जोधपुर। शहर की एक निजी गर्ल्स स्कूल में एडमिशन लेने वाली एक
छात्रा के पहले दिन ही कपड़े उतरवा कर रैगिंग लेने के मामले की पुलिस जांच
में पुष्टि हो गई है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी छात्रा सहित स्कूल के
प्रिंसिपल और एक टीचर को भी दोषी माना है। पुलिस अब इस मामले में चालान पेश
करने की तैयारी में है। जांच में माना हुई थी रैगिंग...
- गीता भवन के पास शहर की प्रतिष्ठित निजी गर्ल्स स्कूल में 8 जुलाई को एडमिशन लेने वाली एक स्टूडेंट के साथ रैगिंग की घटना हुई।
- किसी स्कूल में रैगिंग की पहली बार हुई इस घटना के बाद पुलिस ने आरोपी नाबालिग छात्रा को संरक्षण में लेने के साथ स्कूल के प्रिसिंपल व एक टीचर को गिरफ्तार किया था।
- इस मामले में सह आरोपी अन्य छात्राओं के नाम पीड़िता नहीं बता पाई। ऐसे में पुलिस उनका पता नहीं लगा पाई।
- तीन माह लम्बी जांच के बाद अब पुलिस ने माना है कि इस स्कूल में वास्तव में रैगिंग की घटना हुई थी।
ऐसे हुई थी रैगिंग
- निजी स्कूल की कक्षा ग्यारह में प्रवेश लेने वाली एक छात्रा को पहले दिन ही इंटरवल के दौरान शौचालय में एक छात्रा ने रैगिंग लेनी शुरू कर दी।
- विरोध करने पर आरोपी छात्रा ने अन्य छात्राओं को भी वहां बुला लिया। और पीड़िता के कपड़े उतारना शुरू कर दिया. विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की गई।
- बाद में उसके कपड़े उतार रैगिंग ली गई और जाते समय आरोपी छात्राएं पीड़िता के कपड़े उछाल कर चलती बनी।
- पीड़िता के परिजनों ने स्कूल प्रशासन से इसकी शिकायत की, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से लेने के बजाय परिजनों को टरका दिया।
- स्कूल प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं होने पर परिजनों ने तेरह जुलाई को पुलिस में मामला दर्ज करवाया था।
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