दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना से बाड़मेर जिले की 364 उच्च प्राथमिक स्कूलों
को विद्युतीकरण से जोड़ा जाएगा। ये स्कूलें सालों से विद्युतीकरण वंचित थी।
सर्व शिक्षा विभाग के प्रस्ताव पर अब मॉनिटरिंग कमेटी ने मुहर लगा दी है,
जिसके बाद अब जिले की इन स्कूलों में पहली बार बिजली आएगी।
सालों से ये स्कूलें अंधेरे में थी। प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना दीन दयाल ग्राम ज्योति के तहत इन स्कूलों को भी रोशन किया जाएगा। बाड़मेर जिले में सरकारी स्कूलों में बिजली के अभाव में सालों से बच्चे परेशानी झेलते रहे हैं, लेकिन अब इन स्कूलों में बिजली पहुंचाने का सपना पूरा होगा। बिजली विहीन स्कूलों को विद्युतीकरण से जोड़ने के सर्व शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना की मॉनिटरिंग कमेटी ने मंजूर कर लिया है। ऐसे में 364 स्कूलों तक बिजली पहुंचाने का काम दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत होगा। इससे अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी में परेशानी नहीं होगी। उन्हें अब स्कूलों में ही बिजली मिलेगी। दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना से जुड़ने वाली 364 स्कूलों में ऐसी भी कई स्कूलें है, जो 1950 से संचालित हो रही है, लेकिन आज दिन तक उन स्कूलों में बिजली नहीं पहुंची। इन स्कूलों में बच्चों की संख्या में 200 से ज्यादा है। ऐसी स्थिति में 70 साल बाद एक साथ इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों को विद्युतीकरण से जोड़ा जाएगा।
भास्कर नेउठाया था मुद्दा
दैनिकभास्कर ने कुछ दिन पूर्व ही बाड़मेर जिले की 364 स्कूलों में बिजली नहीं होने और शिक्षकों की कमी के बावजूद प्रदेश रैंकिंग में चौथा स्थान हासिल किए जाने को लेकर खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद बाड़मेर सांसद ने स्कूलों में बिजली की मांग को गंभीरता से लेते हुए इन्हें बिजली से जोड़ने का प्रयास शुरू कर दिया। 364 स्कूलों को अब बिजली से जोड़ा जाएगा। अब 364स्कूलों तक बिजली पहुंचाने का काम दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत होगा। इससे अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी में परेशानी नहीं होगी। उन्हें अब स्कूलों में ही बिजली मिलेगी।
सबसे ज्यादा बाड़मेर में, सबसे कम समदड़ी में | बिजलीविहीन स्कूलों में बाड़मेर पंचायत समिति सबसे आगे है। यहां 63 उप्रा स्कूलों में बिजली नहीं है। जबकि सबसे कम सदमड़ी पंचायत समिति में है, जहां केवल 7 स्कूलें ही जहां बिजली नहीं है। ऐसे में अब ये सब स्कूलें बिजली से जुड़ेगी।
सांसद ने मंजूर किया प्रस्ताव | दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना के मॉनिटरिंग कमेटी अध्यक्ष एवं बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि बाड़मेर जिले के शिक्षकों की कमी है, बिजली भी नहीं है, फिर भी बाड़मेर रैंकिंग में प्रदेश में चौथे स्थान पर है। ऐसे में स्कूलों को सर्व शिक्षा विभाग ने दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना से जोड़ने का प्रस्ताव रखा था, जिसको हमने मंजूर कर लिया है। अब अभियान के तहत इन स्कूलों को बिजली से जोड़ा जाएगा। एक साथ जिले की 364 स्कूलें बिजली से जुड़ेगी।
सालों से ये स्कूलें अंधेरे में थी। प्रधानमंत्री की महत्वाकांक्षी योजना दीन दयाल ग्राम ज्योति के तहत इन स्कूलों को भी रोशन किया जाएगा। बाड़मेर जिले में सरकारी स्कूलों में बिजली के अभाव में सालों से बच्चे परेशानी झेलते रहे हैं, लेकिन अब इन स्कूलों में बिजली पहुंचाने का सपना पूरा होगा। बिजली विहीन स्कूलों को विद्युतीकरण से जोड़ने के सर्व शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना की मॉनिटरिंग कमेटी ने मंजूर कर लिया है। ऐसे में 364 स्कूलों तक बिजली पहुंचाने का काम दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत होगा। इससे अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी में परेशानी नहीं होगी। उन्हें अब स्कूलों में ही बिजली मिलेगी। दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना से जुड़ने वाली 364 स्कूलों में ऐसी भी कई स्कूलें है, जो 1950 से संचालित हो रही है, लेकिन आज दिन तक उन स्कूलों में बिजली नहीं पहुंची। इन स्कूलों में बच्चों की संख्या में 200 से ज्यादा है। ऐसी स्थिति में 70 साल बाद एक साथ इतनी बड़ी संख्या में स्कूलों को विद्युतीकरण से जोड़ा जाएगा।
भास्कर नेउठाया था मुद्दा
दैनिकभास्कर ने कुछ दिन पूर्व ही बाड़मेर जिले की 364 स्कूलों में बिजली नहीं होने और शिक्षकों की कमी के बावजूद प्रदेश रैंकिंग में चौथा स्थान हासिल किए जाने को लेकर खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद बाड़मेर सांसद ने स्कूलों में बिजली की मांग को गंभीरता से लेते हुए इन्हें बिजली से जोड़ने का प्रयास शुरू कर दिया। 364 स्कूलों को अब बिजली से जोड़ा जाएगा। अब 364स्कूलों तक बिजली पहुंचाने का काम दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना के तहत होगा। इससे अब सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों को गर्मी में परेशानी नहीं होगी। उन्हें अब स्कूलों में ही बिजली मिलेगी।
सबसे ज्यादा बाड़मेर में, सबसे कम समदड़ी में | बिजलीविहीन स्कूलों में बाड़मेर पंचायत समिति सबसे आगे है। यहां 63 उप्रा स्कूलों में बिजली नहीं है। जबकि सबसे कम सदमड़ी पंचायत समिति में है, जहां केवल 7 स्कूलें ही जहां बिजली नहीं है। ऐसे में अब ये सब स्कूलें बिजली से जुड़ेगी।
सांसद ने मंजूर किया प्रस्ताव | दीनदयाल ग्राम ज्योति योजना के मॉनिटरिंग कमेटी अध्यक्ष एवं बाड़मेर सांसद कर्नल सोनाराम चौधरी ने कहा कि बाड़मेर जिले के शिक्षकों की कमी है, बिजली भी नहीं है, फिर भी बाड़मेर रैंकिंग में प्रदेश में चौथे स्थान पर है। ऐसे में स्कूलों को सर्व शिक्षा विभाग ने दीन दयाल ग्राम ज्योति योजना से जोड़ने का प्रस्ताव रखा था, जिसको हमने मंजूर कर लिया है। अब अभियान के तहत इन स्कूलों को बिजली से जोड़ा जाएगा। एक साथ जिले की 364 स्कूलें बिजली से जुड़ेगी।
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