जोधपुर । राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेज के कम्प्यूटर साइंस व अभियांत्रिकी विभाग ने नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रीडिटेशन (एनबीए) प्रथम प्रयास में प्राप्त कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान स्थापित की है। राज्य में तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में प्रथम यह संस्था गत साठ सालों से उत्कृष्ट स्तर के इंजीनियर्स प्रदान कर रहा है।
राज्य के सभी 200 निजी व राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला महाविद्यालय है।
अब जेएनवीयू में मिलेगा उद्यमिता प्रशिक्षण, केन्द्र के लिए स्वीकृत हुए 1 करोड़ रुपए
कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष डॉ अजय माथुर ने बताया कि एनबीए की एक्सपर्ट कमेटी की ओर से गत माह संस्थान का गहन निरीक्षण किया गया था। कमेटी ने एनबीए के कड़े मापदंडों के अनुसार और कम्प्यूटर विभाग में उपलब्ध शैक्षणिक व सामान्य संसाधनों का अवलोकन कर विस्तृत विश्लेषण किया। इसके तहत संस्थान प्रथम प्रयास में खरा उतरा।
परिणाम देने में फिसड्डी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, अदूरदर्शिता बन रही मुसीबत
उत्कृष्ट परिणामों से मिली ये सफलता
संस्था के प्रधानाचार्य अंशुकुमार सहगल ने बताया कि एनबीए की टीम ने संस्था के कम्प्यूटर विभाग के साथ कम्यूनिटी डवलपमेंट थ्रू पॉलिटेक्निक, पर्सन्स विथ डिस्एबिलिटी, इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन सेल, एनसीसी, खेलकूद व सांस्कृतिक उपलब्धियों का भी निरीक्षण किया। इसमें गत वर्षों के उत्कृष्ट परिणामों के कारण यह उपलब्धि प्राप्त करने में सफलता मिली।
राज्य के एकमात्र शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय का गल्र्स हॉस्टल असुरक्षित, बाथरूम के दरवाजे तक नहीं
रोजगार प्राप्ती में विद्यार्थियों को मिलेगी मदद
प्रधानाचार्य सहगल ने उम्मीद जताई है कि इस उपलब्धि के कारण संस्था को एआईसीटीई की राष्ट्रीय स्तर पर संचालित विभिन्न योजनाओं व प्रोजेक्ट्स में वरीयता के आधार पर अनुदान मिल सकेगा। साथ ही पूर्व में अपेक्षित माइनिंग व पेट्रो केमिकल शाखा खुलने का कार्य भी प्रशस्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि से विद्यार्थियों को रोजगार व एकेडेमिक गतिविधियों में विशेष लाभ व वरीयता मिलेगी। प्रधानाचार्य सहगल ने विभाग की टीम, शिक्षकों व कर्मचारियों आदि को शुभकामनाएं दीं।
राज्य के सभी 200 निजी व राजकीय पॉलिटेक्निक कॉलेजों में यह उपलब्धि हासिल करने वाला पहला महाविद्यालय है।
अब जेएनवीयू में मिलेगा उद्यमिता प्रशिक्षण, केन्द्र के लिए स्वीकृत हुए 1 करोड़ रुपए
कम्प्यूटर विभागाध्यक्ष डॉ अजय माथुर ने बताया कि एनबीए की एक्सपर्ट कमेटी की ओर से गत माह संस्थान का गहन निरीक्षण किया गया था। कमेटी ने एनबीए के कड़े मापदंडों के अनुसार और कम्प्यूटर विभाग में उपलब्ध शैक्षणिक व सामान्य संसाधनों का अवलोकन कर विस्तृत विश्लेषण किया। इसके तहत संस्थान प्रथम प्रयास में खरा उतरा।
परिणाम देने में फिसड्डी जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय, अदूरदर्शिता बन रही मुसीबत
उत्कृष्ट परिणामों से मिली ये सफलता
संस्था के प्रधानाचार्य अंशुकुमार सहगल ने बताया कि एनबीए की टीम ने संस्था के कम्प्यूटर विभाग के साथ कम्यूनिटी डवलपमेंट थ्रू पॉलिटेक्निक, पर्सन्स विथ डिस्एबिलिटी, इंडस्ट्री इंस्टीट्यूट इंटरेक्शन सेल, एनसीसी, खेलकूद व सांस्कृतिक उपलब्धियों का भी निरीक्षण किया। इसमें गत वर्षों के उत्कृष्ट परिणामों के कारण यह उपलब्धि प्राप्त करने में सफलता मिली।
राज्य के एकमात्र शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय का गल्र्स हॉस्टल असुरक्षित, बाथरूम के दरवाजे तक नहीं
रोजगार प्राप्ती में विद्यार्थियों को मिलेगी मदद
प्रधानाचार्य सहगल ने उम्मीद जताई है कि इस उपलब्धि के कारण संस्था को एआईसीटीई की राष्ट्रीय स्तर पर संचालित विभिन्न योजनाओं व प्रोजेक्ट्स में वरीयता के आधार पर अनुदान मिल सकेगा। साथ ही पूर्व में अपेक्षित माइनिंग व पेट्रो केमिकल शाखा खुलने का कार्य भी प्रशस्त हो सकेगा। उन्होंने बताया कि इस उपलब्धि से विद्यार्थियों को रोजगार व एकेडेमिक गतिविधियों में विशेष लाभ व वरीयता मिलेगी। प्रधानाचार्य सहगल ने विभाग की टीम, शिक्षकों व कर्मचारियों आदि को शुभकामनाएं दीं।
No comments:
Post a Comment