राजकीयउच्च प्राथमिक स्कूल भोजवाड़ा में तीन साल से शिक्षकों के रिक्त पदों
के कारण मंगलवार को छात्रों ने यहां कक्षाओं का बहिष्कार स्कूल के बाहर
बैठकर प्रदर्शन किया।
ग्रामीणों ने बताया कि यहां स्कूल में करीब 85 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन यहां अंग्रेजी, गणित विज्ञान के अध्यापक नहीं होने से बालकों को शिक्षण कार्य में परेशान हो रही है। इसे लेकर शुक्रवार को अभिभावक ग्रामीणों ने बांदीकुई बीईईओ से मिलकर समस्या से अवगत कराया था। जिस पर उन्होंने शनिवार तक शिक्षक लगाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन सोमवार तक कोई शिक्षक नहीं लगाया गया। इस पर गुस्साए छात्र- छात्राओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया स्कूल गेट पर बैठकर जमकर नारेबाजी की। कक्षा आठ में अध्ययनरत विद्यार्थी संतोष सैन, सीमा बैरवा, नेहा शर्मा, शौकीन गुर्जर, मुस्कान मीना ने बताया कि अंग्रेजी, गणित, विज्ञान के अध्यापक नहीं होने के कारण कोर्स अधूरा पड़ा है जिससे के कारण इन विषयों के अध्ययन में परेशानी हो रही है। प्रधानाध्यापक दीनदयाल शर्मा ने बताया कि स्कूल में दो ही शिक्षक मौजूद हैं, जबकि छह पद स्वीकृत हैं। उन्होंने बताया कि लेवल एक में एक पद रिक्त लेवल दो में विगत तीन वर्षों से कई विषयों के अध्यापकों की कमी है। जिसके कारण इस वर्ष एक भी नव प्रवेश नहीं हुआ है। स्कूल सत्र शुरू हुआ जब स्कूल में 107 विद्यार्थी थे, लेकिन पर्याप्त स्टॉफ नहीं होने के कारण अब तक करीब 22 छात्र-छात्राएं दूसरे स्कूल में दाखिले के लिए अपनी टीसी लेकर चले गए। साथ ही करीब 25 अभिभावक बार बार अपने बच्चों की टीसी लेने के लिए रहे है। जिनको समझाइश से रोका गया है। ग्रामीण अशोक सैन, रामगोपाल, विनोद शर्मा ने बताया कि स्कूल में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान का कोई शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई चौपट पड़ी हुई है। आठवीं क्लास की बोर्ड परीक्षा होने के बाद भी महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द अध्यापकों की कमी को दूर नहीं किया गया तो एक भी दिन स्कूल नहीं खुलने दिया जाएगा। इसे लेकर बांदीकुई बीईईओ संपतराम मीना ने बताया कि अध्यापकों की कमी चल रही है जिसके कारण समस्या हो रही है एक शिक्षिका को आज डेपुटेशन पर लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं तथा एक और शिक्षक जल्द लगा दिया जाएगा।
दो दिन से स्कूल नहीं खुला तो ग्रामीणों ने स्कूल पर लगाया ताला
दुब्बी| राप्राविबैरवा ढाणी कारोली में मंगलवार को दो दिन से शिक्षकों के नहीं आने से गुस्साए ग्रामीणों ने भवन के ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में दो दिन से शिक्षक नहीं रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह विद्यालय नहीं खुला, जबकि आसपास के सभी सरकार निजी शिक्षण संस्थाएं खुली हाेने पर ग्रामीण विद्यालय पहुंचे, जहां विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लटका हुआ था। ग्रामीणों ने दूरभाष पर डीईओ प्रारंभिक बीईईओ को विद्यालय नहीं खुलने की शिकायत की गई। इस पर डीईओ ने मामले की जांच करने के लिए बीईईओ को निर्देश दिए है। बीईईओ राजेंद्र कुमार मीणा का कहना कि ग्रामीणों डीईओ की ओर से विद्यालय बंद की सूचना मिली है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
महवा. शहदपुरराजकीय माध्यमिक विद्यालय पर ताला जड़कर विरोध जताते छात्र-छात्रा ग्रामीण।
