भरतपुर। शिक्षा विभाग के निदेशालय
द्वारा 22 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक सभी सरकारी एव निजी विद्यालयों में घोषित
अवकाश की निजी विद्यालय संचालकों के द्वारा सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही
हैं। आदेशों को ठेंंगा दिखाकर विद्यालय संचालित किए जा रहे हैं।
शिकायतें मिलने के बाद जिला शिाक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम कैलाश चन्द यादव ने शहर के आधा दर्जन से अधिक प्रमुख निजी विद्यालयों का आकस्मिक दौरा किया। बाबा सुग्रीव विद्यापीठ व अनुजय नगर स्थित ज्ञानगंगा उच्च माध्यमिक विद्यालय संचालित पाए गए इस दौरे को लेकर स्कूल संचालकों में खलबली मच गई। बाद में स्कूल संचालकों द्वारा गलती को स्वीकार किया। शिक्षा निदेशालय की ओर से दीपावली के पर्व पर निजी व राजकीय विद्यालयों के लिए 22 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक अवकाश घोषित किया गया था। इसके बावजूद कुछ निजी विद्यालय राजकीय आदेशों की खुले आम अवहेलना कर रहे हैं। जिसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने विद्यालयों को आदेश दिए थे कि अवकाश के दौरान विद्यालयों में बच्चों का अवकाश रखा जाए लेकिन, कुछ स्कूल संचालकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बुधवार को स्कूलों के खुले होने की जानकारी मिलने पर यादव ने खुद मौके पर जाकर जांच की। जब जिला शिक्षा अधिकारी बाबा सुग्रीव विद्यालय पहुंचे तो काफी समय तक तो विद्यालय प्रबन्धन ने विद्यालय का मुख्य दरवाजा ही नहीं खुलवाया। दरवाजा खुलने पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम ने विद्यालय की सभी कक्षाओं में जाकर जांच की तो उन्होंने पाया कि विद्यालय में स्कूली विद्याथी अपने अपने स्कूल बैग के साथ मिले व शिक्षक पढ़ाते मिले। जब इस संबंध में उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों से इस बारे में बात की तो विद्यालय प्रबंधन भी उनसे उलझता नजर आया। विद्यालय प्रबंधन ने दावा किया कि उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बोर्ड के आवेदनों में करेक्शन के लिए बुलाया है लेकिन, जिला शिक्षा अधिकारी के विद्याार्थियों के पास स्कूली बैग होने के प्रश्न का विद्यालय प्रबन्धन जवाब नही दे पाया।
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
शिकायतें मिलने के बाद जिला शिाक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम कैलाश चन्द यादव ने शहर के आधा दर्जन से अधिक प्रमुख निजी विद्यालयों का आकस्मिक दौरा किया। बाबा सुग्रीव विद्यापीठ व अनुजय नगर स्थित ज्ञानगंगा उच्च माध्यमिक विद्यालय संचालित पाए गए इस दौरे को लेकर स्कूल संचालकों में खलबली मच गई। बाद में स्कूल संचालकों द्वारा गलती को स्वीकार किया। शिक्षा निदेशालय की ओर से दीपावली के पर्व पर निजी व राजकीय विद्यालयों के लिए 22 अक्टूबर से 2 नवम्बर तक अवकाश घोषित किया गया था। इसके बावजूद कुछ निजी विद्यालय राजकीय आदेशों की खुले आम अवहेलना कर रहे हैं। जिसको लेकर जिला शिक्षा अधिकारी ने विद्यालयों को आदेश दिए थे कि अवकाश के दौरान विद्यालयों में बच्चों का अवकाश रखा जाए लेकिन, कुछ स्कूल संचालकों पर इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ा। बुधवार को स्कूलों के खुले होने की जानकारी मिलने पर यादव ने खुद मौके पर जाकर जांच की। जब जिला शिक्षा अधिकारी बाबा सुग्रीव विद्यालय पहुंचे तो काफी समय तक तो विद्यालय प्रबन्धन ने विद्यालय का मुख्य दरवाजा ही नहीं खुलवाया। दरवाजा खुलने पर जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक प्रथम ने विद्यालय की सभी कक्षाओं में जाकर जांच की तो उन्होंने पाया कि विद्यालय में स्कूली विद्याथी अपने अपने स्कूल बैग के साथ मिले व शिक्षक पढ़ाते मिले। जब इस संबंध में उन्होंने स्कूली विद्यार्थियों से इस बारे में बात की तो विद्यालय प्रबंधन भी उनसे उलझता नजर आया। विद्यालय प्रबंधन ने दावा किया कि उन्होंने सभी विद्यार्थियों को बोर्ड के आवेदनों में करेक्शन के लिए बुलाया है लेकिन, जिला शिक्षा अधिकारी के विद्याार्थियों के पास स्कूली बैग होने के प्रश्न का विद्यालय प्रबन्धन जवाब नही दे पाया।
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