तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती प्रक्रिया को लेकर कई तरह की अनियमितता के मामले सामने रहे हैं। जिन अभ्यर्थियों ने 2011 में तत्कालीन आरटेट(राजस्थान टीचर इलिजबिलिटी टेस्ट)की परीक्षा के प्रमाण-पत्र में जहां 7 साल की मान्यता दी हुई है,लेकिन इस भर्ती में यह प्रमाण-पत्र मान्य नहीं किया जा रहा है।
ई-मित्र के वहां पर भर्ती के पोर्टल पर इस प्रमाण-पत्र को लेकर कोई विकल्प ही नहीं दिया हुआ है। इस वजह से सैकड़ों अभ्यर्थी पोर्टल पर विकल्प खुलने का इंतजार कर रहे है। इसी तरह से रिट(राजस्थान इलिजबिलिटी एग्जामिनेशन फोर टीचर्स)में क्षेत्र को लेकर दो तरह की स्थिति बनी हुई है। एक तो नए जो प्रमाण-पत्र आए हैं,उसमें टीएसपी लिखा हुआ है,तो इस साल की परीक्षा के प्रमाण पत्र में टीएसपी एसटी लिखा हुआ है। इसको लेकर आदिवासी अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पहले वाले प्रमाण को भर्ती प्रक्रिया में आधार बनाया जाए या नए वाले प्रमाण-पत्र को। वैसे जो लोग पहले वाले प्रमाण-पत्र का इस्तेमाल करते है,उन्हें तो टीएसपी एसटी का लाभ मिलेगा,लेकिन नए वाले को यह लाभ नहीं मिलेगा और उनकी गिनती सामान्य में हो सकती है।
यहहो सकता है अभ्यर्थियों को नुकसान:जहांतक सात साल की मान्यता वाले प्रमाणपत्र के लिए विकल्प नहीं देना,अभ्यर्थियों के लिए विषय में नुकसान की स्थिति बनती है। उदाहरण के अनुसार अभी अंग्रेजी के पद ज्यादा है। एक अभ्यर्थी सुखराम,जिसने 2011 में तत्कालीन आरटेट को पास किया,तब उसके विषयों में अंग्रेजी थी,लेकिन 2015 में भी परीक्षा दी और अंग्रेजी विषय नहीं रहा। लेकिन मान्यता के सवाल पर 2011 का प्रमाण पत्र 2017 तक मान्य है। इसी तरह से टीएसपी एसटी के लिए 45 प्रतिशत आरक्षित सीटें होती है,परंतु सामान्य में 50 फीसदी वरियता होती है। जिनके पास टीएसपी एसटी है,वह 45 प्रतिशत में आते है,जिनके प्रमाण पत्र में महज टीएसपी लिखा गया है,वह सीधे ही 50 फीसदी सामान्य की वरियता में आएंगे।
मित्र संचालकों ने कहा-विकल्प आएगा,हमें क्या आपत्ति
दूसरीओर इस पूरे मामले को लेकर मित्र संचालकों ने बताया कि यदि पोर्टल पर विकल्प आता है,तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। मामला सीधे ही लोकसेवा आयोग और राज्य सरकार से जुड़ा हुआ है। इसलिए जो भी निर्णय होगा,वह सीधे ही वहीं से होगा। इधर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग जगदीशचंद्र पुरोहित ने आदेश जारी कर बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए 15 हजार पदों पर भर्ती की जा रही है। जिसमें लेवल प्रथम और द्वितीय के लिए टीएसपी और नोन टीएसपी के लिए 6 जुलाई से आवेदन आमंत्रित किए गए है,परंतु अंतिम तिथि 1 अगस्त है। सभी आवेदनकर्ताओं का आह्वान किया है कि आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ने की कोई भी संभावना नहीं है,इसलिए आवेदन तत्काल प्रभाव से करें।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
ई-मित्र के वहां पर भर्ती के पोर्टल पर इस प्रमाण-पत्र को लेकर कोई विकल्प ही नहीं दिया हुआ है। इस वजह से सैकड़ों अभ्यर्थी पोर्टल पर विकल्प खुलने का इंतजार कर रहे है। इसी तरह से रिट(राजस्थान इलिजबिलिटी एग्जामिनेशन फोर टीचर्स)में क्षेत्र को लेकर दो तरह की स्थिति बनी हुई है। एक तो नए जो प्रमाण-पत्र आए हैं,उसमें टीएसपी लिखा हुआ है,तो इस साल की परीक्षा के प्रमाण पत्र में टीएसपी एसटी लिखा हुआ है। इसको लेकर आदिवासी अभ्यर्थियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है। पहले वाले प्रमाण को भर्ती प्रक्रिया में आधार बनाया जाए या नए वाले प्रमाण-पत्र को। वैसे जो लोग पहले वाले प्रमाण-पत्र का इस्तेमाल करते है,उन्हें तो टीएसपी एसटी का लाभ मिलेगा,लेकिन नए वाले को यह लाभ नहीं मिलेगा और उनकी गिनती सामान्य में हो सकती है।
यहहो सकता है अभ्यर्थियों को नुकसान:जहांतक सात साल की मान्यता वाले प्रमाणपत्र के लिए विकल्प नहीं देना,अभ्यर्थियों के लिए विषय में नुकसान की स्थिति बनती है। उदाहरण के अनुसार अभी अंग्रेजी के पद ज्यादा है। एक अभ्यर्थी सुखराम,जिसने 2011 में तत्कालीन आरटेट को पास किया,तब उसके विषयों में अंग्रेजी थी,लेकिन 2015 में भी परीक्षा दी और अंग्रेजी विषय नहीं रहा। लेकिन मान्यता के सवाल पर 2011 का प्रमाण पत्र 2017 तक मान्य है। इसी तरह से टीएसपी एसटी के लिए 45 प्रतिशत आरक्षित सीटें होती है,परंतु सामान्य में 50 फीसदी वरियता होती है। जिनके पास टीएसपी एसटी है,वह 45 प्रतिशत में आते है,जिनके प्रमाण पत्र में महज टीएसपी लिखा गया है,वह सीधे ही 50 फीसदी सामान्य की वरियता में आएंगे।
मित्र संचालकों ने कहा-विकल्प आएगा,हमें क्या आपत्ति
दूसरीओर इस पूरे मामले को लेकर मित्र संचालकों ने बताया कि यदि पोर्टल पर विकल्प आता है,तो उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। मामला सीधे ही लोकसेवा आयोग और राज्य सरकार से जुड़ा हुआ है। इसलिए जो भी निर्णय होगा,वह सीधे ही वहीं से होगा। इधर निदेशक प्रारंभिक शिक्षा विभाग जगदीशचंद्र पुरोहित ने आदेश जारी कर बताया कि तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती के लिए 15 हजार पदों पर भर्ती की जा रही है। जिसमें लेवल प्रथम और द्वितीय के लिए टीएसपी और नोन टीएसपी के लिए 6 जुलाई से आवेदन आमंत्रित किए गए है,परंतु अंतिम तिथि 1 अगस्त है। सभी आवेदनकर्ताओं का आह्वान किया है कि आवेदन की अंतिम तिथि बढ़ने की कोई भी संभावना नहीं है,इसलिए आवेदन तत्काल प्रभाव से करें।
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