राज्य के करीब साढ़े आठ हजार तृतीय श्रेणी अध्यापकों को अजमेर
में मंगलवार को हुई विभागीय पदोन्नति समिति ने द्वितीय श्रेणी अध्यापकों
के पद पर पदोन्नति देने की अभिशंषा कर दी है।
इसके साथ ही आठ हजार 446 तृतीय श्रेणी अध्यापकों के द्वितीय श्रेणी अध्यापकों के पदों पर पदस्थापन का रास्ता साफ हो गया है।
माध्यमिक शिक्षा के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) विजय शंकर आचार्य ने बताया कि चयन वर्ष 2017-18 में राज्य के विभिन्न विषयों के 7 हजार 756 अध्यापक तथा रिव्यू डीपीसी में 690 तृतीय श्रेणी अध्यापकों को डीपीसी में द्वितीय श्रेणी अध्यापकों के पदों पर चयनित कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि लोक सेवा आयोग अजमेर में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक की अध्यक्षता आयोग के सदस्य डॉ के आर बागडि़या ने की जबकि संबंधित मण्डलों के उप निदेशकों ने सदस्य सचिव के रूप में अपने मण्डल के अधीन पदोन्नत होने वाले पात्र अध्यापकों की सूचियां,उनकी एसीआर आदि समिति के समक्ष प्रस्तुत की। जिसे पदोन्नत समिति ने स्वीकार कर लिया है।
आयोग द्वारा इन सूचियों का अनुमोदन किया जाएगा। जिसके बाद मण्डल उपनिदेशक विभिन्न विषयों में पदोन्नत अध्यापकों की काउंसलिंग कर पदस्थापन आदेश जारी करेंगे। पदोन्नत हुए विषयाध्यपकों में हिन्दी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी व गुजराती विषय के अध्यापक शामिल हैं। डीपीसी बैठक में उप शासन सचिव (शिक्षा) कमलेश आबूसरिया, कार्मिक विभाग के प्रतिनिधि के रूप में राजस्व मण्डल की निबंधक विनीता श्रीवास्तव तथा निदेशक माध्यमिक शिक्षा नथमल डिडेल उपस्थित थे।
2681 पात्र नहीं मिले
11 हजार 127 पदों के लिए हुई डीपीसी में विभाग को 8446 तृतीय श्रेणी अध्यापक ही पात्र मिले। जिनकी डीपीसी कर दी गई है। निदेशक के स्टॉफ ऑफिसर रमेश हर्ष ने बताया कि गणित विषय तथा आरक्षित वर्ग में पदोन्नत होने वाले पात्र शिक्षक नहीं मिलने की वजह से 8 हजार 446 शिक्षकों को ही पदोन्नत किया गया है। उन्होंने बताया कि जैसे ही पात्र अभ्यर्थी उपलब्ध होंगे शेष पदोन्नतियां भी विभाग द्वारा करा दी जाएगी।
इसके साथ ही आठ हजार 446 तृतीय श्रेणी अध्यापकों के द्वितीय श्रेणी अध्यापकों के पदों पर पदस्थापन का रास्ता साफ हो गया है।
माध्यमिक शिक्षा के संयुक्त निदेशक (प्रशासन) विजय शंकर आचार्य ने बताया कि चयन वर्ष 2017-18 में राज्य के विभिन्न विषयों के 7 हजार 756 अध्यापक तथा रिव्यू डीपीसी में 690 तृतीय श्रेणी अध्यापकों को डीपीसी में द्वितीय श्रेणी अध्यापकों के पदों पर चयनित कर लिया गया है।
उन्होंने बताया कि लोक सेवा आयोग अजमेर में हुई विभागीय पदोन्नति समिति की बैठक की अध्यक्षता आयोग के सदस्य डॉ के आर बागडि़या ने की जबकि संबंधित मण्डलों के उप निदेशकों ने सदस्य सचिव के रूप में अपने मण्डल के अधीन पदोन्नत होने वाले पात्र अध्यापकों की सूचियां,उनकी एसीआर आदि समिति के समक्ष प्रस्तुत की। जिसे पदोन्नत समिति ने स्वीकार कर लिया है।
आयोग द्वारा इन सूचियों का अनुमोदन किया जाएगा। जिसके बाद मण्डल उपनिदेशक विभिन्न विषयों में पदोन्नत अध्यापकों की काउंसलिंग कर पदस्थापन आदेश जारी करेंगे। पदोन्नत हुए विषयाध्यपकों में हिन्दी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित, सामाजिक विज्ञान, संस्कृत, उर्दू, पंजाबी व गुजराती विषय के अध्यापक शामिल हैं। डीपीसी बैठक में उप शासन सचिव (शिक्षा) कमलेश आबूसरिया, कार्मिक विभाग के प्रतिनिधि के रूप में राजस्व मण्डल की निबंधक विनीता श्रीवास्तव तथा निदेशक माध्यमिक शिक्षा नथमल डिडेल उपस्थित थे।
2681 पात्र नहीं मिले
11 हजार 127 पदों के लिए हुई डीपीसी में विभाग को 8446 तृतीय श्रेणी अध्यापक ही पात्र मिले। जिनकी डीपीसी कर दी गई है। निदेशक के स्टॉफ ऑफिसर रमेश हर्ष ने बताया कि गणित विषय तथा आरक्षित वर्ग में पदोन्नत होने वाले पात्र शिक्षक नहीं मिलने की वजह से 8 हजार 446 शिक्षकों को ही पदोन्नत किया गया है। उन्होंने बताया कि जैसे ही पात्र अभ्यर्थी उपलब्ध होंगे शेष पदोन्नतियां भी विभाग द्वारा करा दी जाएगी।
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