राज्य सरकार ने प्रारंभिक शिक्षा के सभी अधिकारों को माध्यमिक शिक्षा के
हवाले करने की पहल शुरू की है। इसमें प्रदेशभर के लगभग 300 ब्लॉक शिक्षा
अधिकारी के पद समाप्त कर इनके सारे अधिकार नोडल प्रभारी (उच्च माध्यमिक
विद्यालय के प्रधानाचार्य) को दे दिए जाएंगे।
इस पद का नाम पंचायत शिक्षा अधिकारी रखा जाएगा। इसकी शुरुआत अगले सत्र में अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा। यह बात शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के रविवार को हुए एक दिवसीय शिक्षक शैक्षिक सम्मेलन और सम्मान समारोह में कही। इसमें मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी थे। इस मौके पर संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान का सम्मान किया गया।
अब तक शिक्षकों पंचायती राज शिक्षकों के काम में देरी होती रहती है। काम को तेजी प्रदान करने के लिए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद को समाप्त कर पंचायत शिक्षा अधिकारी होगा। इसमें बीईईओ के सारे अधिकार पीईओ के पास चले जाएंगे। ब्लॉक के सभी शिक्षक प्रधानाध्यापक के अंडर में रहेंगे और बीईईओ को पीईओ की जगह लगा सकते है।
गांव- ढाणी के छात्र विश्व शिक्षाविदों से करेंगे संवाद
उन्होंनेयह भी कहा कि अब गांव-ढाणी के आदिवासी छात्र बड़े मंच पर विश्व के शिक्षाविदों से सीधा संवाद करेंगे। इसके लिए अगले साल से जयपुर में एज्यूकेशन फेस्टिवल का आयोजन होगा। इसमें विश्व के शिक्षाविदों को आमंत्रित किया जाएगा। दूरस्थ गांव ढाणियों के बच्चों से संवाद स्थापित होगा। इसके साथ ही सम्मेलन में शिक्षामंत्री ने कहा कि पुराने शिक्षा नियमों की जगह नए नियम बनाकर राजस्थान शिक्षा नियम 2017 लागू करने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पाठ्यक्रम में बच्चों को महान व्यक्तियों के व्यक्तित्व से परिचित कराने के लिए लगभग 200 वीर और वीरांगनाओं की जीवनियों को शामिल किया है।
इस पद का नाम पंचायत शिक्षा अधिकारी रखा जाएगा। इसकी शुरुआत अगले सत्र में अप्रैल माह से शुरू हो जाएगा। यह बात शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी ने राजस्थान शिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के रविवार को हुए एक दिवसीय शिक्षक शैक्षिक सम्मेलन और सम्मान समारोह में कही। इसमें मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी थे। इस मौके पर संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान का सम्मान किया गया।
अब तक शिक्षकों पंचायती राज शिक्षकों के काम में देरी होती रहती है। काम को तेजी प्रदान करने के लिए ब्लॉक शिक्षा अधिकारी के पद को समाप्त कर पंचायत शिक्षा अधिकारी होगा। इसमें बीईईओ के सारे अधिकार पीईओ के पास चले जाएंगे। ब्लॉक के सभी शिक्षक प्रधानाध्यापक के अंडर में रहेंगे और बीईईओ को पीईओ की जगह लगा सकते है।
गांव- ढाणी के छात्र विश्व शिक्षाविदों से करेंगे संवाद
उन्होंनेयह भी कहा कि अब गांव-ढाणी के आदिवासी छात्र बड़े मंच पर विश्व के शिक्षाविदों से सीधा संवाद करेंगे। इसके लिए अगले साल से जयपुर में एज्यूकेशन फेस्टिवल का आयोजन होगा। इसमें विश्व के शिक्षाविदों को आमंत्रित किया जाएगा। दूरस्थ गांव ढाणियों के बच्चों से संवाद स्थापित होगा। इसके साथ ही सम्मेलन में शिक्षामंत्री ने कहा कि पुराने शिक्षा नियमों की जगह नए नियम बनाकर राजस्थान शिक्षा नियम 2017 लागू करने की तैयारी की जा रही है। उन्होंने यह भी बताया कि पाठ्यक्रम में बच्चों को महान व्यक्तियों के व्यक्तित्व से परिचित कराने के लिए लगभग 200 वीर और वीरांगनाओं की जीवनियों को शामिल किया है।
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