रक्तिम तिवारी/अजमेर । सरकार ने राजस्थान लोक सेवा आयोग के साथ मजाक किया है। आयोग के अध्यक्ष
पद पर राधेश्याम गर्ग के नियुक्ति के आदेश जारी कर दिए हैं लेकिन
नियमानुसार वे मई 2018 तक ही अध्यक्ष रह सकेंगे। गर्ग 2 मई 2018 को वह 62
वर्ष के हो जाएंगे।
आयोग में अध्यक्ष के लिए यह अधिकतम आयु सीमा है। जानकारी के अनुसार गर्ग की जन्म तिथि 2 मई 1956 है इसके अनुसार उनका कार्यकाल साढ़े चार माह यानी 135 दिन का कार्यकाल रहेगा। ऐसे में आरएएस व शिक्षक भर्ती जैसी बड़ी परीक्षाओं को पूरा कर पाना मुश्किल होगा। आरएएस भर्ती के विज्ञापन जारी होने व प्रारंभिक परीक्षा प्रक्रिया पूरी होने में खासा वक्त लगता है।
नई भर्तियों के विज्ञापन जारी होना व उन्हें परिणाम व नियुक्ति तक पहुुंच पाना एक लंबी प्रक्रिया होती है करीब छह से आठ माह तक यह पूरी होती हैं ऐसे में नवनियुक्त अध्यक्ष का कार्यकाल में कितना काम आगे बढ़ता है इसे लेकर फिलहाल कुछ कह पाना संभव नहीं है।
पूर्व अध्यक्ष शर्मा रहे थे मात्र 79 दिनों के लिए अध्यक्ष
राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य श्याम सुंदर शर्मा को गत 11 जुलाई 2017 को अध्यक्ष नियुक्त किया था। शर्मा को वरिष्ठता लांघते हुए अध्यक्ष पद की कमान दी गई है। उनका कार्यकाल 79 दिवस का रहा। शर्मा आयोग में 30 जनवरी 2016 को सदस्य नियुक्त किए गए थे।
कभी डेढ़ साल तो कभी 135 दिन का कार्यकाल
कांग्रेस और भाजपा राज में आरपीएससी से मजाक किया जा रहा है। कांग्रेस राज में एम. एल. कुमावत, प्रो. बीएम. शर्मा और हबीब खान गौरान को महज एक से डेढ़ साल का कार्यकाल मिला। इसके बाद आर. डी. सैनी करीब 11 महीने कार्यवाहक अध्यक्ष रहे। ललित के पंवार को भी डेढ़ साल का कार्यकाल मिला। इसके बाद श्याम सुंदर शर्मा तो महज 79 दिन के अध्यक्ष रहे। अब राधेश्याम गर्ग महज 135 दिन आरपीएससी की कमान संभालेंगे। यानि मई में सरकार को फिर चेयरमेन लगाना पड़ेगा।
आयोग में अध्यक्ष के लिए यह अधिकतम आयु सीमा है। जानकारी के अनुसार गर्ग की जन्म तिथि 2 मई 1956 है इसके अनुसार उनका कार्यकाल साढ़े चार माह यानी 135 दिन का कार्यकाल रहेगा। ऐसे में आरएएस व शिक्षक भर्ती जैसी बड़ी परीक्षाओं को पूरा कर पाना मुश्किल होगा। आरएएस भर्ती के विज्ञापन जारी होने व प्रारंभिक परीक्षा प्रक्रिया पूरी होने में खासा वक्त लगता है।
नई भर्तियों के विज्ञापन जारी होना व उन्हें परिणाम व नियुक्ति तक पहुुंच पाना एक लंबी प्रक्रिया होती है करीब छह से आठ माह तक यह पूरी होती हैं ऐसे में नवनियुक्त अध्यक्ष का कार्यकाल में कितना काम आगे बढ़ता है इसे लेकर फिलहाल कुछ कह पाना संभव नहीं है।
पूर्व अध्यक्ष शर्मा रहे थे मात्र 79 दिनों के लिए अध्यक्ष
राजस्थान लोक सेवा आयोग के सदस्य श्याम सुंदर शर्मा को गत 11 जुलाई 2017 को अध्यक्ष नियुक्त किया था। शर्मा को वरिष्ठता लांघते हुए अध्यक्ष पद की कमान दी गई है। उनका कार्यकाल 79 दिवस का रहा। शर्मा आयोग में 30 जनवरी 2016 को सदस्य नियुक्त किए गए थे।
कभी डेढ़ साल तो कभी 135 दिन का कार्यकाल
कांग्रेस और भाजपा राज में आरपीएससी से मजाक किया जा रहा है। कांग्रेस राज में एम. एल. कुमावत, प्रो. बीएम. शर्मा और हबीब खान गौरान को महज एक से डेढ़ साल का कार्यकाल मिला। इसके बाद आर. डी. सैनी करीब 11 महीने कार्यवाहक अध्यक्ष रहे। ललित के पंवार को भी डेढ़ साल का कार्यकाल मिला। इसके बाद श्याम सुंदर शर्मा तो महज 79 दिन के अध्यक्ष रहे। अब राधेश्याम गर्ग महज 135 दिन आरपीएससी की कमान संभालेंगे। यानि मई में सरकार को फिर चेयरमेन लगाना पड़ेगा।
No comments:
Post a Comment