लीगल रिपोर्टर. जोधपुर| एकअभ्यर्थी ने रिजल्ट शीघ्र जारी करने के लिए
वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय में निर्धारित शुल्क जमा कराया, लेकिन
विवि ने समय पर रिजल्ट जारी नहीं किया। इसे राजस्थान हाईकोर्ट में चुनौती
दी गई है। कोर्ट ने विवि को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
याचिकाकर्ता श्रवण कुमार की ओर से दायर रिट याचिका में बताया गया कि उसने भूगोल विषय में एमए के लिए आवेदन किया था। पिछले वर्ष फाइनल ईयर की परीक्षा दी तथा रिजल्ट शीघ्र जारी करने के लिए विवि में आवेदन किया और निर्धारित शुल्क जमा कराया। इस बीच उसका स्कूल लेक्चरर भर्ती में चयन हो गया। भर्ती की शर्त के अनुसार परीक्षा में सम्मिलित होने से पूर्व रिजल्ट आना जरूरी है, लेकिन विवि ने सभी परीक्षार्थियों के साथ उसका रिजल्ट जारी कर दिया, इस वजह से आरपीएससी उसकी मार्कशीट को स्वीकार नहीं कर रहा है। याचिका में यह भी बताया गया कि इस संबंध में जब विवि से जानकारी चाही तो बताया गया कि उसने आरपीएससी को सीधे ही मार्कशीट भेज दी थी। कोर्ट ने याचिका को विचारार्थ स्वीकार कर विवि को नोटिस जारी किया है।
याचिकाकर्ता श्रवण कुमार की ओर से दायर रिट याचिका में बताया गया कि उसने भूगोल विषय में एमए के लिए आवेदन किया था। पिछले वर्ष फाइनल ईयर की परीक्षा दी तथा रिजल्ट शीघ्र जारी करने के लिए विवि में आवेदन किया और निर्धारित शुल्क जमा कराया। इस बीच उसका स्कूल लेक्चरर भर्ती में चयन हो गया। भर्ती की शर्त के अनुसार परीक्षा में सम्मिलित होने से पूर्व रिजल्ट आना जरूरी है, लेकिन विवि ने सभी परीक्षार्थियों के साथ उसका रिजल्ट जारी कर दिया, इस वजह से आरपीएससी उसकी मार्कशीट को स्वीकार नहीं कर रहा है। याचिका में यह भी बताया गया कि इस संबंध में जब विवि से जानकारी चाही तो बताया गया कि उसने आरपीएससी को सीधे ही मार्कशीट भेज दी थी। कोर्ट ने याचिका को विचारार्थ स्वीकार कर विवि को नोटिस जारी किया है।
No comments:
Post a Comment