राजस्थान विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी सरगर्मी तेज है, नेताओं
का प्रचार चरम पर है। अमर उजाला डॉट कॉम आपको बता रहा है राज्य के जमीनी
हालात और उन विषयों के बारे में जो इस बार चुनावी मुद्दे हैं। इसी के
मद्देनजर अमर उजाला का चुनाव रथ पहुंचा सीकर। संवाददाता अभिलाषा ने लोगों
से बात कर यहां हालात का जायजा लिया।
उन्होंने जानने की कोशिश की कि आखिर यहां की जनता क्या चाहती है? उनके चुने
हुए नेता उनकी उम्मीदों पर कितने खरे उतरे हैं? साथ ही यह भी जाना कि जनता
के मन में क्या है। टी वैली प्रायोजित अमर उजाला के खास लाइव कार्यक्रम
सत्ता के सेमीफाइनल में जानिए कि सीकर में क्या हैं जमीनी हालात।
शेखावटी क्षेत्र का सीकर जिला बहुत बड़ा है और इसे एजुकेशन हब के तौर पर जाना जाता है। आसपास के इलाकों से बच्चे और युवा यहां शिक्षा लेने आते हैं। सीकर जिले में आठ विधानसभा क्षेत्र है।
सीकर के स्थानीय निवासियों ने कहा सरकार ने काम किया है, लेकिन इस सीट पर जातिवाद का मुद्दा सबसे प्रमुख है।
एक रिटार्यड शिक्षक ने कहा कि बेरेजगारी बड़ा मुद्दा है। शहर में सीवरेज व्यवस्था खस्ताहाल हैं। जगह जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं जिससे जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में क्षेत्र का विकास हुआ था। मौजूदा सरकार ने कोई खास काम नहीं किया है।
सीकर के एक युवा ने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय कोई नई भर्तियां नहीं हुईं। बेरोजगारी बहुत ज्यादा बढ़ी है। उन्होंने कहा सरकार कोई भी हो बेरोजगारी कम होनी चाहिए।
शेखावटी क्षेत्र का सीकर जिला बहुत बड़ा है और इसे एजुकेशन हब के तौर पर जाना जाता है। आसपास के इलाकों से बच्चे और युवा यहां शिक्षा लेने आते हैं। सीकर जिले में आठ विधानसभा क्षेत्र है।
सीकर के स्थानीय निवासियों ने कहा सरकार ने काम किया है, लेकिन इस सीट पर जातिवाद का मुद्दा सबसे प्रमुख है।
एक रिटार्यड शिक्षक ने कहा कि बेरेजगारी बड़ा मुद्दा है। शहर में सीवरेज व्यवस्था खस्ताहाल हैं। जगह जगह गड्ढे खोद दिए गए हैं जिससे जनता परेशान है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सरकार में क्षेत्र का विकास हुआ था। मौजूदा सरकार ने कोई खास काम नहीं किया है।
सीकर के एक युवा ने कहा कि वसुंधरा सरकार के समय कोई नई भर्तियां नहीं हुईं। बेरोजगारी बहुत ज्यादा बढ़ी है। उन्होंने कहा सरकार कोई भी हो बेरोजगारी कम होनी चाहिए।
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