उदयपुर. प्रदेशके 8 हजार वरिष्ठ शिक्षक बुधवार को काला दिवस मनाएंगे।
शिक्षकों ने बताया कि राजस्थान वरिष्ठ शिक्षक संघ (रेस्टा) के बैनर तले
विधानसभा का घेराव किया था तब सरकार ने 15 दिन में वेतन विसंगति दूर करने
का आश्वासन दिया था।
लेकिन चार महीने बीत जाने के बावजूद भी सरकार ने वेतन विसंगति दूर नहीं की। जिससे राज्य के वरिष्ठ शिक्षकों ने 28 जून को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। जिलाध्यक्ष श्वेता राठौड़ ने बताया कि इस दिन वरिष्ठ अध्यापक काली पट्टी बांधकर पढ़ाएंगे। साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द ही वेतन विसंगति दूर नहीं की तो जयपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 जून 2013 का दिन वरिष्ठ शिक्षकों के इतिहास में काला दिन साबित हुआ जब वित्त विभाग ने भटनागर कमेटी की रिपोर्ट लागू करते समय पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने सभी कर्मचारी वर्गों की एंट्री पे स्केल और ग्रेड पे दोनों बढ़ाकर चुनावी वर्ष में वाहवाही लूट ली। लेकिन वरिष्ठ अध्यापकों की एंट्री पे स्केल में कोई बदलाव नहीं करने से प्रत्येक वरिष्ठ अध्यापक को प्रति माह 4000 का आर्थिक नुकसान हुआ।
लेकिन चार महीने बीत जाने के बावजूद भी सरकार ने वेतन विसंगति दूर नहीं की। जिससे राज्य के वरिष्ठ शिक्षकों ने 28 जून को काला दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया गया। जिलाध्यक्ष श्वेता राठौड़ ने बताया कि इस दिन वरिष्ठ अध्यापक काली पट्टी बांधकर पढ़ाएंगे। साथ ही चेतावनी दी है कि जल्द ही वेतन विसंगति दूर नहीं की तो जयपुर में बड़ा आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 28 जून 2013 का दिन वरिष्ठ शिक्षकों के इतिहास में काला दिन साबित हुआ जब वित्त विभाग ने भटनागर कमेटी की रिपोर्ट लागू करते समय पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने सभी कर्मचारी वर्गों की एंट्री पे स्केल और ग्रेड पे दोनों बढ़ाकर चुनावी वर्ष में वाहवाही लूट ली। लेकिन वरिष्ठ अध्यापकों की एंट्री पे स्केल में कोई बदलाव नहीं करने से प्रत्येक वरिष्ठ अध्यापक को प्रति माह 4000 का आर्थिक नुकसान हुआ।
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