अजमेर में जिला परिषद कार्यालय में जिला प्रमुख की
अनुपस्थिति में कक्ष में घुसकर हंगामा करने वाले शिक्षक को नेतागिरी भारी
पड़ गई है। जिला परिषद के सीईओ ने शिक्षक को निलम्बित कर दिया है। साथ ही,
उसके साथ मौजूद अन्य शिक्षकों के भी व्यवहार का आकलन कर कार्रवाई के
निर्देश दिए हैं।
जानकारी के अनुसार, यह कार्रवाई
जिला प्रमुख वंदना नोगिया के निर्देश पर सीईओ निकया गोहाएन ने की। गोहाएन
ने राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय बानोला पंचायत समिति मसूदा में कार्यरत
तृतीय क्षेणी शिक्षक रामचन्द्र जाखड़ को निलम्बित कर दिया। उन्होंने निलम्बन
काल में शिक्षक का मुख्यालय बीईईओ कार्यालय मसूदा किया है।
मामला बीते 20 जून से जुड़ा हुआ है। शिक्षक रामचन्द्र जाखड़ अपने अन्य साथी शिक्षकों के साथ जिला प्रमुख वंदना नोगिया के गैरमौजूदगी में उनके कक्ष में घुस गया और ज्ञापन देने सहित उसी दिन शिक्षकों की सभी मांगें पूरी करने की बात पर अड़ गया। इस पर वहां मौजूद कर्मचारियों व अधिकारियों ने उसे बार-बार समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वह नहीं माना। दोपहर तीन बजे आए शिक्षक शाम छह बजे तक भी जिला प्रमुख के कक्ष में जबरदस्ती बैठे रहे।
इस पर जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने एसीईओ संजय माथुर को वार्ता करने हेतु कक्ष में भेजा, परन्तु शिक्षक नेता नहीं माने। तब जाकर अभद्रता की जानकारी के बाद सीईओ निकया गोहाएन को संबंधित शिक्षकों पर नियमानुसार कार्रवाई के आदेश मिले थे।
मामला बीते 20 जून से जुड़ा हुआ है। शिक्षक रामचन्द्र जाखड़ अपने अन्य साथी शिक्षकों के साथ जिला प्रमुख वंदना नोगिया के गैरमौजूदगी में उनके कक्ष में घुस गया और ज्ञापन देने सहित उसी दिन शिक्षकों की सभी मांगें पूरी करने की बात पर अड़ गया। इस पर वहां मौजूद कर्मचारियों व अधिकारियों ने उसे बार-बार समझाने का प्रयास भी किया, लेकिन वह नहीं माना। दोपहर तीन बजे आए शिक्षक शाम छह बजे तक भी जिला प्रमुख के कक्ष में जबरदस्ती बैठे रहे।
इस पर जिला प्रमुख वंदना नोगिया ने एसीईओ संजय माथुर को वार्ता करने हेतु कक्ष में भेजा, परन्तु शिक्षक नेता नहीं माने। तब जाकर अभद्रता की जानकारी के बाद सीईओ निकया गोहाएन को संबंधित शिक्षकों पर नियमानुसार कार्रवाई के आदेश मिले थे।
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