प्राथमिकउच्च प्राथमिक स्कूलों में प्रतिनियुक्तियां खत्म करने के बावजूद
17 बीईईओ ने 500 शिक्षकों को रिलीव करने की रस्म अदायगी करने के बाद दुबारा
प्रतिनियुक्ति के आदेश कर दिए। एक ब्लॉक से दूसरे ब्लॉक की स्कूलों में
लगे शिक्षकों को मूल पद पर स्थापित कर दिया, लेकिन ब्लॉक की अलग-अलग
स्कूलों में प्रतिनियुक्ति पर लगे शिक्षकों पर बीईईओ मेहरबान है।
बाड़मेर शहर की स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था की आड़ में प्रतिनियुक्तियां निरस्त करने के बाद दुबारा आदेश करने का मामला सामने आया है। गौरतलब है कि शिक्षामंत्री ने मई 2017 को सभी डीईओ को आदेश जारी कर प्रतिनियुक्तियां पर लगे शिक्षकों को मूल पद पर भेजने के निर्देश दिए थे। इसकी पालना में डीईओ ने यह जिम्मेदारी संबंधित बीईईओ को सौंपी थी।
राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी की ओर से एक शिक्षिका के प्रतिनियुक्ति आदेश करवाने के मामले को लेकर भास्कर पड़ताल में चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। चहेते शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति के लिए कई विधायक भाजपा नेताओं ने सिफारिश की है। हालांकि शिक्षा विभाग ने अभी तक आदेश नहीं किए हैं।
बाड़मेर शहर में संचालित प्राथमिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में 20 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रतिनियुक्ति पर लगे हाेने का मामला उजागर होने के बाद शहर से तीस किलोमीटर की परिधि में आने वाली स्कूलों में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। स्कूलों में कागजों में नामांकन ज्यादा दिखाते हुए शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया। अफसरों के चहेतों नेताओं की सिफारिश वाले शिक्षकों को मनमाफिक स्कूलों में लगा दिया।
शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षिका प्रिया चौधरी मौसम मीणा की प्रतिनियुक्ति के आदेश डीईओ बाड़मेर को दिए हैं। इसमें प्रिया चौधरी की सिफारिश राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने की है। इन दोनों शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति में नियमों की अड़चन गई है। प्रतिनियुक्ति निरस्त होने पर दोनों शिक्षिकाओं को रिलीव कर दिया। इसके बाद इन्होंने मूल पद पर ज्वाइन नहीं किया। ऐसे में शिक्षा विभाग के रिकार्ड में ये शिक्षिकाएं पदस्थापित नहीं है। दोनों की प्रतिनियुक्ति का मामला फिलहाल अटक गया है।
10 साल से प्रतिनियुक्ति,16 सीसीए के नोटिस
राउप्राविशिव मंदिर की शिक्षिका प्रिया चौधरी नियुक्ति के बाद से प्रतिनियुक्ति पर लगी है। यानि नियुक्ति के कुछ साल बाद ही राजनैतिक पहुंच से शिक्षण व्यवस्था में आदेश करवा दिए। राबाउप्रावि आलों की ढाणी ग्राम पंचायत कोरना में प्रतिनियुक्ति के दौरान लंबे समय से तक स्वेच्छा से अनुपस्थित रहने पर शिक्षा विभाग ने 16 सीसीए की कार्रवाई की।
मूल पद पर ज्वाइन नहीं किया
राउप्राविपुलिस लाइन की शिक्षिका गीता पनपालिया को शिक्षण व्यवस्था के तहत राउप्रावि हरिजन बस्ती में लगाया गया। डीईओ के आदेश पर प्रतिनियुक्ति निरस्त की गई। लेकिन कुछ ही दिन बाद दुबारा उसी स्कूल में प्रतिनियुक्ति पर लगा दिया। हालांकि यहां पर पहले पर्याप्त स्टाफ है। बावजूद इसके राजनैतिक पहुंच से आदेश करवा दिए।
एक स्कूल से दूसरी में कर दिए प्रतिनियुक्ति के आदेश
