डूंगरपुर | 2013 शिक्षक भर्ती प्रकरण का मामला कुछ हद तक गुरुवार को सुलझ
गया। सीईओ नदारद हैं और कलेक्टर के निर्देशों पर एडीएम के साथ कमेटी ने 5
दिनों में पुरानी गड़बड़ियों को दूर करते हुए नए सिरे से पूरी सूचियां
तैयार की और गुरुवार दोपहर तक लेवल प्रथम में 282 की संशोधित सूची जारी कर
दी।
लेवल सैकंड में अब भी संशोधित सूची का इंतजार है। संशोधित सूचियों में भी गड़बड़ियों के आरोप लगाते हुए कई अभ्यर्थी कलेक्ट्री के सामने ही डटे रहे।
संशोधित सूचियां जारी करने को लेकर बुधवार रात से ही तैयारी हो गई थी। डेढ़ महीने से कलेक्ट्री के सामने ही आंदोलन पर बैठे अभ्यर्थी भी सूचियां जारी होने का इंतजार करते रहे, लेकिन देर रात तक प्रशासन सूचियां जारी नहीं कर पाया। इस कारण वंचित अभ्यर्थी रातभर ठंड के बीच अनशन पर बैठे रहे। सूचियां जारी करने में लगातार हो रही देरी पर अभ्यर्थी फिर से कलेक्टर से लेकर एडीएम से मिले और सूचियां जारी करने की मांग रखी। दोपहर 12 बजे बाद कलेक्ट्री परिसर में जिला परिषद के बाहर तृतीय श्रेणी लेवल प्रथम के 282 अभ्यर्थियों की सूची चस्पा कर दी गई।
कलेक्टर आवास से अपहरण और जान का खतरा बताने वाले सीईओ परशुराम धानका गुरुवार को भी डूंगरपुर नहीं आए। 2013 शिक्षक भर्ती प्रकरण को लेकर वंचित अभ्यर्थी आंदोलन पर थे। कलेक्टर संशोधित सूचियां बनाकर जारी करने के लिए कह रहे थे, लेकिन सीईओ सूचियां जारी करने की बजाय बिना सूचना के ही गायब हो गए। कलेक्टर ने 18 नवंबर को सीईओ का चार्ज एडीएम विनय पाठक को दे दिया और नए सिरे से सूचियां बनाने के आदेश दे दिए।
नई सूचियों के बावजूद गड़बड़ियां बरकरार
1) लेवलप्रथम की संशोधित सूची के बाद भी कई अभ्यर्थी इससे संतुष्ट नहींं।
2)अभ्यर्थियोंका कहना है कि कई अभ्यर्थी उनके वर्ग की मेरिट में रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें दूसरे वर्ग की मेरिट में डाल दिया गया है।
3)दिव्यांगअभ्यर्थी ओमप्रकाश दर्जी ने कहा कि ब्लाइंड के 5 पद हैं पूरी भर्ती में केवल 1 ही ब्लाइंड था। इसके बावजूद इसमें गड़बड़ी हुई है।
लेवल सैकंड में अब भी संशोधित सूची का इंतजार है। संशोधित सूचियों में भी गड़बड़ियों के आरोप लगाते हुए कई अभ्यर्थी कलेक्ट्री के सामने ही डटे रहे।
संशोधित सूचियां जारी करने को लेकर बुधवार रात से ही तैयारी हो गई थी। डेढ़ महीने से कलेक्ट्री के सामने ही आंदोलन पर बैठे अभ्यर्थी भी सूचियां जारी होने का इंतजार करते रहे, लेकिन देर रात तक प्रशासन सूचियां जारी नहीं कर पाया। इस कारण वंचित अभ्यर्थी रातभर ठंड के बीच अनशन पर बैठे रहे। सूचियां जारी करने में लगातार हो रही देरी पर अभ्यर्थी फिर से कलेक्टर से लेकर एडीएम से मिले और सूचियां जारी करने की मांग रखी। दोपहर 12 बजे बाद कलेक्ट्री परिसर में जिला परिषद के बाहर तृतीय श्रेणी लेवल प्रथम के 282 अभ्यर्थियों की सूची चस्पा कर दी गई।
कलेक्टर आवास से अपहरण और जान का खतरा बताने वाले सीईओ परशुराम धानका गुरुवार को भी डूंगरपुर नहीं आए। 2013 शिक्षक भर्ती प्रकरण को लेकर वंचित अभ्यर्थी आंदोलन पर थे। कलेक्टर संशोधित सूचियां बनाकर जारी करने के लिए कह रहे थे, लेकिन सीईओ सूचियां जारी करने की बजाय बिना सूचना के ही गायब हो गए। कलेक्टर ने 18 नवंबर को सीईओ का चार्ज एडीएम विनय पाठक को दे दिया और नए सिरे से सूचियां बनाने के आदेश दे दिए।
नई सूचियों के बावजूद गड़बड़ियां बरकरार
1) लेवलप्रथम की संशोधित सूची के बाद भी कई अभ्यर्थी इससे संतुष्ट नहींं।
2)अभ्यर्थियोंका कहना है कि कई अभ्यर्थी उनके वर्ग की मेरिट में रहे हैं, इसके बावजूद उन्हें दूसरे वर्ग की मेरिट में डाल दिया गया है।
3)दिव्यांगअभ्यर्थी ओमप्रकाश दर्जी ने कहा कि ब्लाइंड के 5 पद हैं पूरी भर्ती में केवल 1 ही ब्लाइंड था। इसके बावजूद इसमें गड़बड़ी हुई है।
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