सवाईमाधोपुर. फुटबॉल खेलने के लिए उचित मैदान नहीं,
बॉस्केटबॉल के लिए कोर्ट नहीं, खेल संसाधनों का अभाव तथा शिक्षक आए और
हाजरी भरकर चले गए। ऐसे हालात सोमवार को जिले में तहसील स्तरीय खेल
प्रतियोगिताओं में देखने को मिला।
जहां दो दिवसीय शिक्षक क्रीड़ा प्रतियोगिता पहले ही दिन खानापूर्ति बनकर रह गई। हालांकि कुछ विद्यालयों में दिखावे के लिए क्रीड़ा प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए गए। वहीं कुछ विद्यालयों में तो केवल कागजों में ही प्रतियोगिताएं खेली गई। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की तहसील स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता सोमवार से शुरू हुई। जिलेभर में पहले दिन दोपहर दो बजे तक प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों का पंजीयन किया गया। चौथ का बरवाड़ा में 34, गंगापुरसिटी में 18 एवं राउमावि साहूनगर में 90 शिक्षकों का पंजीयन हुआ।
नहीं हुआ उद्घाटन : प्रतियोगिता के आयोजन से पहले उद््घाटन कराया जाता है, लेकिन राउमावि साहूनगर में ऐसा नहीं देखा गया।
नहीं बन सकी टीमें
जिले में आयोजन स्थलों पर स्कूलों में कबड््डी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, टेबिल-टेनिस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों, एथलेटिक्स खेले कराए जाने थे, लेकिन अधिकतर स्कूलों में पहले दिन ही खेलों का आयोजन नहीं हुआ। कम उपस्थिति के चलते टीम नहीं बन सकी और मैचों का आयोजन नहीं हुआ।
शिक्षण व्यवस्था प्रभावित रही
जिलेभर में माध्यमिक एवं प्राथमिक स्तर पर कई विद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली है। इसके बाद भी विद्यालयों को सूना छोड़कर शिक्षक खेलने के नाम पर तहसील मुख्यालयों पर छुट््टी मनाने चले आए, जबकि अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं अगले ही महीने आयोजित की जानी है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी औपचारिकता
राउमावि साहूनगर में प्रतियोगिता के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें भी औपचारिकता की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए एक कक्ष में महज दस से 12 शिक्षक बैठक हुए थे बाकी सब जा चुके थे। इसके अलावा कबड्डी, एथलेटिक्स, बैंडमिंटन, टेबिल-टेनिस के लिए कोई खेलता नजर नहीं आया। इधर, आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता में वॉलीबॉल, शतरंज खेले गए। बाकी खेल मंगलवार को होंगे।
नहीं तैयार कराए मैदान
शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारियों को दो दिवसीय शिक्षक खेल प्रतियोगिता आयोजन को लेकर आठ नवम्बर को भी आदेश जारी कर दिए थे। इसके बावजूद जिले में प्रतियोगिता आयोजन स्थल पर मैदानों को तैयार नहीं कराया गया। स्कूलों में ना तो खेल सामग्री थी, ना खेल मैदान व न ही कोर्ट तैयार कराए गए।
नहीं नजर
आए शिक्षक
राउमावि साहूनगर में प्रतियोगिता आयोजन स्थल पर कोई तैयारी नहीं थी। कम उपस्थिति के कारण पहले दिन तो वॉलीबॉल व शतरंज ही खेले गए। आलम ये था कि दोपहर 12 बजे तक स्कूल मैदान में पशु विचरण कर रहे थे। इसके बाद ब्लेक बोर्ड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन का नाम लिखा गया। वहीं शिक्षकों के अभाव में कार्यक्रम की औपचारिकता पूरी की। राउमावि विद्यालय साहूनगर में दोपहर एक बजे बाद तो एक शिक्षक भी मौजूद नहीं था।
क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए जिन शिक्षकों ने पंजीयन कराया है, उनको प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिए। हाजरी कर चले गए शिक्षकों के बारे में पता किया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
गोकुलेन्द्र शर्मा, एडीईओ प्रारंभिक शिक्षा, सवाईमाधोपुर
