राजीव दवे. पाली. जिले में बिना मान्यता के स्कूलों का संचालन हो रहा है। एेसे विद्यालय संचालक शिक्षा अधिकारियों के आदेश के बावजूद स्कूल बंद नहीं कर रहे हैं। एेसा ही मामला सादड़ी के गोरोवास नाईवाड़ा में चल रही हैप्पी किड्स एमपी एकेडमी स्कूल का है। यहां कक्षा तीन तक के बच्चे पढ़ रहे हैं।
जबकि इस विद्यालय की जांच में मान्यता के लिए आवेदन नहीं करना सामने आया था। इस पर जांच अधिकारी ने देसूरी के बीईईओ को स्कूल बंद करवाकर यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को नजदीक के स्कूल में प्रवेश दिलाने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद यह स्कूल चल रही है। जबकि बीईईओ की ओर से डीईओ को विद्यालय बंद कराने की सूचना दी गई है।
छपवाए थे पेम्फलेट
यह विद्यालय की संस्था सांई शिक्षण संस्थान है। जिसका 1 जुलाई 2016 को रजिस्ट्रार संस्था सहकारी समिति पाली की ओर से पंजीयन किया गया था। इस विद्यालय के बिना मान्यता संचालन की शिकायत पर जुलाई में ही जांच की गई थी। इसकी रिपोर्ट 11 जुलाई को जांच अधिकारी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुलथाना की प्रधानाचार्य कमला भाटिया ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी थी। इसमें बताया कि विद्यालय की ओर से जारी पेम्फलेट में कक्षा नर्सरी से पांचवीं तक विद्यालय चलाना अंकित किया गया है। संस्था प्रधान का नाम विक्रमसिंह राव बताया गया है।
जांच के समय इतने बच्चे थे स्कूल में
नर्सरी कक्षा में 37, यूकेजी में 8, पहली में 16, दूसरी में 7 और तीसरी कक्षा में 11 विद्यार्थी थे। इस तरह विद्यालय में कुल 79 विद्यार्थी थे।
यह थे जांच के साक्ष्य
जांच के बाद जांच अधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी को विज्ञापन का पेम्फलेट, विद्यालय संचालन के छाया चित्र, विद्यालय भवन का छाया चित्र, रजिस्ट्रीकरण प्रमाण पत्र, विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों व स्टॉफ के उपस्थिति रजिस्टर की प्रतियां उपलब्ध कराई थी।
यूं चल रहा खेल
बिना मान्यता स्कूल चलाने वाले बच्चों को प्रवेश दे देते हैं। इसके बाद उन बच्चों के नाम अपने परिचित के मान्यता प्राप्त स्कूल में लिखवा देते हैं। बच्चों को प्रवेश दिलाते समय अभिभावकों की ओर से विद्यालय से मान्यता मिलने के सम्बन्ध में जानकारी नहीं मांगते। इससे उन्हें विद्यालय के मान्यता प्राप्त होने या नहीं होने की जानकारी नहीं मिल पाती है।
बंद कराने की सूचना मिली थी
हैप्पी किड्स एमपी एकेडमी विद्यालय के बिना मान्यता चलने की शिकायत मिली थी। इस पर उसकी जांच करवाई गई थी। जांच के बाद बीईईओ ने विद्यालय बंद करवाने की सूचना दी थी। यदि विद्यालय अब भी चल रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।
शिवप्रसाद परिहार, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक), पाली
बिना मान्यता चल रहा था स्कूल
सादड़ी का स्कूल बिना मान्यता के चल रहा था। विद्यालय के फोटो भी लिए गए थे। विद्यालय बंद कराने के लिए बीईईओ देसूरी को लिखित में दिया था।
कमला भाटिया, जांच अधिकारी
सरकारी नौकरी - Army /Bank /CPSU /Defence /Faculty /Non-teaching /Police /PSC /Special recruitment drive /SSC /Stenographer /Teaching Jobs /Trainee / UPSC
जबकि इस विद्यालय की जांच में मान्यता के लिए आवेदन नहीं करना सामने आया था। इस पर जांच अधिकारी ने देसूरी के बीईईओ को स्कूल बंद करवाकर यहां अध्ययनरत विद्यार्थियों को नजदीक के स्कूल में प्रवेश दिलाने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद यह स्कूल चल रही है। जबकि बीईईओ की ओर से डीईओ को विद्यालय बंद कराने की सूचना दी गई है।
छपवाए थे पेम्फलेट
यह विद्यालय की संस्था सांई शिक्षण संस्थान है। जिसका 1 जुलाई 2016 को रजिस्ट्रार संस्था सहकारी समिति पाली की ओर से पंजीयन किया गया था। इस विद्यालय के बिना मान्यता संचालन की शिकायत पर जुलाई में ही जांच की गई थी। इसकी रिपोर्ट 11 जुलाई को जांच अधिकारी राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कुलथाना की प्रधानाचार्य कमला भाटिया ने जिला शिक्षा अधिकारी को सौंपी थी। इसमें बताया कि विद्यालय की ओर से जारी पेम्फलेट में कक्षा नर्सरी से पांचवीं तक विद्यालय चलाना अंकित किया गया है। संस्था प्रधान का नाम विक्रमसिंह राव बताया गया है।
जांच के समय इतने बच्चे थे स्कूल में
नर्सरी कक्षा में 37, यूकेजी में 8, पहली में 16, दूसरी में 7 और तीसरी कक्षा में 11 विद्यार्थी थे। इस तरह विद्यालय में कुल 79 विद्यार्थी थे।
यह थे जांच के साक्ष्य
जांच के बाद जांच अधिकारी ने जिला शिक्षा अधिकारी को विज्ञापन का पेम्फलेट, विद्यालय संचालन के छाया चित्र, विद्यालय भवन का छाया चित्र, रजिस्ट्रीकरण प्रमाण पत्र, विद्यालय में अध्ययनरत विद्यार्थियों व स्टॉफ के उपस्थिति रजिस्टर की प्रतियां उपलब्ध कराई थी।
यूं चल रहा खेल
बिना मान्यता स्कूल चलाने वाले बच्चों को प्रवेश दे देते हैं। इसके बाद उन बच्चों के नाम अपने परिचित के मान्यता प्राप्त स्कूल में लिखवा देते हैं। बच्चों को प्रवेश दिलाते समय अभिभावकों की ओर से विद्यालय से मान्यता मिलने के सम्बन्ध में जानकारी नहीं मांगते। इससे उन्हें विद्यालय के मान्यता प्राप्त होने या नहीं होने की जानकारी नहीं मिल पाती है।
बंद कराने की सूचना मिली थी
हैप्पी किड्स एमपी एकेडमी विद्यालय के बिना मान्यता चलने की शिकायत मिली थी। इस पर उसकी जांच करवाई गई थी। जांच के बाद बीईईओ ने विद्यालय बंद करवाने की सूचना दी थी। यदि विद्यालय अब भी चल रहा है तो कार्रवाई की जाएगी।
शिवप्रसाद परिहार, जिला शिक्षा अधिकारी (प्रारम्भिक), पाली
बिना मान्यता चल रहा था स्कूल
सादड़ी का स्कूल बिना मान्यता के चल रहा था। विद्यालय के फोटो भी लिए गए थे। विद्यालय बंद कराने के लिए बीईईओ देसूरी को लिखित में दिया था।
कमला भाटिया, जांच अधिकारी
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