भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर कलेक्टरआवास पर अपहरण की साजिश का आरोप लगाकर डूंगरपुर में जान का खतरा बताने वाले जिला परिषद के सीईओ परशुराम धानका को राज्य सरकार ने एपीओ कर दिया है।
संयुक्त शासन सचिव अरविंद कुमार पोसवाल ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी परशुराम धानका को अग्रिम आदेशों तक पदस्थापन के आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है। धानका को अपनी उपस्थिति कार्मिक विभाग में देने के आदेश दिए हैं। वे 1998 बैच के आरएएस अधिकारी हैं। कार्मिक विभाग के आदेशों में एपीओ करने के कारण का हवाला नहीं दिया गया है। माना जा रहा है कि सीईओ परशुराम धानका शिक्षक भर्ती प्रकरण 2013 में गड़बड़ी के कारण ही संशोधित सूचियां जारी करने से बच रहे थे। डेढ़ महीने तक कलेक्ट्रेट के सामने अभ्यर्थियों के धरने के बावजूद सूचियां जारी नहीं कर रहे थे।
कलेक्टर के आदेशों की भी कथित अवहेलना की जा रही थी। आंदोलन और अनदेखी के कारण 17 नवंबर की रात को सीईओ परशुराम धानका जयपुर चले गए। इसके बाद 23 नवंबर को जयपुर जाकर स्थानीय कलेक्टर आवास से खुद के अपहरण के प्रयास का आरोप लगाया और जान का खतरा भी बताया था। उन्होंने इसका हवाला देते हुए कार्मिक विभाग से खुद को एपीओ करने की मांग की थी। इसके बाद से ही वे जयपुर ही बैठे हुए थे।
{मंगलवार को एडीएम के जोधपुर कोर्ट में जाने के कारण पदस्थापन की प्रक्रिया अटकी
{ शिक्षक भर्ती 2013 : अब तक नहीं जारी हुई लेवल 2 की लिस्ट
शिक्षक भर्ती 2013
25 महिलाओं को नियुक्ति देने के मामले में एडीएम पहुंचे जोधपुर
शिक्षकभर्ती 2013 में 25 महिला अभ्यर्थियों को पुन: नौकरी पर लगाने की याचिका में कोर्ट में जवाब देने एडीएम विनय पाठक पहुंचे। इसके साथ ही जिलेभर के आठ बीडीओ को भी जोधपुर कोर्ट में पेश होना पड़ा। गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती 2013 में तत्कालीन जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही से पुरुष वर्ग की लिस्ट में 25 महिला अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी थी। मामले में कोर्ट की ओर से 25 महिलाओं को पुन: नियुक्ति देने के आदेश दिए थे। जिस पर सीईओ ने कोर्ट के आदेश पर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद 25 महिलाएं कोर्ट ऑफ कटम्ट लेकर गई। इस मामले में सीईओ का चार्ज संभाल रहे एडीएम मंगलवार को जोधपुर पहुंचे।
सीईओ धानका
11 दिनों से गायब, सीईओ का चार्ज संभाल रहे एडीएम, सैकंड लेवल की सूचियां अब भी बाकी
सीईओधानका के डूंगरपुर से गायब होने के बाद जिला परिषद के कामकाज को संभालने के लिए कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने उसी समय एडीएम विनय पाठक को जिम्मेदारी दी है। धानका 17 नवंबर को अचानक गायब होने के बाद से अब तक डूंगरपुर नहीं लौटे। धानका के गायब होने के बाद वर्ष 2016 शिक्षक भर्ती की सूचियां एडीएम के निर्देशन में जारी की गई। इसके बाद वर्ष 2013 की गड़बड़ी ढूंढने उदयपुर से टीम पहुंची और नए सिरे से भर्ती की पूरी प्रक्रिया को समझते हुए संशोधित सूचियां जारी की गई। अब तक तृतीयश्रेणी प्रथम लेवल की सूचियां जारी हुई है और सैकंड लेवल की सूचियां जारी होना बाकी है।
