कस्बेके आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में दो साल से संचालित
महाविद्यालय दो व्याख्याताओं के भरोसे संचालित हो रहा है। 316
विद्यार्थियों की शिक्षण व्यवस्था मात्र दो व्याख्याताओं पर चल रही है,
जबकि स्थानीय जनप्रतिनिधि एवं प्रशासन का उदासीनता विद्यार्थियों को भुगतना
पड़ रहा है।
इधर, विद्यार्थियों ने भी कई बार इनको अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महाविद्यालय की शुरुआत से ही स्वीकृत पदों पर स्थायी नियुक्तियां नहीं हो पाई। इस वजह से विद्यार्थियों को आहोर महाविद्यालय से अन्य शहरों में या निजी महाविद्यालयों में प्रवेश लेना पड़ता है। महाविद्यालय में एक मात्र प्राचार्य का ही पद भरा हुआ है। राजनीति विज्ञान पद पर व्याख्याता अस्थाई तौर पर 30 सितंबर तक ही लगाया हुआ है। उच्च अधिकारियों की ओर से राजनीति विज्ञान विषय पर अस्थाई लगाए व्याख्याता का आदेश नहीं बढ़ाया जाता है, तो महाविद्यालय एक मात्र प्राचार्य के भरोसे ही रहेगा।
रिक्तपद रहने से शिक्षण प्रभावित : आहोरमहाविद्यालय में प्राचार्य राजनीति विज्ञान के व्याख्याता के अलावा सभी पद रिक्त होने से आहोर कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले विद्यार्थियों का शिक्षण प्रभावित हो रहा है। क्षेत्र के गांवों से आने वाले विद्यार्थी के इतने दूर तक आवागमन करने के बावजूद भी शिक्षण नहीं मिल पाता है। ऐसे में पढ़ाई के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
छात्रावासमें संचालित हो रहा महाविद्यालय
कस्बेके आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में जर्जर हालत में पड़े छात्रावास की मरम्मत करवाकर महाविद्यालय का शुभारंभ किया गया। इस छात्रावास में संचालित महाविद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने तक की सुविधा नहीं होने से परेशानी उठानी पड़ रही है। इस समस्या को लेकर कई विद्यार्थी महाविद्यालय आना भी उचित नहीं समझते हैं।
^महाविद्यालयों में व्याख्याताओं की भर्ती पर रोक लगी हुई है। नवीन साक्षात्कार होने वाले हैं। व्याख्याताओं को अक्टूबर तक लगाने का कहा गया है। शीघ्र ही आहोर महाविद्यालय में व्याख्याताओं के रिक्त पदों को भरवाया जाएगा। -शंकरसिंह राजपुरोहित, विधायकआहोर
^आहोर महाविद्यालय में व्याख्याताओं सहित अन्य कार्मिकों के रिक्त पदों को भरने का आश्वासन दिया गया है। यदि समय पर महाविद्यालय में रिक्त पदों को नहीं भरा गया तो छात्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। -प्रवीण प्रजापत, छात्रसंघ ंअध्यक्ष राजकीय महाविद्यालय आहोर
उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है
^मैंनेकुछ दिनों पहले ही महाविद्यालय में कार्य ग्रहण किया गया है। महाविद्यालय में व्याख्याताओं सहित अन्य पद रिक्त होने एवं वर्तमान में छात्रावास में संचालित महाविद्यालय पूरी तरह से सक्षम नहींं होने को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। -पीआरचौधरी, प्राचार्यराजकीय कॉलेज आहोर
व्याख्याताओं से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक पद रिक्त
इतिहास,राजनीति विज्ञान, हिंदी अंग्रेजी साहित्य, संस्कृत, भूगोल, समाज शास्त्र, पुस्कालयध्यक्ष, शारीरिक शिक्षक, कार्यालय अधीक्षक, सहायक लेखाधिकारी ग्रेड प्रथम, आशुलिपिक, प्रयोगशाला सहायक, प्रयोगशाला वाहक बुक लिफ्टर के 1-1 और लिपिक ग्रेड द्वितीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2-२ पद रिक्त चल रहे हैं।
