टोंक. सरकारी
विद्यालयों की शिक्षिकाओं के लिए भी ड्रेस कोड लागू करने पर विचार किया जा
रहा है। इसके लागू होने पर शिक्षिकाएं नीली साड़ी पहने नजर आएंगी। इसी
प्रकार शिक्षकों के लिए भूरी या काली पेंट, हल्का गुलाबी या आसमानी शर्ट की
ड्रेस रखने का प्रस्ताव लिया गया है।
सचिवालय में हुई बैठक में यह सुझाव गत दिनों ड्रेस निर्धारण समिति ने सरकार को दिए है।
जल्द ही इस पर अमल होने की उम्मीद है। प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों के संग शिक्षक भी गणवेश में नजर आएंगे। इसको लेकर विभाग की ओर से मंथन किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इससे शिक्षकों की भी अलग से पहचान रहेगी। प्रदेश के सभी राजकीय शिक्षण संस्थाओं में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए गत दिनों पोशाक का निर्धारण कर दिया गया है।
इसको लेकर प्रारम्भिक शिक्षा विभाग की ओर से संयुक्त शासन सचिव (आयोजना) विभाग की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। इसी समिति ने सरकारी विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए भी गणवेश की कवायद शुरू की है। ड्रेस कोड पर मंथन को लेकर पांच व 17 अप्रेल को जयपुर में बैठक हो चुकी है। इसमें शिक्षिकों के लिए भी ड्रेस का निर्धारण किया गया है।
प्रदेशभर से आए जिला शिक्षा अधिकारी इसमें शामिल हुए है। इन्होंने ही यह सुझाव समिति को दिए है। मिले सुझावों को समिति ने सरकार को भिजवाएं है।
आसान होगी पहचान
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक सुभाषचंद शर्मा ने बताया कि शिक्षकों की गणवेश को लेकर अन्तिम निर्णय जयपुर में होगा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों के भी गणवेश में आने से उनकी अलग ही पहचान रहेगी।
सचिवालय में हुई बैठक में यह सुझाव गत दिनों ड्रेस निर्धारण समिति ने सरकार को दिए है।
जल्द ही इस पर अमल होने की उम्मीद है। प्रदेश के सरकारी विद्यालयों में विद्यार्थियों के संग शिक्षक भी गणवेश में नजर आएंगे। इसको लेकर विभाग की ओर से मंथन किया जा रहा है। विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इससे शिक्षकों की भी अलग से पहचान रहेगी। प्रदेश के सभी राजकीय शिक्षण संस्थाओं में पढ़ रहे विद्यार्थियों के लिए गत दिनों पोशाक का निर्धारण कर दिया गया है।
इसको लेकर प्रारम्भिक शिक्षा विभाग की ओर से संयुक्त शासन सचिव (आयोजना) विभाग की अध्यक्षता में समिति का गठन किया गया है। इसी समिति ने सरकारी विद्यालयों में पढ़ा रहे शिक्षकों के लिए भी गणवेश की कवायद शुरू की है। ड्रेस कोड पर मंथन को लेकर पांच व 17 अप्रेल को जयपुर में बैठक हो चुकी है। इसमें शिक्षिकों के लिए भी ड्रेस का निर्धारण किया गया है।
प्रदेशभर से आए जिला शिक्षा अधिकारी इसमें शामिल हुए है। इन्होंने ही यह सुझाव समिति को दिए है। मिले सुझावों को समिति ने सरकार को भिजवाएं है।
आसान होगी पहचान
जिला शिक्षा अधिकारी प्रारम्भिक सुभाषचंद शर्मा ने बताया कि शिक्षकों की गणवेश को लेकर अन्तिम निर्णय जयपुर में होगा। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों के साथ-साथ शिक्षकों के भी गणवेश में आने से उनकी अलग ही पहचान रहेगी।
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