उदयपुर । आंगनवाड़ी में कार्यरत कर्मियों ने लम्बित मांगों को लेकर प्रदेशभर में एक साथ रैली निकाल प्रदर्शन किया। उदयपुर में भी प्रदेश सरकार के खिलाफ आंगनवाड़ीकर्मियों ने वेतनवृद्धि, स्थायीकरण और पेंशन व्यवस्था अब तक लागू नहीं करने को लेकर विरोध प्रदर्शन किया और मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपकर इन मांगों को पूरी करने का दबाव बनाया।
उदयपुर संभाग के तमाम जिलों में आंगनवाड़ी कर्मियों ने लम्बे समय से की जा रही मांगों पर एक बार फिर हुंकार भरी। उदयपुर में टाउनहॉल से आंगनवाड़ी कर्मियों ने रैली निकाली। महिला कर्मचारी रैली के रूप मे टाउनहॉल से बापूबाजार, देहलीगेट होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। भामसं के पदाधिकारी भी आंगनवाड़ीकर्मियों के साथ दिखे। इन कर्मियों ने कहा कि सरकार उनसे काम लेने में पीछे नहीं रहती है जबकि वेतनवृद्धि, सेवानिवृत्ति और पेंशन व्यवस्था लागू करने, स्थाई करने, सर्दी-गर्मी की छुट्टियां देने जैसी मांगें सालों से लम्बित पड़ी हैं।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो प्रदेश की वसुंधरा सरकार को उग्र आंदोलन का सामना करना पड़ेगा और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी इसका असर देखना पड़ेगा। आंगनवाड़ी कर्मियों ने कलक्टर के जरिए मुख्यमंत्री के नाम अपना मांग पत्र सौंपा।
उदयपुर संभाग के तमाम जिलों में आंगनवाड़ी कर्मियों ने लम्बे समय से की जा रही मांगों पर एक बार फिर हुंकार भरी। उदयपुर में टाउनहॉल से आंगनवाड़ी कर्मियों ने रैली निकाली। महिला कर्मचारी रैली के रूप मे टाउनहॉल से बापूबाजार, देहलीगेट होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंची। भामसं के पदाधिकारी भी आंगनवाड़ीकर्मियों के साथ दिखे। इन कर्मियों ने कहा कि सरकार उनसे काम लेने में पीछे नहीं रहती है जबकि वेतनवृद्धि, सेवानिवृत्ति और पेंशन व्यवस्था लागू करने, स्थाई करने, सर्दी-गर्मी की छुट्टियां देने जैसी मांगें सालों से लम्बित पड़ी हैं।
कर्मचारियों ने चेतावनी दी है कि अगर समय रहते सरकार ने उनकी मांगों को नहीं माना तो प्रदेश की वसुंधरा सरकार को उग्र आंदोलन का सामना करना पड़ेगा और आने वाले विधानसभा चुनाव में भी इसका असर देखना पड़ेगा। आंगनवाड़ी कर्मियों ने कलक्टर के जरिए मुख्यमंत्री के नाम अपना मांग पत्र सौंपा।
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