बांसवाड़ा| सर्वशिक्षा अभियान की ओर से 5 साल पहले स्कूलों में लगाए गए
कल्प योजना के कंप्यूटर सेट, प्रारंभिक और माध्यमिक शिक्षा विभाग के बीच
अधिकारों की लड़ाई में फंस गए हैं। ये सेट 225 स्कूलों में लगाए थे। लेकिन
इसमें से 145 से ज्यादा स्कूलें माध्यमिक शिक्षा विभाग में मर्ज हो गई है।
इस तरह से करीब 1200 कंप्यूटर सेट प्रारंभिक शिक्षा विभाग को देने हैं।
राज्य प्रारंभिक शिक्षा परिषद जयपुर ने इन्हें प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधिकार क्षेत्र में लेने के आदेश दिए हैं। लेकिन, माध्यमिक सेटअप के स्कूल इन उपकरणों को इसलिए नहीं देना चाहते, क्योंकि प्रारंभिक की स्कूलें मर्ज हो चुकी हैं और अब सीनियर स्कूलों के अधीन हैं। इस कारण सीनियर स्कूलों की ओर से कंप्यूटर देने में आनाकानी की जा रही है।
डीईओ प्रेमजी पाटीदार का कहना है कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। डीईओ के मुताबिक जो कल्प वाली स्कूलें मर्ज हुई हैं वहां की सीनियर स्कूल में यदि कंप्यूटर लेब है तो वहां से कंप्यूटर वापस नहीं लिए जाएंगे। ऐसी स्कूलों को लेकर कंप्यूटर पर सीधे लेब को दिए जाएंगे। जिन स्कूलों में लेब नहीं है, उन्हें कंप्यूटर सेट प्रारंभिक शिक्षा विभाग को देने अनिवार्य है।
5साल में बड़ी मुश्किल से हुआ उपयोग
हकीकतयह है कि 5 साल में बड़ी मुश्किल से एक कंप्यूटर का उपयोग 10 बार हुआ होगा। हालांकि निजी कार्यों के लिए जरूर उपयोग में लिए। परिषद के आदेश को जारी हुए 25 दिन बीते, 7 दिन में रिपोर्ट देनी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
इनकेपास थी जिम्मेदार
योजनाके कंप्यूटरों को हस्तांतरित करने को लेकर जिम्मेदारी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और उस सीनियर स्कूल के प्रधानाचार्य की थी। सीनियर स्कूलों के प्रधानाचार्य रुचि नहीं ले रहे हैं। एक ब्लॉक में औसतन 25 स्कूलों में ये कंप्यूटर लगे हुए हैं।
इस तरह से करीब 1200 कंप्यूटर सेट प्रारंभिक शिक्षा विभाग को देने हैं।
राज्य प्रारंभिक शिक्षा परिषद जयपुर ने इन्हें प्रारंभिक शिक्षा विभाग के अधिकार क्षेत्र में लेने के आदेश दिए हैं। लेकिन, माध्यमिक सेटअप के स्कूल इन उपकरणों को इसलिए नहीं देना चाहते, क्योंकि प्रारंभिक की स्कूलें मर्ज हो चुकी हैं और अब सीनियर स्कूलों के अधीन हैं। इस कारण सीनियर स्कूलों की ओर से कंप्यूटर देने में आनाकानी की जा रही है।
डीईओ प्रेमजी पाटीदार का कहना है कि ब्लॉक शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखा है। डीईओ के मुताबिक जो कल्प वाली स्कूलें मर्ज हुई हैं वहां की सीनियर स्कूल में यदि कंप्यूटर लेब है तो वहां से कंप्यूटर वापस नहीं लिए जाएंगे। ऐसी स्कूलों को लेकर कंप्यूटर पर सीधे लेब को दिए जाएंगे। जिन स्कूलों में लेब नहीं है, उन्हें कंप्यूटर सेट प्रारंभिक शिक्षा विभाग को देने अनिवार्य है।
5साल में बड़ी मुश्किल से हुआ उपयोग
हकीकतयह है कि 5 साल में बड़ी मुश्किल से एक कंप्यूटर का उपयोग 10 बार हुआ होगा। हालांकि निजी कार्यों के लिए जरूर उपयोग में लिए। परिषद के आदेश को जारी हुए 25 दिन बीते, 7 दिन में रिपोर्ट देनी थी, लेकिन कुछ नहीं हुआ।
इनकेपास थी जिम्मेदार
योजनाके कंप्यूटरों को हस्तांतरित करने को लेकर जिम्मेदारी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी और उस सीनियर स्कूल के प्रधानाचार्य की थी। सीनियर स्कूलों के प्रधानाचार्य रुचि नहीं ले रहे हैं। एक ब्लॉक में औसतन 25 स्कूलों में ये कंप्यूटर लगे हुए हैं।
No comments:
Post a Comment