कोटा. । अभिषेक गुप्ता. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस साल सरकारी स्कूलों में कक्षा 9वीं से वैदिक गणित पाठ्यक्रम तो लागू कर दिया, लेकिन शिक्षकों को प्रशिक्षित नहीं किया। कोटा जिले में माध्यमिक व उच्च माध्यमिक के करीब 300 स्कूल हैं, जिसमें 9वीं कक्षाएं संचालित हैं।
करीब ढाई सौ शिक्षक हैं, लेकिन शिक्षकों को प्रशिक्षित नहीं किया गया। एेसे में शिक्षक वैदिक गणित कैसे पढ़ा पाएंगे। दिसम्बर में अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं हैं। एेसे में बच्चों का परीक्षा परिणाम भी बिगड़ सकता है।
दस साल पुराना लागू कर दिया पाठ्यक्रम
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस वर्ष कक्षा 9वीं में गणित विषय में वैदिक गणित का पाठ्यक्रम लागू कर दिया, लेकिन वह भी दस साल पुराना। इस कारण विद्यार्थी त्वरित गणना समझ नहीं पा रहे। तत्कालीन भाजपा सरकार के समय 2005-06 में पहली बार कक्षा 9वीं में वैदिक गणित को शामिल किया गया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद पाठ्यक्रमों से वैदिक गणित को हटा दिया। फिर भाजपा सरकार आई तो इस वर्ष से कक्षा 9वीं में वैदिक गणित को लागू किया, लेकिन उसमें बदलाव नहीं करते हुए दस साल पुराना पाठ्यक्रम ही लागू कर दिया।
एक्सपर्ट व्यू...
वै दिक गणित के विशेषज्ञ रघुवीरसिंह सोलंकी का कहना है कि इस वर्ष कक्षा 9वीं में गणित विषय में दस साल पुराना वैदिक गणित का पैटर्न लागू किया गया है, जबकि दस साल में काफी कुछ बदलाव आ जाता है। आज के दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं में बच्चों को त्वरित गणना व समय के आधार पर सवाल हल करने होते। उस तकनीक को शामिल नहीं किया गया। पाठ्यक्रम को रुचिकर नहीं बनाया। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को भी शामिल नहीं किया गया।
पाठ्यक्रम लेकिन प्रशिक्षण नहीं
सरकार ने 9वीं में वैदिक गणित लागू की है, लेकिन शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम तय नहीं हुआ। यदि सरकार के स्तर पर प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम तय होता है तो शिक्षकों को जरूर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
-नरेन्द्र गहलोत, एडीईओ, माध्यमिक
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
करीब ढाई सौ शिक्षक हैं, लेकिन शिक्षकों को प्रशिक्षित नहीं किया गया। एेसे में शिक्षक वैदिक गणित कैसे पढ़ा पाएंगे। दिसम्बर में अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं हैं। एेसे में बच्चों का परीक्षा परिणाम भी बिगड़ सकता है।
दस साल पुराना लागू कर दिया पाठ्यक्रम
माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने इस वर्ष कक्षा 9वीं में गणित विषय में वैदिक गणित का पाठ्यक्रम लागू कर दिया, लेकिन वह भी दस साल पुराना। इस कारण विद्यार्थी त्वरित गणना समझ नहीं पा रहे। तत्कालीन भाजपा सरकार के समय 2005-06 में पहली बार कक्षा 9वीं में वैदिक गणित को शामिल किया गया था, लेकिन सरकार बदलने के बाद पाठ्यक्रमों से वैदिक गणित को हटा दिया। फिर भाजपा सरकार आई तो इस वर्ष से कक्षा 9वीं में वैदिक गणित को लागू किया, लेकिन उसमें बदलाव नहीं करते हुए दस साल पुराना पाठ्यक्रम ही लागू कर दिया।
एक्सपर्ट व्यू...
वै दिक गणित के विशेषज्ञ रघुवीरसिंह सोलंकी का कहना है कि इस वर्ष कक्षा 9वीं में गणित विषय में दस साल पुराना वैदिक गणित का पैटर्न लागू किया गया है, जबकि दस साल में काफी कुछ बदलाव आ जाता है। आज के दौर में प्रतियोगी परीक्षाओं में बच्चों को त्वरित गणना व समय के आधार पर सवाल हल करने होते। उस तकनीक को शामिल नहीं किया गया। पाठ्यक्रम को रुचिकर नहीं बनाया। वस्तुनिष्ठ प्रश्नों को भी शामिल नहीं किया गया।
पाठ्यक्रम लेकिन प्रशिक्षण नहीं
सरकार ने 9वीं में वैदिक गणित लागू की है, लेकिन शिक्षकों को प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम तय नहीं हुआ। यदि सरकार के स्तर पर प्रशिक्षण देने का कार्यक्रम तय होता है तो शिक्षकों को जरूर प्रशिक्षण दिया जाएगा।
-नरेन्द्र गहलोत, एडीईओ, माध्यमिक
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