एक माह पूर्व ही जिले के पंचायत सहायकों को पंचायतीराज से शिक्षा विभाग के
अंतर्गत स्कूलों में भेजा गया था, लेकिन अब फिर उन्हें वापस पंचायतों में
भेजने के आदेश देकर पंचायत सहायकों और प्रधानाचार्यों को उलझन में डाल दिया
है।
राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद प्रधानाचार्य रेसा-पी के जिलाध्यक्ष डायालाल पाटीदार ने बताया कि शिक्षा सचिव के आदेश अनुसार पंचायत सहायकों को एक माह पूर्व पंचायतीराज से शिक्षा विभाग में पीईईओ प्रधानाचार्यों के अधीन स्कूलों में भेजने पर उन्हें अध्यापन एवं अन्य पीईईओ के कार्य सौंपे, लेकिन अब उन्हें वापस पंचायतों में भेजने के संभागीय आयुक्त के आदेश से व्यवस्था चरमरा रही है।
पाटीदार ने बताया कि उन्होंने दूरभाष पर शिक्षा सचिव जयपुर को भी इसकी जानकारी दी है। शिक्षा सचिव ने भी पंचायत सहायकों को स्कूलों में ही बने रहने को कहा है, लेकिन जिला प्रशासन एवं विकास अधिकारी संभागीय आयुक्त के आदेश का हवाला देकर पंचायत सहायकों को वापस पंचायतों में भेजने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने पीईईओ संस्थाप्रधानों से बिना विभागीय आदेश के पंचायत सहायकों को कार्यमुक्त नहीं करने का आह्वान किया है।
पंचायत सहायकों की भर्ती पीईईओ द्वारा की गई है और उन्हें स्कूल के कार्यों एवं अध्यापन का दायित्व सौंपने के लिए ही स्कूल में लगाया है। पंचायत सहायकों को स्कूलों से हटाने पर अध्यापन कार्य प्रभावित होगा।
उन्होंने बताया कि पीईईओ को शिक्षा सचिव स्कूल शिक्षा, निदेशक बीकानेर या जिला शिक्षा अधिकारी का आदेश प्राप्त होगा तो ही कार्यमुक्त किया जाएगा।
राजस्थान शिक्षा सेवा परिषद प्रधानाचार्य रेसा-पी के जिलाध्यक्ष डायालाल पाटीदार ने बताया कि शिक्षा सचिव के आदेश अनुसार पंचायत सहायकों को एक माह पूर्व पंचायतीराज से शिक्षा विभाग में पीईईओ प्रधानाचार्यों के अधीन स्कूलों में भेजने पर उन्हें अध्यापन एवं अन्य पीईईओ के कार्य सौंपे, लेकिन अब उन्हें वापस पंचायतों में भेजने के संभागीय आयुक्त के आदेश से व्यवस्था चरमरा रही है।
पाटीदार ने बताया कि उन्होंने दूरभाष पर शिक्षा सचिव जयपुर को भी इसकी जानकारी दी है। शिक्षा सचिव ने भी पंचायत सहायकों को स्कूलों में ही बने रहने को कहा है, लेकिन जिला प्रशासन एवं विकास अधिकारी संभागीय आयुक्त के आदेश का हवाला देकर पंचायत सहायकों को वापस पंचायतों में भेजने का दबाव बना रहे हैं। उन्होंने पीईईओ संस्थाप्रधानों से बिना विभागीय आदेश के पंचायत सहायकों को कार्यमुक्त नहीं करने का आह्वान किया है।
पंचायत सहायकों की भर्ती पीईईओ द्वारा की गई है और उन्हें स्कूल के कार्यों एवं अध्यापन का दायित्व सौंपने के लिए ही स्कूल में लगाया है। पंचायत सहायकों को स्कूलों से हटाने पर अध्यापन कार्य प्रभावित होगा।
उन्होंने बताया कि पीईईओ को शिक्षा सचिव स्कूल शिक्षा, निदेशक बीकानेर या जिला शिक्षा अधिकारी का आदेश प्राप्त होगा तो ही कार्यमुक्त किया जाएगा।
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