राजस्थान शिक्षा सेवा व्याख्याता (रेसला) द्वारा शनिवार को परबतसर ब्लॉक के
सभी व्याख्याताओं के द्वारा सरकार के वेतन कटौती के आदेश के खिलाफ काली
पट्टी बांधकर शिक्षण कार्य करवाया गया।
रेसला के प्रदेश संगठन मंत्री हुकमा राम ने बताया कि हाल ही में सरकार द्वारा विभिन्न ग्रेड पे वाले कार्मिकों की वेतन कटौती की। जिसके विरोध में आज परबतसर के सभी व्याख्याताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध का कार्यक्रम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परबतसर में भी किया गया। उन्होंने बताया कि एक ओर जहां कार्मिक सरकार से 7 वें पे कमीशन लागू करने विभिन्न वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे है। वहीं सरकार ने लगभग 60 हजार कर्मचारियों की जेब काटने की तैयारी करने के संकेत दे दिए है। रेसला ने इसका विरोध करते हुए राज्य की संपूर्ण ब्लॉक कार्यकारिणी के माध्यम से 31 जुलाई 1 अगस्त को पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए। 8 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन और मांगें माने जाने पर 21 अगस्त को ऐतिहासिक आक्रोश रैली जयपुर में निकाली जाएगी। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सत्यनारायण वैष्णव, हरिकृष्ण, जिला कोषाध्यक्ष ज्ञानेंद्र व्यास, हुकमा राम, सावित्री मालपानी, सभाध्यक्ष गजेंद्रसिंह राठौड़, महावीर, कृष्ण कुमार पलोड, लोकेंद्र शर्मा, कैलाश चंद्र चौधरी, दिलीपसिंह, पुष्पा शर्मा आदि उपस्थित रहे।
नावांसिटी| राज्यसरकार द्वारा वेतन वृद्धि रोकने के विरोध में शिक्षकों मंत्रालयिक कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर रोष जताया। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के जिला मंत्री प्रेमचंद चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आदेश जारी कर राजस्थान सिविल सेवा नियम में संशोधन के नाम पर कर्मचारियों पर वेतन वृद्धि नहीं लगाने पर किया गया बहुत बड़ा आर्थिक हमला शिक्षक संघ बर्दाश्त नहीं करेगा। केदारमल शर्मा, लक्ष्मी मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री कर्मचारी विरोधी निर्णयों पर अंकुश लगावें, नहीं तो सरकार को कर्मचारियों के उग्र आंदोलन का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान कविता वर्मा, सीमा, कमला, ग्यारसी शर्मा, अनोप देवी, कालू खां, भैरूसिंह, महेंद्र वर्मा, रामनिवास सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
रेसला के प्रदेश संगठन मंत्री हुकमा राम ने बताया कि हाल ही में सरकार द्वारा विभिन्न ग्रेड पे वाले कार्मिकों की वेतन कटौती की। जिसके विरोध में आज परबतसर के सभी व्याख्याताओं ने काली पट्टी बांधकर विरोध का कार्यक्रम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय परबतसर में भी किया गया। उन्होंने बताया कि एक ओर जहां कार्मिक सरकार से 7 वें पे कमीशन लागू करने विभिन्न वेतन विसंगतियों को दूर करने की मांग कर रहे है। वहीं सरकार ने लगभग 60 हजार कर्मचारियों की जेब काटने की तैयारी करने के संकेत दे दिए है। रेसला ने इसका विरोध करते हुए राज्य की संपूर्ण ब्लॉक कार्यकारिणी के माध्यम से 31 जुलाई 1 अगस्त को पूरे प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिए। 8 अगस्त को सभी जिला मुख्यालयों पर धरना प्रदर्शन और मांगें माने जाने पर 21 अगस्त को ऐतिहासिक आक्रोश रैली जयपुर में निकाली जाएगी। इस अवसर पर प्रधानाचार्य सत्यनारायण वैष्णव, हरिकृष्ण, जिला कोषाध्यक्ष ज्ञानेंद्र व्यास, हुकमा राम, सावित्री मालपानी, सभाध्यक्ष गजेंद्रसिंह राठौड़, महावीर, कृष्ण कुमार पलोड, लोकेंद्र शर्मा, कैलाश चंद्र चौधरी, दिलीपसिंह, पुष्पा शर्मा आदि उपस्थित रहे।
नावांसिटी| राज्यसरकार द्वारा वेतन वृद्धि रोकने के विरोध में शिक्षकों मंत्रालयिक कर्मचारियों ने काली पट्टी बांधकर रोष जताया। राजस्थान शिक्षक संघ शेखावत के जिला मंत्री प्रेमचंद चौधरी ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा आदेश जारी कर राजस्थान सिविल सेवा नियम में संशोधन के नाम पर कर्मचारियों पर वेतन वृद्धि नहीं लगाने पर किया गया बहुत बड़ा आर्थिक हमला शिक्षक संघ बर्दाश्त नहीं करेगा। केदारमल शर्मा, लक्ष्मी मीणा ने कहा कि मुख्यमंत्री कर्मचारी विरोधी निर्णयों पर अंकुश लगावें, नहीं तो सरकार को कर्मचारियों के उग्र आंदोलन का सामना करना पड़ेगा। इस दौरान कविता वर्मा, सीमा, कमला, ग्यारसी शर्मा, अनोप देवी, कालू खां, भैरूसिंह, महेंद्र वर्मा, रामनिवास सहित अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
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