बीकानेर.राजस्थान
हाईकोर्ट की रोक हटने के छह दिन बाद भी नियुक्ति नहीं मिलने से आक्रोशित
प्रदेशभर के नव चयनित स्कूल व्याख्याताओं ने सोमवार को शिक्षा निदेशालय के
सामने अनिश्चितकालीन महापड़ाव शुरू कर दिया है। एक हजार से अधिक व्याख्याता
ठंड में खुले आकाश तले बैठे हैं।
- लड़कियां ने बताया अकेले में कैसे करती हैं अपनी उत्तेजना शांत, देखें वीडियो
- JOB: तैयार हो जाइए, यहां निकलने वाली है 41 हजार टीचर्स की भर्ती
- MP में टीचर्स की बंपर वैकेंसी, 41205 पदों पर होगी संविदा भर्ती
- क्लास रूम में थी 12 साल की लड़की, अकेला देखकर 4 टीचरों ने किया गैंगरेप
- शिक्षकों के 4000 नए पद : शिक्षक बनने का सुनहरा मौका, जल्द करें आवेदन
कानून
व्यवस्था बनाए रखने के लिए मौके पर पुलिस बल तैनात है। करीब 12 हजार
व्याख्याता नियुक्तियों से वंचित हैं। प्रदर्शनकारियों के एक शिष्टमंडल ने
शिक्षा निदेशक बी.एल.स्वर्णकार से वार्ता की। निदेशक ने उन्हें बताया कि इस
संबंध में आरपीएससी और सरकार को लिखा गया है। व्याख्याता जवाब से संतुष्ट
नहीं हुए। नियुक्तियां नहीं मिलने तक महापड़ाव जारी रखने की चेतावनी देकर
लौट गए। प्रतिनिधि मंडल में ममता शर्मा, भंजन लाल बिश्नोई, रामूराम जाखड़
सहित अन्य शामिल हुए।
अनशनकारियों की बिगड़ी तबीयत
धरने के दौरान अनशन पर बैठे तीन अभ्यर्थियों की तबीयत सोमवार को फिर बिगड़ गई। पुलिस ने विपिन गहलोत, सुनिल कुमार और अजय शर्मा को उपचार के लिए पीबीएम हॉस्पिटल में भर्ती करवाया है। गौरतलब है कि रविवार को भी इन तीनों को तबीयत बिगड़ने पर हॉस्पिटल में भर्ती करवाया था। जहां से शाम को छुट्टी मिलने के बाद यह अभ्यर्थी वापस अनशन पर बैठ गए।
व्याख्याताओं को नौकरी नहीं दे रही सरकार : पायलट
कांग्रेस
प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने बीकानेर शिक्षा निदेशालय के बाहर चार दिन से
अनशनरत चयनित व्याख्याताओं की सरकार द्वारा सुध नहीं लिए जाने को
दुर्भाग्यपूर्ण बताया है। पायलट ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान
13 हजार व्याख्याताओं के लिए भर्तियां खोली गई थी, जिसमें से मात्र 1248 को
ही सेवा में लिया गया।
व्यथित
चयनितों ने न्यायालय की शरण ली। न्यायालय ने उनके पक्ष में निर्णय दिया है।
फिर भी उन्हें नियुक्ति नहीं देकर सरकार ने उनके हितों के साथ समझौता किया
है। अनेकों बार सरकार व प्रशासन से संवाद करने के बावजूद कोई समाधान नहीं
निकला है।
कोर्ट
के निर्णय के संबंंध में प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए राज्य सरकार और लोक
सेवा आयोग अजमेर को लिखा गया है। निर्देश मिलते ही इन्हें नियुक्ति दे दी
जाएगी। बी.एल.स्वर्णकार, निदेशक, माध्यमिक शिक्षा
शिक्षा निदेशक से मिलकर प्रतिनिधि मंडल ने अपना पक्ष रखा है। जब तक नियुक्ति प्रक्रिया शुरू नहीं होगी पड़ाव जारी रहेगा। ताराचंद पन्नू, अध्यक्ष, नव चयनित व्याख्याता संघर्ष समिति
निदेशालय
के सामने व्याख्याताओं के महापड़ाव को देखते हुए कानून व्यवस्था बनाए रखने
के निर्देश एसडीओ को दिए हैं। अनशनकारियों की तबीयत बिगड़ने पर उन्हें
होस्पीटल शिफ्ट किया जा रहा है। वेद प्रकाश, कलेक्टर
- राजस्थान में स्कूली शिक्षा पर बजट का मात्र 16.7 फीसदी हो रहा खर्चः रिपोर्ट
- इन विभागों में निकली है 13000 हजार से ज्याद सरकारी नौकरियां, एेसे करें आवेदन
- राजस्थान में 3777 स्कूलों को बंद करने की तैयारी, अब तक 20 हजार स्कूल हो चुके हैं बंद
- आरपीएससी ने किया सेकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा की तिथि का एलान
- व्याख्याताओं के 600 से अधिक पदों को भरने के लिए RPSC भर्ती जल्द ही
No comments:
Post a Comment