राजस्थानशिक्षक एवं पंचायतीराज कर्मचारी संघ के बीएन ग्राउंड में शनिवार को
शुरू हुए दो दिवसीय प्रांतीय शिक्षक शैक्षिक सम्मेलन में राजनेताओं ने
शिक्षकों के विरोध के स्वर को देखते हुए कन्नी काट ली।
यह आरोप संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने लगाते हुए सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला।
शिक्षकों ने विरोध कर कहा कि राजनेताओं ने एक महीने पहले सम्मेलन के लिए सहमति देकर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए कहा था लेकिन अंतिम समय में शिक्षकों की भारी भीड़ और सातवें वेतन की वजह से उपजे आक्रोश को देखकर किनारा कर लिया। बाद में शिक्षक संघ ने संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में कार्यक्रम शुरू किया। शिक्षकों ने कहा कि कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़, पंचायती राज राज्यमंत्री धनसिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और सांसद अर्जुन लाल मीणा ने उपस्थित होने के लिए कहा था।
संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने कहा कि सातवें वेतन आयोग में सरकार एक ही प्रदेश में दोहरे मापदंड अपनाकर अधिकारी वर्ग और कर्मचारी वर्ग में फूट डालो और राज करो की नीति अपना रही है, जिससे कर्मचारियों को भारी आर्थिक नुकसान होगा। कर्मचारी और शिक्षक वर्ग सहन आंदोलन करने पर मजबूर होगा। प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार की नकारात्मक नीतियों का राजस्थान के सभी कर्मचारी संघर्ष करेंगे। प्रदेश महामंत्री शंभु सिंह मेडतिया ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार की गलत और नकारात्मक नीतियों का विरोध करना कर्मचारियों और शिक्षकों का नैतिक धर्म है। समारोह के मुख्य वार्ताकार विद्यापीठ कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत, प्रदेश सभाध्यक्ष बालाराम चौधरी, अध्यक्ष परिवाद समिति विजय शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता नारायण सिंह सिसोदिया, प्रदेश महिला संयोजिका बेबी नंदा, धौलपुर जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा ने भी संबोधित किया।
आज 10 बजे से शुरू हाेगा सम्मेलन
रविवारसुबह 10 बजे खुले सत्र का आयोजन कर शिक्षा, शिक्षार्थी और शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान की चर्चा की जाएगी और प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजा जाएगा।
यह आरोप संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने लगाते हुए सरकार के खिलाफ जमकर हमला बोला।
शिक्षकों ने विरोध कर कहा कि राजनेताओं ने एक महीने पहले सम्मेलन के लिए सहमति देकर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के लिए कहा था लेकिन अंतिम समय में शिक्षकों की भारी भीड़ और सातवें वेतन की वजह से उपजे आक्रोश को देखकर किनारा कर लिया। बाद में शिक्षक संघ ने संगठन के पदाधिकारियों की मौजूदगी में कार्यक्रम शुरू किया। शिक्षकों ने कहा कि कार्यक्रम में पंचायती राज मंत्री राजेन्द्रसिंह राठौड़, पंचायती राज राज्यमंत्री धनसिंह रावत, उच्च शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी और सांसद अर्जुन लाल मीणा ने उपस्थित होने के लिए कहा था।
संघ के प्रदेश वरिष्ठ उपाध्यक्ष शेर सिंह चौहान ने कहा कि सातवें वेतन आयोग में सरकार एक ही प्रदेश में दोहरे मापदंड अपनाकर अधिकारी वर्ग और कर्मचारी वर्ग में फूट डालो और राज करो की नीति अपना रही है, जिससे कर्मचारियों को भारी आर्थिक नुकसान होगा। कर्मचारी और शिक्षक वर्ग सहन आंदोलन करने पर मजबूर होगा। प्रदेशाध्यक्ष मूलचंद गुर्जर ने कहा कि राज्य सरकार की नकारात्मक नीतियों का राजस्थान के सभी कर्मचारी संघर्ष करेंगे। प्रदेश महामंत्री शंभु सिंह मेडतिया ने कहा कि लोकतंत्र में सरकार की गलत और नकारात्मक नीतियों का विरोध करना कर्मचारियों और शिक्षकों का नैतिक धर्म है। समारोह के मुख्य वार्ताकार विद्यापीठ कुलपति प्रो. एसएस सारंगदेवोत, प्रदेश सभाध्यक्ष बालाराम चौधरी, अध्यक्ष परिवाद समिति विजय शर्मा, प्रदेश प्रवक्ता नारायण सिंह सिसोदिया, प्रदेश महिला संयोजिका बेबी नंदा, धौलपुर जिलाध्यक्ष राजेश शर्मा ने भी संबोधित किया।
आज 10 बजे से शुरू हाेगा सम्मेलन
रविवारसुबह 10 बजे खुले सत्र का आयोजन कर शिक्षा, शिक्षार्थी और शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के समाधान की चर्चा की जाएगी और प्रस्ताव पारित कर राज्य सरकार को भेजा जाएगा।
No comments:
Post a Comment