जयपुर. शिक्षा विभाग के 4 लाख से अधिक शिक्षक इन दिनों
विभिन्न जिलों में जिला प्रशासन की ओर से निकाले जा रहे मनमाने आदेशों से
परेशान है। कभी उनकी ड्यूटी मृत्यु भोज में लगाई जा रही है तो कभी शादी और
मनोरंजन जैसे कार्यों में। शिक्षकों के इस तरह के गैर शैक्षिक कार्यों में
लगाने के अधिकांश आदेश उपखंड
अधिकारियों की तरफ से निकाल गए हैं। शिक्षामंत्री भी कई बार इस तरह के आदेशों का विरोध कर चुके हैं, लेकिन अगले ही दिन फिर एक नया आदेश आ जाता है। इस तरह के आदेशों को लेकर अब शिक्षक संगठन सरकार से आरपार की लड़ाई के मूड में है। राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ (भामस) के प्रदेशाध्यक्ष विजय सिंह धाकड़ और राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि कोरोना महामारी में पहले से ही प्रदेश में 2 लाख शिक्षक सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। इस तरह के आदेश शिक्षकों का अपमान है। सरकार को इस संबंध में तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
इस तरह लगी शिक्षकों की गैर शैक्षिक कार्यों में ड्यूटियां
राजाखेड़ा के विकास अधिकारी ने नरेगा में श्रमिकों के निरीक्षण में।
बारां मांगरोल के उपखंड अधिकारी ने शादी समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग में।
पाली में रानी के तहसीलदार ने रेलवे स्टेशन पर डाटा इंद्राज में।
करौली में जिला प्रशासन ने आवारा पशुओं का सर्वे और क्वारेंटाइन सेंटरों पर रखे गए लोगों का मनोरंजन करने में।
कोटा में उपखंड अधिकारी ने दैनिक रेल यात्रियों की स्क्रीनिंग में
दुदौड पाली में मृत्यु भोज में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में।
कोटा में उपखंड अधिकारी ने टिड्डी दल को भगाने व इसके लिए जागरुकता में।
प्रतापगढ़ में उपखंड अधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष में।
भीलवाड़ा में जहाजपुर के उपखंड अधिकारी ने अवैध बजरी खनन के चैक पोस्ट पर।
धौलपुर में बाड़ी के उपखंड अधिकारी ने खाद्य सुरक्षा योजना से अपात्रों को हटाने में।
अधिकारियों की तरफ से निकाल गए हैं। शिक्षामंत्री भी कई बार इस तरह के आदेशों का विरोध कर चुके हैं, लेकिन अगले ही दिन फिर एक नया आदेश आ जाता है। इस तरह के आदेशों को लेकर अब शिक्षक संगठन सरकार से आरपार की लड़ाई के मूड में है। राजस्थान राज्य कर्मचारी महासंघ (भामस) के प्रदेशाध्यक्ष विजय सिंह धाकड़ और राजस्थान प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष विपिन प्रकाश शर्मा का कहना है कि कोरोना महामारी में पहले से ही प्रदेश में 2 लाख शिक्षक सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रहे हैं। इस तरह के आदेश शिक्षकों का अपमान है। सरकार को इस संबंध में तुरंत एक्शन लेना चाहिए।
इस तरह लगी शिक्षकों की गैर शैक्षिक कार्यों में ड्यूटियां
राजाखेड़ा के विकास अधिकारी ने नरेगा में श्रमिकों के निरीक्षण में।
बारां मांगरोल के उपखंड अधिकारी ने शादी समारोह में सोशल डिस्टेंसिंग में।
पाली में रानी के तहसीलदार ने रेलवे स्टेशन पर डाटा इंद्राज में।
करौली में जिला प्रशासन ने आवारा पशुओं का सर्वे और क्वारेंटाइन सेंटरों पर रखे गए लोगों का मनोरंजन करने में।
कोटा में उपखंड अधिकारी ने दैनिक रेल यात्रियों की स्क्रीनिंग में
दुदौड पाली में मृत्यु भोज में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने में।
कोटा में उपखंड अधिकारी ने टिड्डी दल को भगाने व इसके लिए जागरुकता में।
प्रतापगढ़ में उपखंड अधिकारी ने बाढ़ नियंत्रण कक्ष में।
भीलवाड़ा में जहाजपुर के उपखंड अधिकारी ने अवैध बजरी खनन के चैक पोस्ट पर।
धौलपुर में बाड़ी के उपखंड अधिकारी ने खाद्य सुरक्षा योजना से अपात्रों को हटाने में।
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