पंजीयन के दौरान जो स्कूल शिक्षक हाजरी कर चले गए थे और खेलों में भाग नहीं लिया। उनकी रिपोर्ट लेकर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को भेजी जाएगी। पंजीयन शिक्षकों को सूचना भेजकर मंगलवार को खेलों को भाग लेने के निर्देश दिए जाएंगे।
ओमप्रभा, प्रधानाचार्या, राउमावि साहूनगर, सवाईमाधोपुर
जहां दो दिवसीय शिक्षक क्रीड़ा प्रतियोगिता पहले ही दिन खानापूर्ति बनकर रह गई। हालांकि कुछ विद्यालयों में दिखावे के लिए क्रीड़ा प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम कराए गए। वहीं कुछ विद्यालयों में तो केवल कागजों में ही प्रतियोगिताएं खेली गई। शिक्षा विभाग की ओर से शिक्षकों की तहसील स्तरीय क्रीड़ा प्रतियोगिता सोमवार से शुरू हुई। जिलेभर में पहले दिन दोपहर दो बजे तक प्रारंभिक स्कूलों के शिक्षकों का पंजीयन किया गया। चौथ का बरवाड़ा में 34, गंगापुरसिटी में 18 एवं राउमावि साहूनगर में 90 शिक्षकों का पंजीयन हुआ।
नहीं हुआ उद्घाटन : प्रतियोगिता के आयोजन से पहले उद््घाटन कराया जाता है, लेकिन राउमावि साहूनगर में ऐसा नहीं देखा गया।
नहीं बन सकी टीमें
जिले में आयोजन स्थलों पर स्कूलों में कबड््डी, वॉलीबॉल, बास्केटबॉल, टेबिल-टेनिस एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों, एथलेटिक्स खेले कराए जाने थे, लेकिन अधिकतर स्कूलों में पहले दिन ही खेलों का आयोजन नहीं हुआ। कम उपस्थिति के चलते टीम नहीं बन सकी और मैचों का आयोजन नहीं हुआ।
शिक्षण व्यवस्था प्रभावित रही
जिलेभर में माध्यमिक एवं प्राथमिक स्तर पर कई विद्यालयों में शिक्षकों के पद खाली है। इसके बाद भी विद्यालयों को सूना छोड़कर शिक्षक खेलने के नाम पर तहसील मुख्यालयों पर छुट््टी मनाने चले आए, जबकि अद्र्धवार्षिक परीक्षाएं अगले ही महीने आयोजित की जानी है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम में भी औपचारिकता
राउमावि साहूनगर में प्रतियोगिता के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया। इसमें भी औपचारिकता की गई। सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए एक कक्ष में महज दस से 12 शिक्षक बैठक हुए थे बाकी सब जा चुके थे। इसके अलावा कबड्डी, एथलेटिक्स, बैंडमिंटन, टेबिल-टेनिस के लिए कोई खेलता नजर नहीं आया। इधर, आयोजकों ने बताया कि प्रतियोगिता में वॉलीबॉल, शतरंज खेले गए। बाकी खेल मंगलवार को होंगे।
नहीं तैयार कराए मैदान
शिक्षा निदेशालय की ओर से प्रारंभिक जिला शिक्षा अधिकारियों को दो दिवसीय शिक्षक खेल प्रतियोगिता आयोजन को लेकर आठ नवम्बर को भी आदेश जारी कर दिए थे। इसके बावजूद जिले में प्रतियोगिता आयोजन स्थल पर मैदानों को तैयार नहीं कराया गया। स्कूलों में ना तो खेल सामग्री थी, ना खेल मैदान व न ही कोर्ट तैयार कराए गए।
नहीं नजर
आए शिक्षक
राउमावि साहूनगर में प्रतियोगिता आयोजन स्थल पर कोई तैयारी नहीं थी। कम उपस्थिति के कारण पहले दिन तो वॉलीबॉल व शतरंज ही खेले गए। आलम ये था कि दोपहर 12 बजे तक स्कूल मैदान में पशु विचरण कर रहे थे। इसके बाद ब्लेक बोर्ड पर सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन का नाम लिखा गया। वहीं शिक्षकों के अभाव में कार्यक्रम की औपचारिकता पूरी की। राउमावि विद्यालय साहूनगर में दोपहर एक बजे बाद तो एक शिक्षक भी मौजूद नहीं था।
क्रीड़ा प्रतियोगिता के लिए जिन शिक्षकों ने पंजीयन कराया है, उनको प्रतियोगिता में भाग लेना चाहिए। हाजरी कर चले गए शिक्षकों के बारे में पता किया जाएगा और आवश्यक कार्रवाई की जाएगी।
गोकुलेन्द्र शर्मा, एडीईओ प्रारंभिक शिक्षा, सवाईमाधोपुर
पंजीयन के दौरान जो स्कूल शिक्षक हाजरी कर चले गए थे और खेलों में भाग नहीं लिया। उनकी रिपोर्ट लेकर जिला शिक्षा अधिकारी प्रारंभिक को भेजी जाएगी। पंजीयन शिक्षकों को सूचना भेजकर मंगलवार को खेलों को भाग लेने के निर्देश दिए जाएंगे।
ओमप्रभा, प्रधानाचार्या, राउमावि साहूनगर, सवाईमाधोपुर
No comments:
Post a Comment