रमसाके डिप्टी डॉयरेक्टर डाॅ. गोविंद सिंह ने राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक
विद्यालय में रमसा के तहत चल रहे वरिष्ठ अध्यापकों के सामाजिक विज्ञान के
आमुखीकरण शिविर का निरीक्षण किया।
इस दौरान डीडी ने संभागियों से पूछा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों कहा जाता है। अधिकांश शिक्षक यही बता पाए कि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था, इस पर सिंह ने पूछा कि फिर तो इसे संविधान दिवस कहना चाहिए, गणतंत्र का क्या अर्थ है। इस पर कोई भी शिक्षक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। बाद में सिंह ने बताया कि संविधान लागू होने के साथ ही भारत उस दिन से संपूर्ण गणतंत्र बन गया था, इसलिए इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। सिंह ने शिक्षकों की अनेक जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।
निरीक्षण के दौरान एडीपीसी विनोद जानू रमसा डीएसएफ रामकिशन भी मौजूद थे। शिविर में सीकर जिले के 58 संभागी हिस्सा ले रहे हैं। शिविर प्रभारी सरदार सिंह ने विस्तार से जानकारी दी। सिंह ने संभागियों को नवाचारों से पारंगत कर बालक को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने पर प्रकाश डाला। अध्यापकों ने 2013-14 का बकाया टीए-डीए का भुगतान नहीं होने अन्य समस्याओं के बारे में बताया। इस संबंध में डीडी ने आश्वासन दिया कि उच्चाधिकारियों से मिल कर उनकी समस्या का समाधन कराया जाएगा। इस मौके पर एमटी विकास भालोठिया, सौरभ शर्मा सहित स्कूल स्टॉफ मौजूद था।
खेतड़ी नगर. शिविर में अध्यापकों से सवाल पूछते रमसा के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गोविंदसिंह।
चिड़ावा. जिलाशिक्षाधिकारी माध्यमिक ओमप्रकाश शर्मा ने भड़ौंदा के वृंदावन धाम में चल रहे शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविर का मंगलवार दोपहर निरीक्षण किया। उन्होंने ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे शिक्षकों से अध्यापन कार्य में नवाचार अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का उद्देश्य भी यही है। बीईईओ पितराम सिंह काला और व्यवस्था प्रभारी गिडानिया स्कूल के प्रधानाध्यापक जयसिंह बुगालिया ने शिविर संबंधी जानकारी दी। इस अवसर पर एडीईओ गुलझारी लाल जानू, एबीईओ सुनीता चौधरी मील मौजूद रहे। बीईईओ काला ने बताया कि एसआईक्यूई के छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे चरण में ब्लॉक के 98 शिक्षक-शिक्षिकाएं भाग ले रहे हैं।
इस दौरान डीडी ने संभागियों से पूछा कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस क्यों कहा जाता है। अधिकांश शिक्षक यही बता पाए कि इस दिन भारत का संविधान लागू हुआ था, इस पर सिंह ने पूछा कि फिर तो इसे संविधान दिवस कहना चाहिए, गणतंत्र का क्या अर्थ है। इस पर कोई भी शिक्षक संतोषजनक जवाब नहीं दे पाया। बाद में सिंह ने बताया कि संविधान लागू होने के साथ ही भारत उस दिन से संपूर्ण गणतंत्र बन गया था, इसलिए इस दिन को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है। सिंह ने शिक्षकों की अनेक जिज्ञासाओं का भी समाधान किया।
निरीक्षण के दौरान एडीपीसी विनोद जानू रमसा डीएसएफ रामकिशन भी मौजूद थे। शिविर में सीकर जिले के 58 संभागी हिस्सा ले रहे हैं। शिविर प्रभारी सरदार सिंह ने विस्तार से जानकारी दी। सिंह ने संभागियों को नवाचारों से पारंगत कर बालक को गुणात्मक शिक्षा प्रदान करने पर प्रकाश डाला। अध्यापकों ने 2013-14 का बकाया टीए-डीए का भुगतान नहीं होने अन्य समस्याओं के बारे में बताया। इस संबंध में डीडी ने आश्वासन दिया कि उच्चाधिकारियों से मिल कर उनकी समस्या का समाधन कराया जाएगा। इस मौके पर एमटी विकास भालोठिया, सौरभ शर्मा सहित स्कूल स्टॉफ मौजूद था।
खेतड़ी नगर. शिविर में अध्यापकों से सवाल पूछते रमसा के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. गोविंदसिंह।
चिड़ावा. जिलाशिक्षाधिकारी माध्यमिक ओमप्रकाश शर्मा ने भड़ौंदा के वृंदावन धाम में चल रहे शिक्षकों के प्रशिक्षण शिविर का मंगलवार दोपहर निरीक्षण किया। उन्होंने ब्लॉक स्तरीय प्रशिक्षण शिविर में भाग ले रहे शिक्षकों से अध्यापन कार्य में नवाचार अपनाने की बात कही। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने का उद्देश्य भी यही है। बीईईओ पितराम सिंह काला और व्यवस्था प्रभारी गिडानिया स्कूल के प्रधानाध्यापक जयसिंह बुगालिया ने शिविर संबंधी जानकारी दी। इस अवसर पर एडीईओ गुलझारी लाल जानू, एबीईओ सुनीता चौधरी मील मौजूद रहे। बीईईओ काला ने बताया कि एसआईक्यूई के छह दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण शिविर के दूसरे चरण में ब्लॉक के 98 शिक्षक-शिक्षिकाएं भाग ले रहे हैं।
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