शिक्षक भर्ती : 547 में 502 की सूची अब तक जारी
शिक्षकभर्ती 2013 और 2016 की लिस्ट तैयार करने के लिए कलेक्टर ने सोमवार रात पुरानी जिला परिषद में अपनी टीम के साथ बैठकर काम किया। इसका परिणाम यह निकला कि सुबह 11:30 बजे तक शिक्षक भर्ती 2016 के 502 अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी कर दी गई।
इसमें अनुपस्थित रहने वाले उम्मीदवार को 29 नवंबर को पुन: बुलाया जाएगा। वहीं शिक्षक भर्ती 2013 में अब भी संशोधन का कार्य चल रहा है।
शिक्षक भर्ती 2013 में जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही के चलते अपात्र लोगों को नियुक्ति मिल गई थी। वहीं पात्र लोग अब भी नियुक्ति से वंचित रह गए थे। इसके बाद अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में गए थे। कोर्ट ने रिक्त पदों पर नए सिरे से लिस्ट बनाने के आदेश दिए थे। अब इस मामले में पहले जहां 61 पदों के लिए भर्ती करनी थी, जिसमें 13 पद सीईओ ने रिक्त छोड़ रखे थे। वहीं शनिवार तक पदों की संख्या 85 तक पहुंच गई थी। ऐसे में सारे मामले को सुलझाने के लिए उदयपुर जिला परिषद की टीम को बुलाया गया था।
टीम ने सोमवार को जिला परिषद पहुंच कर कार्य किया। इसके बाद मंगलवार सुबह तक लेवल प्रथम की लिस्ट तैयार हुई है। वहीं लेवल द्वितीय में विज्ञान, गणित की लिस्ट अब भी उलझी हुई है। शिक्षक भर्ती 2016 में मंगलवार को सूची जारी होने के बाद सभी वर्ग के अभ्यर्थियों ने समानता मंच के जयकारे लगाए। जिला परिषद उदयपुर की टीम को शिक्षक भर्ती 2013 का कार्य दिया गया था। वहीं स्थानीय टीम को 2016 का कार्यभार दिया था। टीम ने सोमवार की सारी रात काम किया। सुबह 5 बजे कलेक्टर अपने निवास पर गए। वहां से सुबह 10 बजे पुन: पुरानी जिला परिषद पहुंच गए।
देररात पहुंचे संभागीय आयुक्त और आईजी
संभागीयआयुक्त भवानीसिंह देथा और आईजी आनंद श्रीवास्तव देररात शहर पहुंचे और समानता मंच के संरक्षक दिग्विजयसिंह से मिले और बातचीत की। उन्होंने कलेक्टर को भी बैठक में बुला लिया एवं उनसे इस पूरे मामले में विस्तृत जानकारी ली। विशेषकर सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही के संबंध में चर्चा की गई।
विज्ञान-गणित : लेवलद्वितीय में कुल पात्र अभ्यर्थी 131 का नाम आया है। वहीं 12 अभ्यर्थी अपात्र घोषित हुए। इसके साथ ही 7 काउंसलिंग में अनुपस्थित रहे।
विशेषशिक्षक : पात्रअभ्यर्थियों की संख्या 1 है। वहीं 3 अभ्यर्थी काउसलिंग में अनुपस्थित रहे।
शिक्षक भर्ती 2013 और 2016 में अभी तक विधायक और पीएचईडी मंत्री की निष्क्रियता पर अभ्यर्थियों में जमकर रोष व्याप्त है। करीब 600 से अधिक बेरोगजारों को रोजगार देने का मौका है। इसके साथ करीब 2 हजार परिवार जुड़े हुए हैं। भर्ती प्रकरण में पूरे राज्य में शिक्षकों को नियुक्ति मिल चुकी है।
यहां के अभ्यर्थी जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही से परेशान थे। ऐसे में पिछले पंद्रह दिनों से चल रहे आंदोलन में कोई विधायक और मंत्री आगे नहीं आया। इस कारण अभ्यर्थियों में जनप्रतिनिधियों के प्रति रोष व्याप्त है।
शिक्षक भर्ती 2013 में पूरे राज्य में डूंगरपुर जिला परिषद की किरकिरी होने के बाद सोमवार को अभ्यर्थियों के आवेदन फार्म से मामले की जांच शुरू की गई। इसमें आवेदन पत्र को वर्गवार, जातिवार और श्रेणीवार बांट की लिस्ट की समीक्षा की गई। इसके बाद नए सिरे से प्रत्येक वर्ग की कट ऑफ तैयार की गई है। इसमें लेवल प्रथम के लिए अधिकांश श्रेणी में कटऑफ मिल गई है। सिर्फ एक श्रेणी में माथापच्ची चल रही है। वहीं द्वितीय लेवल का डाटा उदयपुर जिला परिषद की टीम को उपलब्ध नहीं हुआ था। इस कारण लेवल द्वितीय की लिस्ट में परेशानी रही है।
आवेदन पत्र से शुरू किया सारा कार्य
अंग्रेजी : लेवलद्वितीय में कुल अभ्यर्थी 193, जिसमें 170 पात्र अभ्यर्थियों के नाम गए हैं। वहीं अपात्र 14 अभ्यर्थी निकले। इसमें 9 अभ्यर्थी काउंसलिंग के दौरान अनुपस्थित रहे।
लिस्ट जारी होने पर समानता मंच संरक्षक को फूलमाला पहनाकर मिठाई खिलाई
देररात पहुंचे संभागीय अायुक्त और आईजी ने अभ्यर्थियों से जानकारी ली।
