जयपुर.सवाई
मानसिंह स्कूल में मानसिक रूप से प्रताड़ित होने का आरोप लगाने वालीं 34
टीचर महिला आयोग में पहुंचीं। इनमें सीनियर आईएएस राजस्थान हाउसिंग बोर्ड
के चेयरमैन व एसीएस ए मुखोपाध्याय की पत्नी देबाश्रिता मुखोपाध्याय व
सेंट्रल कॉपरेटिव बैंक के प्रबंधक निदेशक जितेन्द्र शर्मा की पत्नी नीना
शर्मा भी शामिल है। देबाश्रीता भी स्कूल प्रिंसिपल की दौड़ में है।
आयोग
ने स्कूल प्रबंधन अध्यक्ष और पूर्व राजपरिवार सदस्य विद्यादेवी को जवाब
देने के लिए तलब किया था। बीमार होने के कारण उन्होंने अपने वकील को भेजा।
दूसरी ओर, टीचर्स की सुनवाई कर रहे आयोग के बोर्ड में शामिल सदस्य सचिव
आरएएस अमृता चौधरी ने बेटी के एडमिशन के लिए भी एसएमएस स्कूल को 3 फरवरी व
एमजीडी स्कूल के प्रबंधन को 20 फरवरी को डीओ लेटर लिखा था। दोनो स्कूलों की
चेयरपरसन विद्या देवी है।
एडमिशन के लिए एसएमएस और एमजीडी स्कूल को लिखा डीओ लैटर
1.
डीओ लैटर नंबर एसपी 2 में बेटी रिद्दी हुडा के क्लास एक में एडमिशन देने
की बात लिखी है। पत्र में एसएमएस स्कूल को रिच हेरिटेज और देश का जाना
पहचाना स्कूल बताया है।
2.
दूसरे पत्र में नंबर की जगह एसपीएल अंकित है। लिखा गया है कि एमजीडी स्कूल
एडमिशंस की लॉटरी हो गई है लेकिन रिद्दी हुडा का नाम नहीं आया है। इसके बाद
दाखिला देने की डिमांड की है।
बड़ा सवाल : निजी स्कूल को सरकारी पत्र कैसे?
प्राइवेट
स्कूल को बेटी के एडमिशन के लिए क्या विभागीय पत्र नहीं लिखा जा सकता। यह
पद के दुरूपयोग का मामला भी है। विभागीय पत्र एक से दूसरे विभाग को लिखा जा
सकता है।
डीओ नहीं पर्सनल लेटर था : सचिव
बेटी के एडमिशन के लिए सभी स्कूलों को पत्र लिखा था। पत्र निजी था। विभाग की ओर से लिखा हुआ नहीं। डीओ नहीं लिखा हुआ है। -अमृता चौधरी, महिला आयोग की सदस्य सचिव
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