प्रतापगढ़को जिला बने 9 साल होने के बावजूद तृतीय श्रेणी अध्यापकों के साथ
न्याय नहीं हो रहा। तृतीय श्रेणी से द्वितीय श्रेणी में पदोन्नति में
शिक्षा विभाग कई अनियमितताएं बरत रहे हैं, जिससे शिक्षकों में भारी आक्रोश
है। जिले के पात्र शिक्षकों को वरिष्ठता सूची में कमियां रखकर उन्हें
पदोन्नति से वंचित रखा जा रहा है।
जिले में कई पात्र शिक्षक व्यक्तिगत रूप से त्रुटियों को सुधार चुके उसके बावजूद शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी जानबूझकर वंचित कर रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि कई बार उप निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग उदयपुर को परिवेदना भेजी गई, लेकिन ऊपर से आदेश आने के बावजूद छोटी-छोटी कमियां गिनाकर जिले के करीब 40 से 50 शिक्षकों को हर साल वरिष्ठता सूची से वंचित कर रहे हैं, जिससे शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों ने रिव्यू डीपीसी जारी करने की मांग की। इसको लेकर मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी को उपनिदेशक के नाम ज्ञापन भी दिया।
रिव्यू डीपीसी नहीं निकाली तो करेंगे आंदोलन
राजस्थानशिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश सभाध्यक्ष पुष्पराज सिंह शक्तावत ने बताया कि वरिष्ठता, पात्रता सूची में वंचित रखे गए शिक्षकों की रिव्यू डीपीसी शिक्षा विभाग के नहीं निकाली जाने पर शिक्षक संघ आंदोलन करेगा। शिक्षकों इस जायज मांग को लेकर उच्च अधिकारियों से वार्ता जारी है।
इन पात्र शिक्षकों को किया वंचित
जिलेके रामदयाल पाटीदार रठांजना, नटवर सिंह अचनारा, नेपाल सिंह झांसड़ी, सत्यनारायण शर्मा बेडमा, शंभूलाल मीणा मोटा धामनिया, भुवानसिंह राठौड़ तृतीय श्रेणी शिक्षकों को द्वितीय श्रेणी पदोन्नति से वंचित रखा गया है। ऐसे शिक्षक जिले में करीब 40 से 50 हैं।
यहखामियां निकालकर कर रहे वंचित
शिक्षकसत्यनारायण शर्मा ने बताया कि 9 साल से पदोन्नति की वरिष्ठता सूची शिक्षा विभाग प्रतापगढ़ से चित्तौड़गढ़ भेजी जाती है। वहां कभी उनके पिता का नाम गलत तो कभी विषय तो, कभी प्रथम नियुक्ति तिथि गलत करके हर बार वंचित कर देते हैं। इससे वे वरिष्ठता में पिछड़ रहे हैं।
जिला बने 9 साल हो चुके फिर भी वरिष्ठता सूची चित्तौड़गढ़ से
राजस्थानशिक्षक संघ (एकीकृत) के जिलाध्यक्ष महिपाल सिंह चौहान ने बताया कि प्रतापगढ़ को जिला बने करीब 9 साल होने आए उसके बावजूद शिक्षकों के पात्रता, वरिष्ठता सूची चित्तौगढ जिले में बनाई जाती हैं, जिसके कारण शिक्षकों को वरिष्ठता सूची की त्रुटियों को दुरुस्त कराने के लिए अवकाश लेकर चित्तौडगढ़ और उदयपुर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। उसके बावजूद शिक्षा विभाग के कार्मिक छोटी-छोटी कमियां निकालकर पात्र शिक्षकों को वंचित रख रहे हैं। संघ प्रतापगढ़ जिले में ही वरिष्ठता सूची तैयार करे, जिससे शिक्षकों की परेशानियां कम होगी और पात्र शिक्षकों का ही चयन हो सकेगा।
जिले में कई पात्र शिक्षक व्यक्तिगत रूप से त्रुटियों को सुधार चुके उसके बावजूद शिक्षा विभाग के जिम्मेदार कर्मचारी जानबूझकर वंचित कर रहे हैं। शिक्षकों ने बताया कि कई बार उप निदेशक माध्यमिक शिक्षा विभाग उदयपुर को परिवेदना भेजी गई, लेकिन ऊपर से आदेश आने के बावजूद छोटी-छोटी कमियां गिनाकर जिले के करीब 40 से 50 शिक्षकों को हर साल वरिष्ठता सूची से वंचित कर रहे हैं, जिससे शिक्षक परेशान हैं। शिक्षकों ने रिव्यू डीपीसी जारी करने की मांग की। इसको लेकर मंगलवार को जिला शिक्षा अधिकारी को उपनिदेशक के नाम ज्ञापन भी दिया।
रिव्यू डीपीसी नहीं निकाली तो करेंगे आंदोलन
राजस्थानशिक्षक संघ एकीकृत के प्रदेश सभाध्यक्ष पुष्पराज सिंह शक्तावत ने बताया कि वरिष्ठता, पात्रता सूची में वंचित रखे गए शिक्षकों की रिव्यू डीपीसी शिक्षा विभाग के नहीं निकाली जाने पर शिक्षक संघ आंदोलन करेगा। शिक्षकों इस जायज मांग को लेकर उच्च अधिकारियों से वार्ता जारी है।
इन पात्र शिक्षकों को किया वंचित
जिलेके रामदयाल पाटीदार रठांजना, नटवर सिंह अचनारा, नेपाल सिंह झांसड़ी, सत्यनारायण शर्मा बेडमा, शंभूलाल मीणा मोटा धामनिया, भुवानसिंह राठौड़ तृतीय श्रेणी शिक्षकों को द्वितीय श्रेणी पदोन्नति से वंचित रखा गया है। ऐसे शिक्षक जिले में करीब 40 से 50 हैं।
यहखामियां निकालकर कर रहे वंचित
शिक्षकसत्यनारायण शर्मा ने बताया कि 9 साल से पदोन्नति की वरिष्ठता सूची शिक्षा विभाग प्रतापगढ़ से चित्तौड़गढ़ भेजी जाती है। वहां कभी उनके पिता का नाम गलत तो कभी विषय तो, कभी प्रथम नियुक्ति तिथि गलत करके हर बार वंचित कर देते हैं। इससे वे वरिष्ठता में पिछड़ रहे हैं।
जिला बने 9 साल हो चुके फिर भी वरिष्ठता सूची चित्तौड़गढ़ से
राजस्थानशिक्षक संघ (एकीकृत) के जिलाध्यक्ष महिपाल सिंह चौहान ने बताया कि प्रतापगढ़ को जिला बने करीब 9 साल होने आए उसके बावजूद शिक्षकों के पात्रता, वरिष्ठता सूची चित्तौगढ जिले में बनाई जाती हैं, जिसके कारण शिक्षकों को वरिष्ठता सूची की त्रुटियों को दुरुस्त कराने के लिए अवकाश लेकर चित्तौडगढ़ और उदयपुर के चक्कर लगाने पड़ते हैं। उसके बावजूद शिक्षा विभाग के कार्मिक छोटी-छोटी कमियां निकालकर पात्र शिक्षकों को वंचित रख रहे हैं। संघ प्रतापगढ़ जिले में ही वरिष्ठता सूची तैयार करे, जिससे शिक्षकों की परेशानियां कम होगी और पात्र शिक्षकों का ही चयन हो सकेगा।
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