भास्कर संवाददाता | डूंगरपुर
प्रारंभिकशिक्षा में प्रतिनियुक्ति और विषयाध्यापक के विरुद्ध लगे शिक्षक अब अधिशेष श्रेणी में चले जाएंगे। शिक्षा विभाग में शिक्षक भर्ती 2015, 2016 और 2013 में नवनियुक्ति मिलने के कारण अंग्रेजी और गणित-विज्ञान वर्ग में हुई है।
ऐसे में पिछले लम्बे समय से प्रांरभिक शिक्षा में विषयाध्यापक के रिक्त पदों पर कार्य कर रहे थे। ऐसे में अब नवनियुक्ति शिक्षक के कार्यभार संभालने के कारण शिक्षक अधिशेष की श्रेणी में गए हैं। इस कारण उन्हें अब पुन: स्कूल का आवंटन कराना होगा। प्रारंभिक शिक्षा में अधिकांश शिक्षक स्कूल में विषयाध्यापक के विरुद्ध कार्य कर रहे थे। उस समय शिक्षकों की कमी होने के कारण अधिकारियों के निर्देशन में उन्हें स्कूल में शिक्षण व्यवस्था संभालने के लिए लगा रखा था।
वहीं शाला दर्शन पोर्टल पर शिक्षकों को विषय के विरुद्ध कार्य करने की जानकारी नहीं थी। इस कारण पोर्टल पर पद रिक्त चल रहा था। अब नए शिक्षक नियुक्त होने के कारण उन्हें पोर्टल से ज्वाइनिंग मिल गई। ऐसे में पुराने कार्यरत शिक्षक अधिशेष की श्रेणी में गए।
शिक्षकोंकी बढ़ेगी परेशानी
{प्रारंभिकशिक्षा में अधिशेष श्रेणी में आने वाले शिक्षक को अब सैलेरी के लिए परेशान होना पड़ेगा।
{ऑनलाइन सर्विस बुक का कार्य चल रहा है। ऐसे में उन्हें सर्विस बुक ऑनलाइन में स्कूल फीडिंग करने में परेशानी होगी।
{अधिशेष शिक्षकों को अपने ही ब्लॉक में रिक्त पदो स्कूल आवंटन में परेशानी होगी। इससे उन्हें अधिक दूरी वाली स्कूल में जाना पड़ सकता हैं।
दिसंबरतक वेतन अधिकार बीईईओ के पास
1जनवरी 2018 से प्रारंभिक शिक्षकों को पीईईओ के अंतर्गत सौंपा जा रहा है। ऐसे में अब उनके वेतन का अधिकार भी पीईईओ को हस्तातरिंत करने के आदेश प्राप्त हुए हैं। जिसके बाद अब अधिशेष शिक्षकों के रिकॉर्ड और कार्यवाही में अब पीईईओ की आवश्यकता रहेगी। वहीं इन शिक्षकों की समय पर काउंसलिंग नहीं होने से परेशानी ज्यादा बढ़ेगी
^शिक्षकों की कमी के कारण विषय विरुद्ध शिक्षक लगाए गए थे। अब नए शिक्षक मिलने से अधिशेष श्रेणी में आए हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर शीघ्र ही काउंसलिंग कर नई स्कूल आवंटन कराई जाएगी। वहीं पीईईओ को 1 जनवरी से वेतन आहरण का अधिकार दिया जा रहा है। -मणिलाल छगण, डीईओ प्रारंभिक शिक्षा
प्रारंभिकशिक्षा में प्रतिनियुक्ति और विषयाध्यापक के विरुद्ध लगे शिक्षक अब अधिशेष श्रेणी में चले जाएंगे। शिक्षा विभाग में शिक्षक भर्ती 2015, 2016 और 2013 में नवनियुक्ति मिलने के कारण अंग्रेजी और गणित-विज्ञान वर्ग में हुई है।
ऐसे में पिछले लम्बे समय से प्रांरभिक शिक्षा में विषयाध्यापक के रिक्त पदों पर कार्य कर रहे थे। ऐसे में अब नवनियुक्ति शिक्षक के कार्यभार संभालने के कारण शिक्षक अधिशेष की श्रेणी में गए हैं। इस कारण उन्हें अब पुन: स्कूल का आवंटन कराना होगा। प्रारंभिक शिक्षा में अधिकांश शिक्षक स्कूल में विषयाध्यापक के विरुद्ध कार्य कर रहे थे। उस समय शिक्षकों की कमी होने के कारण अधिकारियों के निर्देशन में उन्हें स्कूल में शिक्षण व्यवस्था संभालने के लिए लगा रखा था।
वहीं शाला दर्शन पोर्टल पर शिक्षकों को विषय के विरुद्ध कार्य करने की जानकारी नहीं थी। इस कारण पोर्टल पर पद रिक्त चल रहा था। अब नए शिक्षक नियुक्त होने के कारण उन्हें पोर्टल से ज्वाइनिंग मिल गई। ऐसे में पुराने कार्यरत शिक्षक अधिशेष की श्रेणी में गए।
शिक्षकोंकी बढ़ेगी परेशानी
{प्रारंभिकशिक्षा में अधिशेष श्रेणी में आने वाले शिक्षक को अब सैलेरी के लिए परेशान होना पड़ेगा।
{ऑनलाइन सर्विस बुक का कार्य चल रहा है। ऐसे में उन्हें सर्विस बुक ऑनलाइन में स्कूल फीडिंग करने में परेशानी होगी।
{अधिशेष शिक्षकों को अपने ही ब्लॉक में रिक्त पदो स्कूल आवंटन में परेशानी होगी। इससे उन्हें अधिक दूरी वाली स्कूल में जाना पड़ सकता हैं।
दिसंबरतक वेतन अधिकार बीईईओ के पास
1जनवरी 2018 से प्रारंभिक शिक्षकों को पीईईओ के अंतर्गत सौंपा जा रहा है। ऐसे में अब उनके वेतन का अधिकार भी पीईईओ को हस्तातरिंत करने के आदेश प्राप्त हुए हैं। जिसके बाद अब अधिशेष शिक्षकों के रिकॉर्ड और कार्यवाही में अब पीईईओ की आवश्यकता रहेगी। वहीं इन शिक्षकों की समय पर काउंसलिंग नहीं होने से परेशानी ज्यादा बढ़ेगी
^शिक्षकों की कमी के कारण विषय विरुद्ध शिक्षक लगाए गए थे। अब नए शिक्षक मिलने से अधिशेष श्रेणी में आए हैं। उच्चाधिकारियों के निर्देश पर शीघ्र ही काउंसलिंग कर नई स्कूल आवंटन कराई जाएगी। वहीं पीईईओ को 1 जनवरी से वेतन आहरण का अधिकार दिया जा रहा है। -मणिलाल छगण, डीईओ प्रारंभिक शिक्षा
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