आहोर. महाविद्यालय में व्याख्याताओं की कमी के चलते बाधित होती शिक्षण व्यवस्था।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इधर, विद्यार्थियों ने भी कई बार इनको अवगत कराया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महाविद्यालय की शुरुआत से ही स्वीकृत पदों पर स्थायी नियुक्तियां नहीं हो पाई। इस वजह से विद्यार्थियों को आहोर महाविद्यालय से अन्य शहरों में या निजी महाविद्यालयों में प्रवेश लेना पड़ता है। महाविद्यालय में एक मात्र प्राचार्य का ही पद भरा हुआ है। राजनीति विज्ञान पद पर व्याख्याता अस्थाई तौर पर 30 सितंबर तक ही लगाया हुआ है। उच्च अधिकारियों की ओर से राजनीति विज्ञान विषय पर अस्थाई लगाए व्याख्याता का आदेश नहीं बढ़ाया जाता है, तो महाविद्यालय एक मात्र प्राचार्य के भरोसे ही रहेगा।
रिक्तपद रहने से शिक्षण प्रभावित : आहोरमहाविद्यालय में प्राचार्य राजनीति विज्ञान के व्याख्याता के अलावा सभी पद रिक्त होने से आहोर कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाले विद्यार्थियों का शिक्षण प्रभावित हो रहा है। क्षेत्र के गांवों से आने वाले विद्यार्थी के इतने दूर तक आवागमन करने के बावजूद भी शिक्षण नहीं मिल पाता है। ऐसे में पढ़ाई के साथ-साथ आर्थिक नुकसान भी उठाना पड़ रहा है।
छात्रावासमें संचालित हो रहा महाविद्यालय
कस्बेके आदर्श राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के खेल मैदान में जर्जर हालत में पड़े छात्रावास की मरम्मत करवाकर महाविद्यालय का शुभारंभ किया गया। इस छात्रावास में संचालित महाविद्यालय में विद्यार्थियों के बैठने तक की सुविधा नहीं होने से परेशानी उठानी पड़ रही है। इस समस्या को लेकर कई विद्यार्थी महाविद्यालय आना भी उचित नहीं समझते हैं।
^महाविद्यालयों में व्याख्याताओं की भर्ती पर रोक लगी हुई है। नवीन साक्षात्कार होने वाले हैं। व्याख्याताओं को अक्टूबर तक लगाने का कहा गया है। शीघ्र ही आहोर महाविद्यालय में व्याख्याताओं के रिक्त पदों को भरवाया जाएगा। -शंकरसिंह राजपुरोहित, विधायकआहोर
^आहोर महाविद्यालय में व्याख्याताओं सहित अन्य कार्मिकों के रिक्त पदों को भरने का आश्वासन दिया गया है। यदि समय पर महाविद्यालय में रिक्त पदों को नहीं भरा गया तो छात्र आंदोलन करने को मजबूर हो जाएंगे। -प्रवीण प्रजापत, छात्रसंघ ंअध्यक्ष राजकीय महाविद्यालय आहोर
उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है
^मैंनेकुछ दिनों पहले ही महाविद्यालय में कार्य ग्रहण किया गया है। महाविद्यालय में व्याख्याताओं सहित अन्य पद रिक्त होने एवं वर्तमान में छात्रावास में संचालित महाविद्यालय पूरी तरह से सक्षम नहींं होने को लेकर उच्च अधिकारियों को अवगत करवा दिया है। -पीआरचौधरी, प्राचार्यराजकीय कॉलेज आहोर
व्याख्याताओं से लेकर चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी तक पद रिक्त
इतिहास,राजनीति विज्ञान, हिंदी अंग्रेजी साहित्य, संस्कृत, भूगोल, समाज शास्त्र, पुस्कालयध्यक्ष, शारीरिक शिक्षक, कार्यालय अधीक्षक, सहायक लेखाधिकारी ग्रेड प्रथम, आशुलिपिक, प्रयोगशाला सहायक, प्रयोगशाला वाहक बुक लिफ्टर के 1-1 और लिपिक ग्रेड द्वितीय चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी के 2-२ पद रिक्त चल रहे हैं।
आहोर. महाविद्यालय में व्याख्याताओं की कमी के चलते बाधित होती शिक्षण व्यवस्था।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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