राजस्थानलोकसेवा आयोग की द्वितीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथियों
से प्रदेश के तीन विश्वविद्यालयों की 10 पीजी परीक्षाओं की तिथियां टकरा गई
है। आरपीएससी परीक्षा की तुलना में एक ही तिथि पर परीक्षाएं होने से बड़ी
संख्या में परीक्षार्थी असमंजस में है कि कौनसी परीक्षाएं दे और कौनसी
छोड़े।
इस मामले में अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालयों में, आरपीएससी से लेकर सचिवालय तक में अपनी गुहार दर्ज कराई। बहरहाल 26 अप्रेल से ये परीक्षाएं शुरु होने वाली है और परीक्षार्थियों काे राहत का इंतजार है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इन तीन विश्वविद्यालयों के परीक्षार्थियों ने अपनी मांग और शिकायतें दर्ज करा दी है। प्रदेश के अन्य जिलों के विश्वविद्यालय भी इस समस्या से प्रभावित है। उन्होंने जिला स्तर पर आपत्ति दर्ज कराई है।
समाधान यह
आरपीएससी नहीं तो विवि की तिथियों में बदलाव संभव
आरपीएससीने परीक्षा तिथियों में बदलाव की संभावनाओं से इंकार किया है। उधर इस मामले में राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित अन्य विश्वविद्यालयों से जुड़े परीक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यूनिवर्सिटी स्तर पर तिथियों में बदलाव संभव है। इस संबंध में आरपीएससी से पत्र व्यवहार करके निर्णय लिया जा सकता है। उधर ये भी देखना होगा कि कि आरपीएससी कितना सहयोग करेगा। छात्रहित में पूर्व में ऐसे निर्णय विश्वविद्यालय ले चुके हैं। अब इस मामले पर भी विश्वविद्यालय अपने स्तर पर विचार कर रहे है।
इस मामले में अभ्यर्थियों ने विश्वविद्यालयों में, आरपीएससी से लेकर सचिवालय तक में अपनी गुहार दर्ज कराई। बहरहाल 26 अप्रेल से ये परीक्षाएं शुरु होने वाली है और परीक्षार्थियों काे राहत का इंतजार है। अभ्यर्थियों का कहना है कि इन तीन विश्वविद्यालयों के परीक्षार्थियों ने अपनी मांग और शिकायतें दर्ज करा दी है। प्रदेश के अन्य जिलों के विश्वविद्यालय भी इस समस्या से प्रभावित है। उन्होंने जिला स्तर पर आपत्ति दर्ज कराई है।
समाधान यह
आरपीएससी नहीं तो विवि की तिथियों में बदलाव संभव
आरपीएससीने परीक्षा तिथियों में बदलाव की संभावनाओं से इंकार किया है। उधर इस मामले में राजस्थान यूनिवर्सिटी सहित अन्य विश्वविद्यालयों से जुड़े परीक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यूनिवर्सिटी स्तर पर तिथियों में बदलाव संभव है। इस संबंध में आरपीएससी से पत्र व्यवहार करके निर्णय लिया जा सकता है। उधर ये भी देखना होगा कि कि आरपीएससी कितना सहयोग करेगा। छात्रहित में पूर्व में ऐसे निर्णय विश्वविद्यालय ले चुके हैं। अब इस मामले पर भी विश्वविद्यालय अपने स्तर पर विचार कर रहे है।
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