सरकारके कर्मचारी विरोधी रवैए और 7वें वेतन आयोग की विसंगतियों के खिलाफ
राज्य कर्मचारी संघर्ष समिति के आह्वान पर शुक्रवार को जिले में हजारों
कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। समिति का दावा है कि बांसवाड़ा में तकरीबन
सभी विभागों के 5000 कर्मचारियों ने संगठन की सात सूत्री मांगों के समर्थन
में छुट्टी ली।
संयोजक महेश चौबीसा ने बताया कि अवकाश लेने वालों में शिक्षक संघ प्रगतिशील से 1800. रेसला से 1500, नर्सेज एसोसिएशन से 350, ग्राम सेवक संघ से 200, कानूनगो संघ से 75, पटवार संघ से 350, शिक्षक संघ शेखावत से 85, शिक्षक संघ अंबेडकर से 25, आयुर्वेद संगठन से 78, पशु चिकित्सा संघ से 95, वन विभाग से 42 और एकीकृत महासंघ से 56 कर्मचारी शामिल थे।
जिला मंत्री संजय भावसार के अनुसार रेसला की जिला टीम ने कई स्कूलों का जायजा भी लिया। इस दौरान अधिकांश व्यख्याता एवं कर्मचारी सामूहिक अवकाश के समर्थन में आगे गए। हालांकि अवकाश पर रहने के बावजूद कई व्यख्याताओं ने परीक्षा संबंधी कार्य भी किया।
येहैं प्रमुख मांगें- सातवांवेतन आयोग केंद्र के समान 1 जनवरी,2016 से लागू कर नकद भुगतान करना, वेतन विसंगतियों को ठीक करना, मूल वेतन में की गई कटौती के आदेश वापस लेना, अंशदायी पेंशन योजना बंद कर पुरानी योजना लागू करना, संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित करना, पीपीपी मोड और ठेका प्रथा को बंद करना।
कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रदेश व्यापी आह्वान पर जिले के स्कूल व्याख्याता शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहे। रेसला जिला अध्यक्ष विजयकृष्ण वैष्णव जिला मंत्री संजय भावसार ने बताया की रेसला की जिला टीम ने स्कूलों का अवलोकन कर देखा तो अवकाश पर रहने के बावजूद भी कई व्यख्याता परीक्षा संबंधी कार्य पूरा करने में व्यस्त रहे
संघर्ष समिति के आह्वान का असर कुछ स्कूलों में जबर्दस्त रहा। सीनियर सैकंडरी स्कूल गोवर्द्धन स्कूल में 17, जबकि बोड़िगामा में 13 शिक्षक छुट्टी पर रहे। इसके अलावा बड़ागांव, खमेरा के सीनियर स्कूलों से भी कुछ शिक्षक अवकाश पर होने की खबर विभाग को मिली। इधर, सरकारी और पुलिस का खुफिया तंत्र भी छुट्टी लेने वाले कार्मिकों की टोल लेने में दिनभर जुटा रहा। सूत्र बताते हैं कि ग्राम सेवक, गिरदावर, पटवारी, नर्सेज, शिक्षक संगठनों, डॉक्टरों और पशुधन सहायकों पर खास गौर किया गया। इससे छुट्टी पर रहने वालों के आंकड़े 2600 से 3000 के बीच बताए गए।
परतापुर.वनकर्मचारी संघ ने भी सामूहिक अवकाश का समर्थन करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वन विभाग के 225 कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व रेंज गढ़ी से महासचिव विक्रम सिंह, बांसवाड़ा फरहतुल्ला खान, घाटोल मणिलाल रावत, कुशलगढ़ बापूसिंह, डूंगरा से अनिल चौबीसा, बागीदौरा से गौतमलाल ने किया।
सज्जनगढ़.संयुक्तकर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 7वें वेतन आयोग की विसंगति के विरोध में शुक्रवार को सज्जनगढ़ के सभी सरकारी विभागों के कार्मिक सामूहिक अवकाश पर रहे। यह जानकारी ब्लॉक संयोजक विनोद पटेल ने दी।
