बाड़मेर. जिला मुख्यालय पर
एक सरकारी विद्यालय करोड़पति है। यहां 1100 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं। पिछले
साल 850 विद्यार्थी थे, जिनमें इस साल बढ़ोतरी हुई है। गांधी चौक स्थित
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों से प्राप्त शुल्क बैंक
में फिक्स डिपोजिट करवाया जाता है।
इससे ब्याज व अन्य राशि मिलाकर 80 लाख रुपए जमा हो चुके हैं। बीस लाख से ज्यादा का सामान भी इससे खरीदा गया है।
सरकारी विद्यालय में बढ़ाने पड़े सेक्शन
सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही है। जिला मुख्यालय पर निजी स्कूलों का जाल बिछा होने से कई सरकारी विद्यालय नामांकन को तरस रहे हैं, लेकिन इस विद्यालय में 1100 से अधिक विद्यार्थी हैं। इस साल विज्ञान, भूगोल और अन्य विषयों में दो-दो सेक्शन किए गए हैं। एेसा कई सालों बाद हुआ है। इस साल करीब ढाई सौ विद्यार्थी बढ़े हैं।
तीस शिक्षक और 41 कमरे
शहर के हृदय स्थल में चल रहे विद्यालय में 30 व्याख्याता एवं शिक्षक तथा 41 कमरे हैं। प्रार्थना के लिए स्टेज, साइंस लैब, कंप्यूटर कक्ष भी हैं।
व्यावसायिक शिक्षा भी
यहां 9वीं और 10वीं कक्षा में दो बैच व्यावसायिक शिक्षा के प्रारंभ किए गए हैं। इसमें विद्यार्थियों को ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर, बिजली सहित विभिन्न प्रकार की तकनीकी जानकारी दी जा रही है।
दस गुणा फर्क
शहर के निजी विद्यालयों में विज्ञान विषय में 11वीं एवं 12वीं कक्षा के विद्याथर््िायों से सालाना 25 से 50 हजार रुपए फीस ली जा रही है। यहां सामान्य विद्यार्थी के लिए महज 475 रुपए एक वर्ष का शुल्क है और अन्य वर्ग के लिए 325 रुपए है।
फैक्ट फाइल
80 लाख रुपए जमा है विद्यार्थी कोष में
20 लाख रुपए के संसाधन जुटाए1100 विद्यार्थी अध्ययनरत
250 नामांकन हुए इस वर्ष
जमा है राशि
80 लाख रुपए की एफडी है। समय-समय पर व्यय करते रहते हैं। बीस लाख रुपए के संसाधन भी जुटाए हैं। विद्यार्थी शुल्क कम हुआ है, लेकिन पुरानी जमा राशि से भी विद्यालय में कोष बढ़ रहा है। दानदाताओं से मदद लेकर लगातार विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। इस साल 1100 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
-मगाराम चौधरी, प्रधानाचार्य, राउमावि गांधी चौक, बाड़मेर
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
इससे ब्याज व अन्य राशि मिलाकर 80 लाख रुपए जमा हो चुके हैं। बीस लाख से ज्यादा का सामान भी इससे खरीदा गया है।
सरकारी विद्यालय में बढ़ाने पड़े सेक्शन
सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों की संख्या कम हो रही है। जिला मुख्यालय पर निजी स्कूलों का जाल बिछा होने से कई सरकारी विद्यालय नामांकन को तरस रहे हैं, लेकिन इस विद्यालय में 1100 से अधिक विद्यार्थी हैं। इस साल विज्ञान, भूगोल और अन्य विषयों में दो-दो सेक्शन किए गए हैं। एेसा कई सालों बाद हुआ है। इस साल करीब ढाई सौ विद्यार्थी बढ़े हैं।
तीस शिक्षक और 41 कमरे
शहर के हृदय स्थल में चल रहे विद्यालय में 30 व्याख्याता एवं शिक्षक तथा 41 कमरे हैं। प्रार्थना के लिए स्टेज, साइंस लैब, कंप्यूटर कक्ष भी हैं।
व्यावसायिक शिक्षा भी
यहां 9वीं और 10वीं कक्षा में दो बैच व्यावसायिक शिक्षा के प्रारंभ किए गए हैं। इसमें विद्यार्थियों को ऑटोमोबाइल, कंप्यूटर, बिजली सहित विभिन्न प्रकार की तकनीकी जानकारी दी जा रही है।
दस गुणा फर्क
शहर के निजी विद्यालयों में विज्ञान विषय में 11वीं एवं 12वीं कक्षा के विद्याथर््िायों से सालाना 25 से 50 हजार रुपए फीस ली जा रही है। यहां सामान्य विद्यार्थी के लिए महज 475 रुपए एक वर्ष का शुल्क है और अन्य वर्ग के लिए 325 रुपए है।
फैक्ट फाइल
80 लाख रुपए जमा है विद्यार्थी कोष में
20 लाख रुपए के संसाधन जुटाए1100 विद्यार्थी अध्ययनरत
250 नामांकन हुए इस वर्ष
जमा है राशि
80 लाख रुपए की एफडी है। समय-समय पर व्यय करते रहते हैं। बीस लाख रुपए के संसाधन भी जुटाए हैं। विद्यार्थी शुल्क कम हुआ है, लेकिन पुरानी जमा राशि से भी विद्यालय में कोष बढ़ रहा है। दानदाताओं से मदद लेकर लगातार विकास कार्य करवाए जा रहे हैं। इस साल 1100 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं।
-मगाराम चौधरी, प्रधानाचार्य, राउमावि गांधी चौक, बाड़मेर
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
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