अभी भी सरकार और विभाग के ऊपर इस बात का भरोसा नहीं है कि ऑनलाइन आवेदन पर ही तबादले किए जाएंगे। इसके चलते शिक्षक नेता और विधायकों की डिजायरों, सिफारिशी पत्रों के साथ ही ऑफलाइन आवेदन शिक्षा विभाग में जमा करा रहे हैं। वहीं विभाग की मजबूरी है कि नेताओं की सिफारिश साथ में है, इसलिए आवेदन ऑफलाइन ही जमा करने पड़ रहे हैं।

दरअसल हमेशा ही तबादलों में यह परंपरा बनी हुई है कि विधायक, मंत्री की डिजायर के बिना कोई भी तबादला नहीं हो सकता है, लेकिन इस बार विभाग ने कुछ नियम तय करते हुए ऑनलाइन आवेदन जारी किए है। ताकि ऑनलाइन ही आवेदन जमा होंगे और उसी आधार पर तबादला सूची बनेगी। इसके बावजूद अब तक शिक्षा विभाग के दोनों ही महकमों में करीब 231 से ज्यादा आवेदन डिजायरों के साथ जमा हो चुके है।

तबादला सीजन में बढ़ी नेताओं की जी हजूरी

तबादलों का सीजन शुरू होने के साथ ही हमेशा की तरह इस बार भी सत्ताधारी दल के पदाधिकारियों, एमएलए के चक्कर लगाने, उनसे संपर्क बैठाने के लिए प्रयास हो रहे हैं। नेताओं के करीबियों के चक्कर लगाए जा रहे है। किसी तरह सिफारिश पत्र या चलन में काम में लिए जाने वाले शब्द डिजायर बनवाने के लिए हर संभव प्रयास दिखाई दे रहे हैं।

शिक्षक नेताओं की जुबानी

सवाल: विभाग को नहीं ई-मेल व्यवस्था पर भरोसा

जवाब : शिक्षा विभाग में सभी काम ऑनलाइन और ई-मेल के जरिए हो रहे हैं। पदस्थापन, कार्यग्रहण-कार्यमुक्ति, काउंसलिंग के लिए बुलाया जैसे आदेशों के लिए वाट्सअप तक का इस्तेमाल हो रहा है। बावजूद इसके ई-मेल व्यवस्था पर भरोसा नहीं है। यदि विभाग को तबादले के आवेदन की हॉर्ड कॉपी लेनी ही थी तो, बीईईओ कार्यालय स्तर पर यह सुविधा करनी चाहिए थीं। तबादले की इस प्रक्रिया से शिक्षकों को परेशान होना पड़ रहा है।

-विश्राम कटारा, अध्यक्ष, शिक्षक संघ सियाराम।

समाधान : प्रक्रिया सरल हुई, लेकिन औपचारिकताएं बंद हो

जवाब : तबादले की प्रक्रिया सरल हुई है।ईमेल के जरिए आवेदन सहज हो गए है, लेकिन हार्ड कॉपी जमा कराने आने के लिए पूरे दिन की छुट्टी, भीषण गर्मी झेलने, स्कूल प्रभावित होने, भत्ता भी नहीं मिलने जैसी समस्याएं पेश आ रही है। इन सभी से राहत मिलनी चाहिए।

-देवेंद्र जैन, जिला अध्यक्ष प्रबोधक संघ।

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