अलवर. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की परीक्षा में बच्चे नकल करने के लिए बच्चे पर्ची लाने की रिस्क नहीं ले रहे हैं। सरकारी स्कूलों के शिक्षक बने वीक्षक ही बच्चों को नकल कराने के लिप्त मिल रहे हैं। बोर्ड परीक्षा में पहली बार अलवर जिले में शिक्षा विभाग को सरकारी स्कूलों के शिक्षकों के खिलाफ नकल कराने की शिकायतें मिलने से विभागीय अधिकारी सकते में है।
शिक्षा विशेषज्ञ इसका कारण विद्यार्थियों को अपने कॅरियर के प्रति जागरुक होने के कारण पर्ची नहीं ले जाने की रिस्क नहीं लेना है। एेसे में कई गैर सरकारी स्कूलों के संचालक व अभिभावकों ने सरकारी स्कूलों के वीक्षकों से सांठगांठ की है।
कई मामले आए सामने
अलवर जिले के रैणी क्षेत्र के सरकारी स्कूल में जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार शर्मा ने आकस्मिक निरीक्षण किया तो कई शिक्षकों की नकल कराने की बात सामने आई। यहां प्राइवेट स्कूल के विद्यार्थी परीक्षा दे रहे थे। यहां इन्होंने 5 शिक्षकों को हटाया।
दूसरे दिन बोर्ड की ओर से गठित उडऩ दस्ते के प्रभारी राजेश यादव के नेतृत्व में यहां फिर आकस्मिक निरीक्षण किया तो फिर नकल कराने की बात सामने आई तो 3 शिक्षकों को हटा दिया गया। इसी प्रकार बड़ौदामेव के दो स्कूलों में नकल कराने के आरोप सामने आने पर केन्द्राधीक्षक और वीक्षक हटा दिए गए।
परीक्षा केन्द्र पर ताला लगा दिया, हटाया केन्द्राधीक्षक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के उडऩ दस्ता प्रभारी राजेश यादव के नेतृत्व में एक टीम ने राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया तो यहां बोर्ड परीक्षा केन्द्र गेट पर ताला लगा रखा था। जब इस गेट को खुलवाने के लिए कहा गया तो 15 मिनट तक गेट ही नहीं खोला गया।
गेट खोलने के बाद पता लगा कि यहां 13 वीक्षकों की आवश्यकता है लेकिन 19 वीक्षक लगा रखे थे। यहां 6 महिला वीक्षक होने पर भी एक भी महिला वीक्षक को आंतरिक उडऩ दस्ते में शामिल नहीं किया गया था। इस मामले में लापरवाही बरतने पर केन्द्राधीक्षक रमेश चंद को हटा दिया गया है जिनके स्थान पर मंजीत सिंह को केन्द्राधीक्षक बनाया गया है।
मुकेश कुमार शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम अलवर ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की परीक्षा में कई वीक्षकों के खिलाफ नकल करने के आरोप सामने आए हैं। एेसे वीक्षकों को हटा दिया गया है। इस बार कई एेसी शिकायतें मिली हैं।
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शिक्षा विशेषज्ञ इसका कारण विद्यार्थियों को अपने कॅरियर के प्रति जागरुक होने के कारण पर्ची नहीं ले जाने की रिस्क नहीं लेना है। एेसे में कई गैर सरकारी स्कूलों के संचालक व अभिभावकों ने सरकारी स्कूलों के वीक्षकों से सांठगांठ की है।
कई मामले आए सामने
अलवर जिले के रैणी क्षेत्र के सरकारी स्कूल में जिला शिक्षा अधिकारी मुकेश कुमार शर्मा ने आकस्मिक निरीक्षण किया तो कई शिक्षकों की नकल कराने की बात सामने आई। यहां प्राइवेट स्कूल के विद्यार्थी परीक्षा दे रहे थे। यहां इन्होंने 5 शिक्षकों को हटाया।
दूसरे दिन बोर्ड की ओर से गठित उडऩ दस्ते के प्रभारी राजेश यादव के नेतृत्व में यहां फिर आकस्मिक निरीक्षण किया तो फिर नकल कराने की बात सामने आई तो 3 शिक्षकों को हटा दिया गया। इसी प्रकार बड़ौदामेव के दो स्कूलों में नकल कराने के आरोप सामने आने पर केन्द्राधीक्षक और वीक्षक हटा दिए गए।
परीक्षा केन्द्र पर ताला लगा दिया, हटाया केन्द्राधीक्षक माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान के उडऩ दस्ता प्रभारी राजेश यादव के नेतृत्व में एक टीम ने राजकीय सीनियर माध्यमिक विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया तो यहां बोर्ड परीक्षा केन्द्र गेट पर ताला लगा रखा था। जब इस गेट को खुलवाने के लिए कहा गया तो 15 मिनट तक गेट ही नहीं खोला गया।
गेट खोलने के बाद पता लगा कि यहां 13 वीक्षकों की आवश्यकता है लेकिन 19 वीक्षक लगा रखे थे। यहां 6 महिला वीक्षक होने पर भी एक भी महिला वीक्षक को आंतरिक उडऩ दस्ते में शामिल नहीं किया गया था। इस मामले में लापरवाही बरतने पर केन्द्राधीक्षक रमेश चंद को हटा दिया गया है जिनके स्थान पर मंजीत सिंह को केन्द्राधीक्षक बनाया गया है।
मुकेश कुमार शर्मा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम अलवर ने बताया कि माध्यमिक शिक्षा बोर्ड राजस्थान की परीक्षा में कई वीक्षकों के खिलाफ नकल करने के आरोप सामने आए हैं। एेसे वीक्षकों को हटा दिया गया है। इस बार कई एेसी शिकायतें मिली हैं।
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