माध्यमिक शिक्षा बोर्ड अजमेर की दसवीं और बारहवीं कक्षा का रिजल्ट सुधारने
के लिए प्रदेश के साढ़े तीन लाख शिक्षकों को निदेशक, माध्यमिक शिक्षा ने
पहली बार लेटर लिखा है।
पत्र में सभी शिक्षकों को संबोधित किया है, जिसमें निदेशक माध्यमिक नथमल डिडेल ने बोर्ड परीक्षा की तिथि नजदीक आने का हवाला देते हुए अभी से अपने जिले में बच्चों पर हर तरह से मेहनत करने के लिए जुट जाने की अपील की है। डिडेल ने शिक्षकों को लिखे अपने पत्र में बताया, कि इस बार चुनाव और अन्य कार्यों की वजह से शिक्षण कार्य पूरी तरह से नहीं हो पाया होगा। ऐसे में शिक्षण सत्र भी समाप्त हो रहा है और बोर्ड परीक्षाएं भी नजदीक आ रही हैं। इसलिए बच्चों को विषय विशेष और पाठ विशेष में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए योजना बनाएं। उन योजनाओं के अनुसार अतिरिक्त कक्षाएं लगाएं और उसका निस्तारण करे ताकि परीक्षा परिणाम पिछली बार के मुकाबले से श्रेष्ठ आएं। उन्होंने अपने इस अर्द्धशासकीय पत्र में लिखा कि अब इस शेष समय का सभी शिक्षक पूरा उपयोग करेंगे और अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर अपना श्रेष्ठतम देंगे।
हर साल जोधपुर में लगती है अतिरिक्त कक्षाएं
शहर में शिक्षा विभाग की ओर से 12वीं कक्षा के कला, वाणिज्य व साइंस के मेरिट में आने वाले बच्चों का चयन कर उनके लिए स्पेशलिस्ट शिक्षक लगाता है ताकि बच्चा मेरिट निकाल सके। इसके अलावा जिले की अधिकतर स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लास लेकर परीक्षा परिणाम सुधारने की कवायद की जा रही है। इन क्लासेज में सेवाएं देने वाले प्रिंसीपल देवी बिजाणी व राजनीति विज्ञान के व्याख्याता कोमलसिंह चंपावत का कहना है कि विभाग की ओर से आयोजित स्पेशल क्लासेज में बच्चों को आठ से दस एक्सपर्ट के पास रखते हैं और हम लोग बच्चों की सब्जेक्ट विशेष की बारीक समस्याओं का निस्तारण करते हैं।
कामर्स में पिछड़े, साइंस में रेंक मेंटेन
जोधपुर जिला पिछले साल साइंस में राज्य स्तरीय रैंकिंग में चौथे स्थान पर था और इस साल भी चौथे स्थान कब्जा जमाने में कामयाब रहा। वहीं कॉमर्स में गत वर्ष 13वें स्थान पर था, लेकिन इस साल 14 स्थान लुढ़ककर 27वें स्थान पर आ गया। इसी तरह कला वर्ग में जोधपुर की रैंकिंग 20वें पायदान पर रहीं।
10वीं बोर्ड रिजल्ट में 5वें नंबर पर रहे
इस साल जोधपुर जिला दसवीं कक्षा बोर्ड रिजल्ट में प्रदेश में पांचवें स्थान पर रहा। इस साल 52865 परीक्षार्थी परीक्षा देने बैठे। इसमें 43 हजार 919 स्टूडेंट्स पास हुए। यानि 83.08 प्रतिशत रिजल्ट रहा। वहीं पिछले साल 82.51 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए थे। यानि की इस साल 0.57 प्रतिशत रिजल्ट पिछले साल के मुकाबले बढ़ा है।
पत्र में सभी शिक्षकों को संबोधित किया है, जिसमें निदेशक माध्यमिक नथमल डिडेल ने बोर्ड परीक्षा की तिथि नजदीक आने का हवाला देते हुए अभी से अपने जिले में बच्चों पर हर तरह से मेहनत करने के लिए जुट जाने की अपील की है। डिडेल ने शिक्षकों को लिखे अपने पत्र में बताया, कि इस बार चुनाव और अन्य कार्यों की वजह से शिक्षण कार्य पूरी तरह से नहीं हो पाया होगा। ऐसे में शिक्षण सत्र भी समाप्त हो रहा है और बोर्ड परीक्षाएं भी नजदीक आ रही हैं। इसलिए बच्चों को विषय विशेष और पाठ विशेष में आने वाली कठिनाइयों को दूर करने के लिए योजना बनाएं। उन योजनाओं के अनुसार अतिरिक्त कक्षाएं लगाएं और उसका निस्तारण करे ताकि परीक्षा परिणाम पिछली बार के मुकाबले से श्रेष्ठ आएं। उन्होंने अपने इस अर्द्धशासकीय पत्र में लिखा कि अब इस शेष समय का सभी शिक्षक पूरा उपयोग करेंगे और अतिरिक्त कक्षाएं लगाकर अपना श्रेष्ठतम देंगे।
हर साल जोधपुर में लगती है अतिरिक्त कक्षाएं
शहर में शिक्षा विभाग की ओर से 12वीं कक्षा के कला, वाणिज्य व साइंस के मेरिट में आने वाले बच्चों का चयन कर उनके लिए स्पेशलिस्ट शिक्षक लगाता है ताकि बच्चा मेरिट निकाल सके। इसके अलावा जिले की अधिकतर स्कूलों में एक्स्ट्रा क्लास लेकर परीक्षा परिणाम सुधारने की कवायद की जा रही है। इन क्लासेज में सेवाएं देने वाले प्रिंसीपल देवी बिजाणी व राजनीति विज्ञान के व्याख्याता कोमलसिंह चंपावत का कहना है कि विभाग की ओर से आयोजित स्पेशल क्लासेज में बच्चों को आठ से दस एक्सपर्ट के पास रखते हैं और हम लोग बच्चों की सब्जेक्ट विशेष की बारीक समस्याओं का निस्तारण करते हैं।
कामर्स में पिछड़े, साइंस में रेंक मेंटेन
जोधपुर जिला पिछले साल साइंस में राज्य स्तरीय रैंकिंग में चौथे स्थान पर था और इस साल भी चौथे स्थान कब्जा जमाने में कामयाब रहा। वहीं कॉमर्स में गत वर्ष 13वें स्थान पर था, लेकिन इस साल 14 स्थान लुढ़ककर 27वें स्थान पर आ गया। इसी तरह कला वर्ग में जोधपुर की रैंकिंग 20वें पायदान पर रहीं।
10वीं बोर्ड रिजल्ट में 5वें नंबर पर रहे
इस साल जोधपुर जिला दसवीं कक्षा बोर्ड रिजल्ट में प्रदेश में पांचवें स्थान पर रहा। इस साल 52865 परीक्षार्थी परीक्षा देने बैठे। इसमें 43 हजार 919 स्टूडेंट्स पास हुए। यानि 83.08 प्रतिशत रिजल्ट रहा। वहीं पिछले साल 82.51 प्रतिशत विद्यार्थी पास हुए थे। यानि की इस साल 0.57 प्रतिशत रिजल्ट पिछले साल के मुकाबले बढ़ा है।
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