अमर उजाला टीम डिजिटल/जयपुर राजस्थान लोक सेवा आयोग सीनियर टीचर रोहिताश के खिलाफ कार्रवाई करेगा। रोहिताश ने वर्ष 2013 में वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड द्वितीय में हिन्दी विषय से आवेदन किया था और उसका चयन भी हो गया है।
दरअसल झुंझुनूं निवासी रोहिताश पुत्र रिछपाल ने वर्ष 2006 में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक परीक्षा में दो आवेदन अलग-अलग फोटो एवं खुद के दस्तावेज लगाकर भरे थे। जांच में यह पकड़ा गया। इस पर इसे 2009 में सभी परीक्षाओं से डिबार कर दिया गया। यानि भविष्य के लिए उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया।
इसके बाद रोहिताश ने वर्ष 2013 में वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड द्वितीय हिन्दी विषय से आवेदन किया और वह इसमें चयनित भी हो गया। इसे फरवरी 2016 में पदस्थापित भी कर दिया गया। इस दौरान रोहिताश ने तथ्यों को छिपाया। उसे करीब एक साल पहले नौकरी भी मिल गई। अब आयोग द्वारा की गई जांच में रोहिताश के कृत्य का खुलासा हुआ। आरपीएसससी के सचिव गिरीराज सिंह कुशवाहा का कहना है कि शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर नियम विरुद्ध नौकरी पाने की जानकारी दी गई है। साथ ही अभ्यर्थी पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
दरअसल झुंझुनूं निवासी रोहिताश पुत्र रिछपाल ने वर्ष 2006 में प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक परीक्षा में दो आवेदन अलग-अलग फोटो एवं खुद के दस्तावेज लगाकर भरे थे। जांच में यह पकड़ा गया। इस पर इसे 2009 में सभी परीक्षाओं से डिबार कर दिया गया। यानि भविष्य के लिए उसे अयोग्य घोषित कर दिया गया।
इसके बाद रोहिताश ने वर्ष 2013 में वरिष्ठ अध्यापक ग्रेड द्वितीय हिन्दी विषय से आवेदन किया और वह इसमें चयनित भी हो गया। इसे फरवरी 2016 में पदस्थापित भी कर दिया गया। इस दौरान रोहिताश ने तथ्यों को छिपाया। उसे करीब एक साल पहले नौकरी भी मिल गई। अब आयोग द्वारा की गई जांच में रोहिताश के कृत्य का खुलासा हुआ। आरपीएसससी के सचिव गिरीराज सिंह कुशवाहा का कहना है कि शिक्षा विभाग को पत्र लिखकर नियम विरुद्ध नौकरी पाने की जानकारी दी गई है। साथ ही अभ्यर्थी पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
No comments:
Post a Comment