धनावड़. मुख्यदरवाजे पर कक्षाओं का बहिष्कार कर प्रदर्शन करते स्कूल विद्यार्थी।
ग्रामीणों ने बताया कि यहां स्कूल में करीब 85 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं, लेकिन यहां अंग्रेजी, गणित विज्ञान के अध्यापक नहीं होने से बालकों को शिक्षण कार्य में परेशान हो रही है। इसे लेकर शुक्रवार को अभिभावक ग्रामीणों ने बांदीकुई बीईईओ से मिलकर समस्या से अवगत कराया था। जिस पर उन्होंने शनिवार तक शिक्षक लगाने का आश्वासन दिया गया, लेकिन सोमवार तक कोई शिक्षक नहीं लगाया गया। इस पर गुस्साए छात्र- छात्राओं ने कक्षाओं का बहिष्कार कर विरोध प्रदर्शन किया स्कूल गेट पर बैठकर जमकर नारेबाजी की। कक्षा आठ में अध्ययनरत विद्यार्थी संतोष सैन, सीमा बैरवा, नेहा शर्मा, शौकीन गुर्जर, मुस्कान मीना ने बताया कि अंग्रेजी, गणित, विज्ञान के अध्यापक नहीं होने के कारण कोर्स अधूरा पड़ा है जिससे के कारण इन विषयों के अध्ययन में परेशानी हो रही है। प्रधानाध्यापक दीनदयाल शर्मा ने बताया कि स्कूल में दो ही शिक्षक मौजूद हैं, जबकि छह पद स्वीकृत हैं। उन्होंने बताया कि लेवल एक में एक पद रिक्त लेवल दो में विगत तीन वर्षों से कई विषयों के अध्यापकों की कमी है। जिसके कारण इस वर्ष एक भी नव प्रवेश नहीं हुआ है। स्कूल सत्र शुरू हुआ जब स्कूल में 107 विद्यार्थी थे, लेकिन पर्याप्त स्टॉफ नहीं होने के कारण अब तक करीब 22 छात्र-छात्राएं दूसरे स्कूल में दाखिले के लिए अपनी टीसी लेकर चले गए। साथ ही करीब 25 अभिभावक बार बार अपने बच्चों की टीसी लेने के लिए रहे है। जिनको समझाइश से रोका गया है। ग्रामीण अशोक सैन, रामगोपाल, विनोद शर्मा ने बताया कि स्कूल में अंग्रेजी, गणित, विज्ञान का कोई शिक्षक नहीं होने से पढ़ाई चौपट पड़ी हुई है। आठवीं क्लास की बोर्ड परीक्षा होने के बाद भी महत्वपूर्ण विषयों के शिक्षक नहीं है। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि जल्द अध्यापकों की कमी को दूर नहीं किया गया तो एक भी दिन स्कूल नहीं खुलने दिया जाएगा। इसे लेकर बांदीकुई बीईईओ संपतराम मीना ने बताया कि अध्यापकों की कमी चल रही है जिसके कारण समस्या हो रही है एक शिक्षिका को आज डेपुटेशन पर लगाने के निर्देश दे दिए गए हैं तथा एक और शिक्षक जल्द लगा दिया जाएगा।
दो दिन से स्कूल नहीं खुला तो ग्रामीणों ने स्कूल पर लगाया ताला
दुब्बी| राप्राविबैरवा ढाणी कारोली में मंगलवार को दो दिन से शिक्षकों के नहीं आने से गुस्साए ग्रामीणों ने भवन के ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने बताया कि विद्यालय में दो दिन से शिक्षक नहीं रहे हैं, जिससे बच्चों की पढ़ाई बाधित हो रही है। ग्रामीणों ने बताया कि सुबह विद्यालय नहीं खुला, जबकि आसपास के सभी सरकार निजी शिक्षण संस्थाएं खुली हाेने पर ग्रामीण विद्यालय पहुंचे, जहां विद्यालय के मुख्य द्वार पर ताला लटका हुआ था। ग्रामीणों ने दूरभाष पर डीईओ प्रारंभिक बीईईओ को विद्यालय नहीं खुलने की शिकायत की गई। इस पर डीईओ ने मामले की जांच करने के लिए बीईईओ को निर्देश दिए है। बीईईओ राजेंद्र कुमार मीणा का कहना कि ग्रामीणों डीईओ की ओर से विद्यालय बंद की सूचना मिली है। इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी।
महवा. शहदपुरराजकीय माध्यमिक विद्यालय पर ताला जड़कर विरोध जताते छात्र-छात्रा ग्रामीण।
धनावड़. मुख्यदरवाजे पर कक्षाओं का बहिष्कार कर प्रदर्शन करते स्कूल विद्यार्थी।
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