शिक्षकभर्ती 2013 और 2016 की लिस्ट तैयार करने के लिए कलेक्टर ने सोमवार रात पुरानी जिला परिषद में अपनी टीम के साथ बैठकर काम किया। इसका परिणाम यह निकला कि सुबह 11:30 बजे तक शिक्षक भर्ती 2016 के 502 अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी कर दी गई।
इसमें अनुपस्थित रहने वाले उम्मीदवार को 29 नवंबर को पुन: बुलाया जाएगा। वहीं शिक्षक भर्ती 2013 में अब भी संशोधन का कार्य चल रहा है।
शिक्षक भर्ती 2013 में जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही के चलते अपात्र लोगों को नियुक्ति मिल गई थी। वहीं पात्र लोग अब भी नियुक्ति से वंचित रह गए थे। इसके बाद अभ्यर्थी कोर्ट की शरण में गए थे। कोर्ट ने रिक्त पदों पर नए सिरे से लिस्ट बनाने के आदेश दिए थे। अब इस मामले में पहले जहां 61 पदों के लिए भर्ती करनी थी, जिसमें 13 पद सीईओ ने रिक्त छोड़ रखे थे। वहीं शनिवार तक पदों की संख्या 85 तक पहुंच गई थी। ऐसे में सारे मामले को सुलझाने के लिए उदयपुर जिला परिषद की टीम को बुलाया गया था।
टीम ने सोमवार को जिला परिषद पहुंच कर कार्य किया। इसके बाद मंगलवार सुबह तक लेवल प्रथम की लिस्ट तैयार हुई है। वहीं लेवल द्वितीय में विज्ञान, गणित की लिस्ट अब भी उलझी हुई है। शिक्षक भर्ती 2016 में मंगलवार को सूची जारी होने के बाद सभी वर्ग के अभ्यर्थियों ने समानता मंच के जयकारे लगाए। जिला परिषद उदयपुर की टीम को शिक्षक भर्ती 2013 का कार्य दिया गया था। वहीं स्थानीय टीम को 2016 का कार्यभार दिया था। टीम ने सोमवार की सारी रात काम किया। सुबह 5 बजे कलेक्टर अपने निवास पर गए। वहां से सुबह 10 बजे पुन: पुरानी जिला परिषद पहुंच गए।
देररात पहुंचे संभागीय आयुक्त और आईजी
संभागीयआयुक्त भवानीसिंह देथा और आईजी आनंद श्रीवास्तव देररात शहर पहुंचे और समानता मंच के संरक्षक दिग्विजयसिंह से मिले और बातचीत की। उन्होंने कलेक्टर को भी बैठक में बुला लिया एवं उनसे इस पूरे मामले में विस्तृत जानकारी ली। विशेषकर सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही के संबंध में चर्चा की गई।
विज्ञान-गणित : लेवलद्वितीय में कुल पात्र अभ्यर्थी 131 का नाम आया है। वहीं 12 अभ्यर्थी अपात्र घोषित हुए। इसके साथ ही 7 काउंसलिंग में अनुपस्थित रहे।
विशेषशिक्षक : पात्रअभ्यर्थियों की संख्या 1 है। वहीं 3 अभ्यर्थी काउसलिंग में अनुपस्थित रहे।
शिक्षक भर्ती 2013 और 2016 में अभी तक विधायक और पीएचईडी मंत्री की निष्क्रियता पर अभ्यर्थियों में जमकर रोष व्याप्त है। करीब 600 से अधिक बेरोगजारों को रोजगार देने का मौका है। इसके साथ करीब 2 हजार परिवार जुड़े हुए हैं। भर्ती प्रकरण में पूरे राज्य में शिक्षकों को नियुक्ति मिल चुकी है।
यहां के अभ्यर्थी जिला परिषद सीईओ परशुराम धानका की लापरवाही से परेशान थे। ऐसे में पिछले पंद्रह दिनों से चल रहे आंदोलन में कोई विधायक और मंत्री आगे नहीं आया। इस कारण अभ्यर्थियों में जनप्रतिनिधियों के प्रति रोष व्याप्त है।
शिक्षक भर्ती 2013 में पूरे राज्य में डूंगरपुर जिला परिषद की किरकिरी होने के बाद सोमवार को अभ्यर्थियों के आवेदन फार्म से मामले की जांच शुरू की गई। इसमें आवेदन पत्र को वर्गवार, जातिवार और श्रेणीवार बांट की लिस्ट की समीक्षा की गई। इसके बाद नए सिरे से प्रत्येक वर्ग की कट ऑफ तैयार की गई है। इसमें लेवल प्रथम के लिए अधिकांश श्रेणी में कटऑफ मिल गई है। सिर्फ एक श्रेणी में माथापच्ची चल रही है। वहीं द्वितीय लेवल का डाटा उदयपुर जिला परिषद की टीम को उपलब्ध नहीं हुआ था। इस कारण लेवल द्वितीय की लिस्ट में परेशानी रही है।
आवेदन पत्र से शुरू किया सारा कार्य
अंग्रेजी : लेवलद्वितीय में कुल अभ्यर्थी 193, जिसमें 170 पात्र अभ्यर्थियों के नाम गए हैं। वहीं अपात्र 14 अभ्यर्थी निकले। इसमें 9 अभ्यर्थी काउंसलिंग के दौरान अनुपस्थित रहे।
लिस्ट जारी होने पर समानता मंच संरक्षक को फूलमाला पहनाकर मिठाई खिलाई
देररात पहुंचे संभागीय अायुक्त और आईजी ने अभ्यर्थियों से जानकारी ली।
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