कोटा | खराबरिजल्ट को लेकर राज्यपाल कल्याण सिंह ने नाराजगी जताई और कड़े
शब्दों में शिक्षकों को नसीहत दी। उन्होंने कहा कि रिजल्ट खराब आता है तो
ये शिक्षकों के लिए यह डूब मरने और शर्म की बात है। वे आरटीयू के सातवें
दीक्षांत समारोह में बोल रहे थे।
उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि पूरे साल भर वे परिश्रम करते हैं। कुछ परिश्रम के बावजूद भी फेल हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें इस बात का चिंतन करना चाहिए कि मेरे साथी क्यों पास हो गए और मैं क्यों पिछड़ गया? उन्होंने कहा कि यह परीक्षा केवल स्टूडेंट्स की ही नहीं, शिक्षकों की भी होती है। वे मूल्यांकन करें कि क्या पढ़ाया था? उनमें से कितने पास हुए, कितने फेल? फेल हो गए तो हमारी जिम्मेदारी थी या नहीं। अगर ये सच है तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। क्षमा करें मैं कठोर शब्द का प्रयोग कर रहा हूं कि उनके लिए यह डूब मरने की बात है। शर्म की बात है।
उन्होंने स्टूडेंट्स से कहा कि पूरे साल भर वे परिश्रम करते हैं। कुछ परिश्रम के बावजूद भी फेल हो जाते हैं। ऐसे में उन्हें इस बात का चिंतन करना चाहिए कि मेरे साथी क्यों पास हो गए और मैं क्यों पिछड़ गया? उन्होंने कहा कि यह परीक्षा केवल स्टूडेंट्स की ही नहीं, शिक्षकों की भी होती है। वे मूल्यांकन करें कि क्या पढ़ाया था? उनमें से कितने पास हुए, कितने फेल? फेल हो गए तो हमारी जिम्मेदारी थी या नहीं। अगर ये सच है तो बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है। क्षमा करें मैं कठोर शब्द का प्रयोग कर रहा हूं कि उनके लिए यह डूब मरने की बात है। शर्म की बात है।
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