संयुक्त शासन सचिव अरविंद कुमार पोसवाल ने राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारी परशुराम धानका को अग्रिम आदेशों तक पदस्थापन के आदेशों की प्रतीक्षा में रखा गया है। धानका को अपनी उपस्थिति कार्मिक विभाग में देने के आदेश दिए हैं। वे 1998 बैच के आरएएस अधिकारी हैं। कार्मिक विभाग के आदेशों में एपीओ करने के कारण का हवाला नहीं दिया गया है। माना जा रहा है कि सीईओ परशुराम धानका शिक्षक भर्ती प्रकरण 2013 में गड़बड़ी के कारण ही संशोधित सूचियां जारी करने से बच रहे थे। डेढ़ महीने तक कलेक्ट्रेट के सामने अभ्यर्थियों के धरने के बावजूद सूचियां जारी नहीं कर रहे थे।
कलेक्टर के आदेशों की भी कथित अवहेलना की जा रही थी। आंदोलन और अनदेखी के कारण 17 नवंबर की रात को सीईओ परशुराम धानका जयपुर चले गए। इसके बाद 23 नवंबर को जयपुर जाकर स्थानीय कलेक्टर आवास से खुद के अपहरण के प्रयास का आरोप लगाया और जान का खतरा भी बताया था। उन्होंने इसका हवाला देते हुए कार्मिक विभाग से खुद को एपीओ करने की मांग की थी। इसके बाद से ही वे जयपुर ही बैठे हुए थे।
{मंगलवार को एडीएम के जोधपुर कोर्ट में जाने के कारण पदस्थापन की प्रक्रिया अटकी
{ शिक्षक भर्ती 2013 : अब तक नहीं जारी हुई लेवल 2 की लिस्ट
शिक्षक भर्ती 2013
25 महिलाओं को नियुक्ति देने के मामले में एडीएम पहुंचे जोधपुर
शिक्षकभर्ती 2013 में 25 महिला अभ्यर्थियों को पुन: नौकरी पर लगाने की याचिका में कोर्ट में जवाब देने एडीएम विनय पाठक पहुंचे। इसके साथ ही जिलेभर के आठ बीडीओ को भी जोधपुर कोर्ट में पेश होना पड़ा। गौरतलब है कि शिक्षक भर्ती 2013 में तत्कालीन जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही से पुरुष वर्ग की लिस्ट में 25 महिला अभ्यर्थियों को नियुक्ति दे दी थी। मामले में कोर्ट की ओर से 25 महिलाओं को पुन: नियुक्ति देने के आदेश दिए थे। जिस पर सीईओ ने कोर्ट के आदेश पर कोई ध्यान नहीं दिया। जिसके बाद 25 महिलाएं कोर्ट ऑफ कटम्ट लेकर गई। इस मामले में सीईओ का चार्ज संभाल रहे एडीएम मंगलवार को जोधपुर पहुंचे।
सीईओ धानका
11 दिनों से गायब, सीईओ का चार्ज संभाल रहे एडीएम, सैकंड लेवल की सूचियां अब भी बाकी
सीईओधानका के डूंगरपुर से गायब होने के बाद जिला परिषद के कामकाज को संभालने के लिए कलेक्टर राजेंद्र भट्ट ने उसी समय एडीएम विनय पाठक को जिम्मेदारी दी है। धानका 17 नवंबर को अचानक गायब होने के बाद से अब तक डूंगरपुर नहीं लौटे। धानका के गायब होने के बाद वर्ष 2016 शिक्षक भर्ती की सूचियां एडीएम के निर्देशन में जारी की गई। इसके बाद वर्ष 2013 की गड़बड़ी ढूंढने उदयपुर से टीम पहुंची और नए सिरे से भर्ती की पूरी प्रक्रिया को समझते हुए संशोधित सूचियां जारी की गई। अब तक तृतीयश्रेणी प्रथम लेवल की सूचियां जारी हुई है और सैकंड लेवल की सूचियां जारी होना बाकी है।
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