प्रदेशमें करीब 6.40 लाख बीएड और बीएसटीसी डिग्रीधारी ऐसे हैं जिनके पास
शिक्षक बनने की पात्रता नहीं है। इस कारण सरकार 15 हजार पदों पर तृतीय
श्रेणी शिक्षक भर्ती की प्रक्रिया शुरू नहीं कर पा रही है। सरकार ने
राजस्थान अध्यापक पात्रता परीक्षा (रीट) के लिए नवंबर 2015 में आवेदन लिए
थे, इसके बाद डेढ़ साल से बेरोजगार रीट के आयोजन का इंतजार कर रहे हैं।
एनसीटीई के मुताबिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का हर साल आयोजन होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इसका आयोजन करने में अभी विफल रही है। इसके उलट केंद्रीय शिक्षा पात्रता परीक्षा (सीटेट) का आयोजन हर साल हो रहा है। रीट का आयोजन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड करता है।
रीट के लिए सरकार को लिख चुके हैं पत्र
^रीटके आयोजन के लिए हमने सरकार को पत्र लिख दिया है कि हम अगस्त-सितंबर में इसका आयोजन कर सकते हैं। रीट की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सरकार से अभी हमें कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हंै। -बीएल चौधरी, अध्यक्ष, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
जुलाई 2016 में पहला चरण शुरू, दूसरा चरण अब तक अटका
दोसाल पहले सरकार ने घोषणा की थी कि दो चरणों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 30 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। रीट-2015 के आयोजन के बाद 15 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया पिछले साल जुलाई में शुरू हो गई थी। हालांकि, एसबीसी आरक्षण का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण इसमें नियुक्तियां शुरू नहीं हो पाई है। लेकिन दूसरे चरण के लिए शेष रहे 15 हजार पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया तभी शुरू हो पाएगी, जब सरकार रीट का आयोजन कर ले।
बीएड-बीएसटीसी का गणित
नवंबर2015 में रीट के लिए आवेदन लिए गए थे। यह परीक्षा 7 फरवरी 2016 को हुई थी। शिक्षक पात्रता के लिए परीक्षा में 60% अंक प्राप्त करना जरूरी था। इसमें लेवल प्रथम के कुल अभ्यर्थी 1,47,801 में से 70,972 ने ही शिक्षक पात्रता हासिल की। लेवल द्वितीय में अभ्यर्थी 6,67,176 में से 1,26,657 ने ही शिक्षक पात्रता प्राप्त की थी। इस परीक्षा में 5.40 लाख अभ्यर्थी तो शिक्षक बनने की पात्रता ही प्राप्त नहीं कर सके। 2016 में रीट का आयोजन ही नहीं हुआ। वर्तमान में बीएड और बीएसटीसी कोर्स में कर रहे करीब 1 लाख अभ्यर्थी भी आगामी छह महीने में डिग्री हासिल कर लेंगे।
एनसीटीई के मुताबिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का हर साल आयोजन होना चाहिए, लेकिन प्रदेश सरकार इसका आयोजन करने में अभी विफल रही है। इसके उलट केंद्रीय शिक्षा पात्रता परीक्षा (सीटेट) का आयोजन हर साल हो रहा है। रीट का आयोजन राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड करता है।
रीट के लिए सरकार को लिख चुके हैं पत्र
^रीटके आयोजन के लिए हमने सरकार को पत्र लिख दिया है कि हम अगस्त-सितंबर में इसका आयोजन कर सकते हैं। रीट की प्रक्रिया शुरू करने के लिए सरकार से अभी हमें कोई दिशा निर्देश नहीं मिले हंै। -बीएल चौधरी, अध्यक्ष, राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड
जुलाई 2016 में पहला चरण शुरू, दूसरा चरण अब तक अटका
दोसाल पहले सरकार ने घोषणा की थी कि दो चरणों में तृतीय श्रेणी शिक्षकों के 30 हजार पदों पर भर्ती की जाएगी। रीट-2015 के आयोजन के बाद 15 हजार पदों पर भर्ती प्रक्रिया पिछले साल जुलाई में शुरू हो गई थी। हालांकि, एसबीसी आरक्षण का मामला कोर्ट में विचाराधीन होने के कारण इसमें नियुक्तियां शुरू नहीं हो पाई है। लेकिन दूसरे चरण के लिए शेष रहे 15 हजार पदों के लिए भर्ती की प्रक्रिया तभी शुरू हो पाएगी, जब सरकार रीट का आयोजन कर ले।
बीएड-बीएसटीसी का गणित
नवंबर2015 में रीट के लिए आवेदन लिए गए थे। यह परीक्षा 7 फरवरी 2016 को हुई थी। शिक्षक पात्रता के लिए परीक्षा में 60% अंक प्राप्त करना जरूरी था। इसमें लेवल प्रथम के कुल अभ्यर्थी 1,47,801 में से 70,972 ने ही शिक्षक पात्रता हासिल की। लेवल द्वितीय में अभ्यर्थी 6,67,176 में से 1,26,657 ने ही शिक्षक पात्रता प्राप्त की थी। इस परीक्षा में 5.40 लाख अभ्यर्थी तो शिक्षक बनने की पात्रता ही प्राप्त नहीं कर सके। 2016 में रीट का आयोजन ही नहीं हुआ। वर्तमान में बीएड और बीएसटीसी कोर्स में कर रहे करीब 1 लाख अभ्यर्थी भी आगामी छह महीने में डिग्री हासिल कर लेंगे।
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