आंदोलन में शामिल होकर सामूहिक अवकाश लेने वाले शिक्षकों की टोह लेने बड़ोदिया के सीनियर स्कूल पहुंची रेसला की जिलास्तरीय टीम।
संयोजक महेश चौबीसा ने बताया कि अवकाश लेने वालों में शिक्षक संघ प्रगतिशील से 1800. रेसला से 1500, नर्सेज एसोसिएशन से 350, ग्राम सेवक संघ से 200, कानूनगो संघ से 75, पटवार संघ से 350, शिक्षक संघ शेखावत से 85, शिक्षक संघ अंबेडकर से 25, आयुर्वेद संगठन से 78, पशु चिकित्सा संघ से 95, वन विभाग से 42 और एकीकृत महासंघ से 56 कर्मचारी शामिल थे।
जिला मंत्री संजय भावसार के अनुसार रेसला की जिला टीम ने कई स्कूलों का जायजा भी लिया। इस दौरान अधिकांश व्यख्याता एवं कर्मचारी सामूहिक अवकाश के समर्थन में आगे गए। हालांकि अवकाश पर रहने के बावजूद कई व्यख्याताओं ने परीक्षा संबंधी कार्य भी किया।
येहैं प्रमुख मांगें- सातवांवेतन आयोग केंद्र के समान 1 जनवरी,2016 से लागू कर नकद भुगतान करना, वेतन विसंगतियों को ठीक करना, मूल वेतन में की गई कटौती के आदेश वापस लेना, अंशदायी पेंशन योजना बंद कर पुरानी योजना लागू करना, संविदा पर काम कर रहे कर्मचारियों को नियमित करना, पीपीपी मोड और ठेका प्रथा को बंद करना।
कर्मचारी संयुक्त महासंघ के प्रदेश व्यापी आह्वान पर जिले के स्कूल व्याख्याता शुक्रवार को सामूहिक अवकाश पर रहे। रेसला जिला अध्यक्ष विजयकृष्ण वैष्णव जिला मंत्री संजय भावसार ने बताया की रेसला की जिला टीम ने स्कूलों का अवलोकन कर देखा तो अवकाश पर रहने के बावजूद भी कई व्यख्याता परीक्षा संबंधी कार्य पूरा करने में व्यस्त रहे
संघर्ष समिति के आह्वान का असर कुछ स्कूलों में जबर्दस्त रहा। सीनियर सैकंडरी स्कूल गोवर्द्धन स्कूल में 17, जबकि बोड़िगामा में 13 शिक्षक छुट्टी पर रहे। इसके अलावा बड़ागांव, खमेरा के सीनियर स्कूलों से भी कुछ शिक्षक अवकाश पर होने की खबर विभाग को मिली। इधर, सरकारी और पुलिस का खुफिया तंत्र भी छुट्टी लेने वाले कार्मिकों की टोल लेने में दिनभर जुटा रहा। सूत्र बताते हैं कि ग्राम सेवक, गिरदावर, पटवारी, नर्सेज, शिक्षक संगठनों, डॉक्टरों और पशुधन सहायकों पर खास गौर किया गया। इससे छुट्टी पर रहने वालों के आंकड़े 2600 से 3000 के बीच बताए गए।
परतापुर.वनकर्मचारी संघ ने भी सामूहिक अवकाश का समर्थन करते हुए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया। वन विभाग के 225 कर्मचारी सामूहिक अवकाश पर रहे। विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व रेंज गढ़ी से महासचिव विक्रम सिंह, बांसवाड़ा फरहतुल्ला खान, घाटोल मणिलाल रावत, कुशलगढ़ बापूसिंह, डूंगरा से अनिल चौबीसा, बागीदौरा से गौतमलाल ने किया।
सज्जनगढ़.संयुक्तकर्मचारी महासंघ के आह्वान पर 7वें वेतन आयोग की विसंगति के विरोध में शुक्रवार को सज्जनगढ़ के सभी सरकारी विभागों के कार्मिक सामूहिक अवकाश पर रहे। यह जानकारी ब्लॉक संयोजक विनोद पटेल ने दी।
आंदोलन में शामिल होकर सामूहिक अवकाश लेने वाले शिक्षकों की टोह लेने बड़ोदिया के सीनियर स्कूल पहुंची रेसला की जिलास्तरीय टीम।
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