शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि अगले तीन माह में शारीरिक शिक्षक ग्रेड फर्स्ट के पद को नियमों में एनकेडर(संवर्गित)कर दिया जाएगा। इसके लिए प्रक्रिया जारी है। उन्होंने कहा कि इस संबंध में वैसे तो 1970 में नियम बन गए थे,लेकिन आरपीएससी की ओर से ध्यान दिलाए जाने के बाद अब इस पर काम शुरू किया गया है। अब से पहले सीधे ही पदोन्नतियां होती रही है।
वे शुक्रवार को यहां राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सलूंबर से विधायक अमृतलाल के प्रश्न और पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। इस चर्चा के दौरान लक्ष्मणगढ़ के गोविंद सिंह डोटासरा और डूंगरपुर के देवेंद्र कटारा ने भी मंत्री पर सवालों की झड़ी लगा दी। एक अन्य प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि टीएसपी क्षेत्र के अधिकांश लोगों को उनके क्षेत्र में भेज दिया गया है। फिर भी अगर कोई रह गया है तो उनके लिए नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या 750 से अधिक है,वहां ग्रेड फर्स्ट का शारीरिक शिक्षक लगाया जाएगा। जिन स्कूलों में 250 से 750 के बीच है वहां सेकंड ग्रेड का शारीरिक शिक्षक और 250 से कम बच्चे हैं,वहां ग्रेड थर्ड के शारीरिक शिक्षक लगाए जाएंगे। अभी पदोन्नतियां नहीं हो रही है,इसलिए बड़े स्कूलों में फर्स्ट ग्रेड के स्थान पर सेकंड और सेकंड ग्रेड के स्थानों पर ग्रेड थर्ड वाले शारीरिक शिक्षकों को लगाया हुआ है,ताकि पद रिक्त रहे। इनकी संख्या 13526 है। उन्होंने कहा कि सीनियर सेकेंडरी और सेकेंडरी स्कूल में कोई पद खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पीटीआई के पद नहीं थे,लेकिन अब 8 हजार 126 पद सृजित हैं,जिनमें से 4 हजार 172 पद भरे हुए हैं और शेष के लिए वित्त विभाग की मंजूरी ली जा रही है।
देवनानी ने कहा कि बताया कि 250 से 750 बच्चों वाले 8025 स्कूल हैं,जिनमें सेकेंड ग्रेड के 4091 और 317 पदों पर ग्रेड थर्ड के शारीरिक शिक्षक लगे हैं। इसी प्रकार ढाई सौ से कम बच्चों की संख्या वाले 5218 स्कूल हैं,इनमें ग्रेड थर्ड ग्रेड शारीरिक शिक्षक सभी जगह लगे हैं। 3500 शारीरिक शिक्षकों को सेकेंड ग्रेड के अगेंस्ट में दे रखे हैं। 750 से अधिक बच्चों वाले 283 स्कूल हैं,जिनमें 294 पद हैं और रिक्त 217 हैं।
ये पद पदोन्नति वाले हैं और पदोन्नति इसलिए नहीं हो पाई कि ये पद उस केडर में एनकेडर नहीं हो पाए। इन पदों को अगले दो तीन माह में भर दिया जाएगा,ताकि साढ़े सात सौ से अधिक संख्या वाले स्कूल बिना पीटीआई के रहे।
वे शुक्रवार को यहां राज्य विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान सलूंबर से विधायक अमृतलाल के प्रश्न और पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। इस चर्चा के दौरान लक्ष्मणगढ़ के गोविंद सिंह डोटासरा और डूंगरपुर के देवेंद्र कटारा ने भी मंत्री पर सवालों की झड़ी लगा दी। एक अन्य प्रश्न के जवाब में उन्होंने कहा कि टीएसपी क्षेत्र के अधिकांश लोगों को उनके क्षेत्र में भेज दिया गया है। फिर भी अगर कोई रह गया है तो उनके लिए नियमानुसार कार्रवाई करेंगे।
शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा कि जिन स्कूलों में बच्चों की संख्या 750 से अधिक है,वहां ग्रेड फर्स्ट का शारीरिक शिक्षक लगाया जाएगा। जिन स्कूलों में 250 से 750 के बीच है वहां सेकंड ग्रेड का शारीरिक शिक्षक और 250 से कम बच्चे हैं,वहां ग्रेड थर्ड के शारीरिक शिक्षक लगाए जाएंगे। अभी पदोन्नतियां नहीं हो रही है,इसलिए बड़े स्कूलों में फर्स्ट ग्रेड के स्थान पर सेकंड और सेकंड ग्रेड के स्थानों पर ग्रेड थर्ड वाले शारीरिक शिक्षकों को लगाया हुआ है,ताकि पद रिक्त रहे। इनकी संख्या 13526 है। उन्होंने कहा कि सीनियर सेकेंडरी और सेकेंडरी स्कूल में कोई पद खाली नहीं है। उन्होंने कहा कि पहले उच्च प्राथमिक विद्यालयों में पीटीआई के पद नहीं थे,लेकिन अब 8 हजार 126 पद सृजित हैं,जिनमें से 4 हजार 172 पद भरे हुए हैं और शेष के लिए वित्त विभाग की मंजूरी ली जा रही है।
देवनानी ने कहा कि बताया कि 250 से 750 बच्चों वाले 8025 स्कूल हैं,जिनमें सेकेंड ग्रेड के 4091 और 317 पदों पर ग्रेड थर्ड के शारीरिक शिक्षक लगे हैं। इसी प्रकार ढाई सौ से कम बच्चों की संख्या वाले 5218 स्कूल हैं,इनमें ग्रेड थर्ड ग्रेड शारीरिक शिक्षक सभी जगह लगे हैं। 3500 शारीरिक शिक्षकों को सेकेंड ग्रेड के अगेंस्ट में दे रखे हैं। 750 से अधिक बच्चों वाले 283 स्कूल हैं,जिनमें 294 पद हैं और रिक्त 217 हैं।
ये पद पदोन्नति वाले हैं और पदोन्नति इसलिए नहीं हो पाई कि ये पद उस केडर में एनकेडर नहीं हो पाए। इन पदों को अगले दो तीन माह में भर दिया जाएगा,ताकि साढ़े सात सौ से अधिक संख्या वाले स्कूल बिना पीटीआई के रहे।
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