एजुकेशन रिपोर्टर| राजस्थान यूनिवर्सिटी राजस्थान यूनिवर्सिटी सत्र 2016-17 की परीक्षाओं में नकलचियों पर लगाम
लगाने के लिए प्रदेश के सरकारी कॉलेजों के अनुभवी शिक्षकों से फ्लाइंग
टीमों में जुड़ने के लिए अपील कर रही है। इस बार नया ऑनलाइन सिस्टम आने से
परीक्षा शुरू होने के कुछ समय बाद ही नकल के मामले आरयू प्रशासन तक आने लगे
हैं। इससे कार्रवाई करने में भी आसानी हो रही है।
शुरुआतीदो दिन में ही 50 से ज्यादा मामले : स्नातककी परीक्षा शुरू होने के दो दिनों में 50 से ज्यादा नकल के मामले सामने आए थे। इसमें जयपुर के कॉलेज भी शामिल थे। इसके बाद फ्लाइंग टीमें और सतर्क हुई। परीक्षा नियंत्रक के अनुसार, अभी तक नकल के करीब सवा सौ मामले सामने आए हैं। ऐसे में 370 सेंटरों पर परीक्षा दे रहे करीब 5.50 लाख स्नातक के छात्रों के लिए 14-15 टीमें कार्य कर रही हैं। वहीं फ्लाइंग कमेटी के अनुसार, परीक्षा नियंत्रक की ओर से अपडेट देने के आधार पर सेंटर में जरूरत के हिसाब से व्यवस्था की जा रही है।
^नकलरोकने के लिए कमेटी ने महीनों पहले कार्य करना शुरू कर दिया था। अब तकनीक का इस्तेमाल करते हुए टीमों से काम लिया जा रहा है। साथ ही सरकारी कॉलेजों के अनुभवी शिक्षकों से आग्रह किया जा रहा है। इसके लिए सरकारी कॉलेजों के नाम मांगे गए हैं। -प्रोफेसरएवीएस मदनावत, कन्वीनर, फ्लाइंग कमेटी, आरयू
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शुरुआतीदो दिन में ही 50 से ज्यादा मामले : स्नातककी परीक्षा शुरू होने के दो दिनों में 50 से ज्यादा नकल के मामले सामने आए थे। इसमें जयपुर के कॉलेज भी शामिल थे। इसके बाद फ्लाइंग टीमें और सतर्क हुई। परीक्षा नियंत्रक के अनुसार, अभी तक नकल के करीब सवा सौ मामले सामने आए हैं। ऐसे में 370 सेंटरों पर परीक्षा दे रहे करीब 5.50 लाख स्नातक के छात्रों के लिए 14-15 टीमें कार्य कर रही हैं। वहीं फ्लाइंग कमेटी के अनुसार, परीक्षा नियंत्रक की ओर से अपडेट देने के आधार पर सेंटर में जरूरत के हिसाब से व्यवस्था की जा रही है।
^नकलरोकने के लिए कमेटी ने महीनों पहले कार्य करना शुरू कर दिया था। अब तकनीक का इस्तेमाल करते हुए टीमों से काम लिया जा रहा है। साथ ही सरकारी कॉलेजों के अनुभवी शिक्षकों से आग्रह किया जा रहा है। इसके लिए सरकारी कॉलेजों के नाम मांगे गए हैं। -प्रोफेसरएवीएस मदनावत, कन्वीनर, फ्लाइंग कमेटी, आरयू
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