सवाईमाधोपुर. जिले के शिक्षक व शिक्षिकाओं ने शुक्रवार
को मुख्य कार्यकारी अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर 2015 में नियुक्त शिक्षकों
के परिवीक्षाकाल पूर्ण कर वेतन नियमितिकरण कराने की मांग की।
ज्ञापन में बताया कि शिक्षक भर्ती 2013 के अंतर्गत मार्च 2015 में शिक्षक पद पर नियुक्त हुए थे। मार्च 2017 में दो वर्ष का परिवीक्षाकाल पूर्ण को चुका है। आठ माह के बाद भी वेतन नियमित नहीं किया गया। दो वर्ष की सेवा संतोषजनक होने के बावजूद पूर्व वेतन नहीं दिया जा रहा है। शिक्षकों ने बताया कि अधिकतर जिलों में 2015 में नियुक्त शिक्षकों का वेतन नियमितकरण हो चुका है।
इसको लेकर 28 जुलाई 2017 के पंचायतीराज विभाग के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके लिए संशोधित परिणाम शिक्षक भर्ती 2013 के अनुसार भी नई नियुक्तियां देकर अंतिम चयन सूचियां बनाई जा चुकी है। इसके आधार पर वेतन नियमितीकरण की कार्रवाई की जानी है। सभी शिक्षकों ने वेतन नियमितकरण की कार्रवाई शीघ्र नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपने के दौरान बुद्धि प्रकाश, मंजू, बनवारी, पुनीत, भवानीङ्क्षसह, विजेन्द्र, नत्थूसिंह, घनश्याम, मदन, चन्द्रशेखर व राजेन्द्र आदि मौजूद थे।
भगवतगढ़. राष्ट्रीय शिक्षक संघ ग्रामीण एवं नगर मंडल के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी लक्ष्मीकांत कटारा को मुख्यमंत्री के नाम सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें केंद्र के समान लागू करने के लिए ज्ञापन दिया। ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रवीण चौधरी एवं मंत्री शंकरलाल मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में सातवें वेतन आयोग को राज्य में भी केंद्र के समान एक जनवरी 2016 से समस्त परिलाभों के साथ देने, एरियर का नकद भुगतान करने, अनुसूची 5 के अंतर्गत व्याख्याता संवर्ग के मूल वेतन में की गई कटौती को निरस्त करने आदि की मांग की गई। इस दौरान नगर मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जांगिड़, नगर मंत्री कमलेश मीना, भरतपुर मंडल संयुक्त मंत्री अजय शर्मा, जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा, शिवदयाल मीना, गीता जौलिया, वेद प्रकाश गुप्ता सहित दर्जनों की संख्या में शिक्षक मौजूद थे।
ज्ञापन में बताया कि शिक्षक भर्ती 2013 के अंतर्गत मार्च 2015 में शिक्षक पद पर नियुक्त हुए थे। मार्च 2017 में दो वर्ष का परिवीक्षाकाल पूर्ण को चुका है। आठ माह के बाद भी वेतन नियमित नहीं किया गया। दो वर्ष की सेवा संतोषजनक होने के बावजूद पूर्व वेतन नहीं दिया जा रहा है। शिक्षकों ने बताया कि अधिकतर जिलों में 2015 में नियुक्त शिक्षकों का वेतन नियमितकरण हो चुका है।
इसको लेकर 28 जुलाई 2017 के पंचायतीराज विभाग के आदेश का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके लिए संशोधित परिणाम शिक्षक भर्ती 2013 के अनुसार भी नई नियुक्तियां देकर अंतिम चयन सूचियां बनाई जा चुकी है। इसके आधार पर वेतन नियमितीकरण की कार्रवाई की जानी है। सभी शिक्षकों ने वेतन नियमितकरण की कार्रवाई शीघ्र नहीं होने पर धरना-प्रदर्शन की चेतावनी दी है। ज्ञापन सौंपने के दौरान बुद्धि प्रकाश, मंजू, बनवारी, पुनीत, भवानीङ्क्षसह, विजेन्द्र, नत्थूसिंह, घनश्याम, मदन, चन्द्रशेखर व राजेन्द्र आदि मौजूद थे।
भगवतगढ़. राष्ट्रीय शिक्षक संघ ग्रामीण एवं नगर मंडल के पदाधिकारियों एवं सदस्यों ने शुक्रवार को उपखंड अधिकारी लक्ष्मीकांत कटारा को मुख्यमंत्री के नाम सातवें वेतन आयोग की सिफारिशें केंद्र के समान लागू करने के लिए ज्ञापन दिया। ग्रामीण मंडल अध्यक्ष प्रवीण चौधरी एवं मंत्री शंकरलाल मीना ने बताया कि मुख्यमंत्री के नाम दिए गए ज्ञापन में सातवें वेतन आयोग को राज्य में भी केंद्र के समान एक जनवरी 2016 से समस्त परिलाभों के साथ देने, एरियर का नकद भुगतान करने, अनुसूची 5 के अंतर्गत व्याख्याता संवर्ग के मूल वेतन में की गई कटौती को निरस्त करने आदि की मांग की गई। इस दौरान नगर मंडल अध्यक्ष चंद्रमोहन जांगिड़, नगर मंत्री कमलेश मीना, भरतपुर मंडल संयुक्त मंत्री अजय शर्मा, जिलाध्यक्ष पुरुषोत्तम शर्मा, शिवदयाल मीना, गीता जौलिया, वेद प्रकाश गुप्ता सहित दर्जनों की संख्या में शिक्षक मौजूद थे।
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