राउप्राविपुलिस लाइन में कार्यरत शिक्षिका दुर्गा आचार्य को प्रतिनियुक्ति पर राउप्रावि गांधीनगर बाड़मेर में लगा रखा था। शिक्षामंत्री के आदेश के बाद प्रतिनियुक्ति निरस्त कर मूल पद पर ज्वाइन करने के निर्देश दिए। शिक्षिका ने सिफारिश लगाकर दुबारा राउप्रावि राय कॉलोनी बाड़मेर में प्रतिनियुक्ति के आदेश करवा दिए।
बाड़मेर शहर की स्कूलों में शिक्षण व्यवस्था की आड़ में प्रतिनियुक्तियां निरस्त करने के बाद दुबारा आदेश करने का मामला सामने आया है। गौरतलब है कि शिक्षामंत्री ने मई 2017 को सभी डीईओ को आदेश जारी कर प्रतिनियुक्तियां पर लगे शिक्षकों को मूल पद पर भेजने के निर्देश दिए थे। इसकी पालना में डीईओ ने यह जिम्मेदारी संबंधित बीईईओ को सौंपी थी।
राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी की ओर से एक शिक्षिका के प्रतिनियुक्ति आदेश करवाने के मामले को लेकर भास्कर पड़ताल में चौंकाने वाली हकीकत सामने आई है। चहेते शिक्षक-शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति के लिए कई विधायक भाजपा नेताओं ने सिफारिश की है। हालांकि शिक्षा विभाग ने अभी तक आदेश नहीं किए हैं।
बाड़मेर शहर में संचालित प्राथमिक उच्च प्राथमिक स्कूलों में 20 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं प्रतिनियुक्ति पर लगे हाेने का मामला उजागर होने के बाद शहर से तीस किलोमीटर की परिधि में आने वाली स्कूलों में भी कुछ ऐसा ही मामला सामने आया है। स्कूलों में कागजों में नामांकन ज्यादा दिखाते हुए शिक्षक-शिक्षिकाओं को प्रतिनियुक्ति पर लगाया गया। अफसरों के चहेतों नेताओं की सिफारिश वाले शिक्षकों को मनमाफिक स्कूलों में लगा दिया।
शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने शिक्षिका प्रिया चौधरी मौसम मीणा की प्रतिनियुक्ति के आदेश डीईओ बाड़मेर को दिए हैं। इसमें प्रिया चौधरी की सिफारिश राजस्व मंत्री अमराराम चौधरी ने की है। इन दोनों शिक्षिकाओं की प्रतिनियुक्ति में नियमों की अड़चन गई है। प्रतिनियुक्ति निरस्त होने पर दोनों शिक्षिकाओं को रिलीव कर दिया। इसके बाद इन्होंने मूल पद पर ज्वाइन नहीं किया। ऐसे में शिक्षा विभाग के रिकार्ड में ये शिक्षिकाएं पदस्थापित नहीं है। दोनों की प्रतिनियुक्ति का मामला फिलहाल अटक गया है।
10 साल से प्रतिनियुक्ति,16 सीसीए के नोटिस
राउप्राविशिव मंदिर की शिक्षिका प्रिया चौधरी नियुक्ति के बाद से प्रतिनियुक्ति पर लगी है। यानि नियुक्ति के कुछ साल बाद ही राजनैतिक पहुंच से शिक्षण व्यवस्था में आदेश करवा दिए। राबाउप्रावि आलों की ढाणी ग्राम पंचायत कोरना में प्रतिनियुक्ति के दौरान लंबे समय से तक स्वेच्छा से अनुपस्थित रहने पर शिक्षा विभाग ने 16 सीसीए की कार्रवाई की।
मूल पद पर ज्वाइन नहीं किया
राउप्राविपुलिस लाइन की शिक्षिका गीता पनपालिया को शिक्षण व्यवस्था के तहत राउप्रावि हरिजन बस्ती में लगाया गया। डीईओ के आदेश पर प्रतिनियुक्ति निरस्त की गई। लेकिन कुछ ही दिन बाद दुबारा उसी स्कूल में प्रतिनियुक्ति पर लगा दिया। हालांकि यहां पर पहले पर्याप्त स्टाफ है। बावजूद इसके राजनैतिक पहुंच से आदेश करवा दिए।
एक स्कूल से दूसरी में कर दिए प्रतिनियुक्ति के आदेश
राउप्राविपुलिस लाइन में कार्यरत शिक्षिका दुर्गा आचार्य को प्रतिनियुक्ति पर राउप्रावि गांधीनगर बाड़मेर में लगा रखा था। शिक्षामंत्री के आदेश के बाद प्रतिनियुक्ति निरस्त कर मूल पद पर ज्वाइन करने के निर्देश दिए। शिक्षिका ने सिफारिश लगाकर दुबारा राउप्रावि राय कॉलोनी बाड़मेर में प्रतिनियुक्ति के आदेश करवा दिए।
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